भागदौड़ भरी जिंदगी और बढ़ती बैठी-बैठी दिनचर्या के बीच लोग अब फिटनेस को लेकर पहले से कहीं ज्यादा जागरूक हो चुके हैं। जहां पहले लोग घंटों जिम में भारी-भरकम मशीनों और वेट्स से एक्सरसाइज करते थे, वहीं अब एक मजेदार, असरदार और आसान वर्कआउट का नाम तेजी से चर्चा में आ रहा है — हुला हूप एक्सरसाइज।
शायद बचपन में आपने भी गोल घेरा (छल्ला) कमर पर घुमाने का खेल खेला होगा। लेकिन अब यही हुला हूप सिर्फ बच्चों की मस्ती नहीं, बल्कि बड़ों की सेहत का भी साथी बन गया है। इस एक्सरसाइज में एक गोल रिंग को कमर पर घुमाना होता है, जिससे न केवल पेट बल्कि कमर की चर्बी भी तेजी से घटती है।
हुला हूप कैसे काम करता है?
हुला हूप दरअसल कार्डियो और मसल-टनिंग दोनों का बेहतरीन मिश्रण है। जब आप इस गोल छल्ले को कमर पर घुमाते हैं, तो कोर मसल्स लगातार एक्टिव रहते हैं, जिससे पेट और पीठ की चर्बी तेजी से घटती है। साथ ही हिप्स, जांघ और कंधों की मसल्स भी टोन होती हैं। इस वर्कआउट की सबसे अच्छी बात यह है कि इसे घर पर भी किया जा सकता है। आपको सिर्फ इतना ध्यान रखना है कि छल्ला घुमाते हुए नीचे गिरने न पाए।
हुला हूप एक्सरसाइज के 6 शानदार फायदे
1. कोर मसल्स को बनाए मजबूत
हुला हूप के दौरान पेट और पीठ के मसल्स लगातार एक्टिव रहते हैं। इससे कोर स्ट्रेंथ बढ़ती है, जिससे आपकी बॉडी का बैलेंस और पॉश्चर बेहतर होता है। मजबूत कोर मसल्स का मतलब यह भी है कि आपको पीठ दर्द जैसी दिक्कतों से राहत मिलेगी।
2. पेट और कमर की चर्बी घटाए
हुला हूप करने पर शरीर के मिड सेक्शन में लगातार हलचल होती है, जिससे कैलोरी बर्निंग तेज होती है। कई स्टडीज के मुताबिक रोजाना 20-30 मिनट हुला हूप करने से पेट और कमर की फैट तेजी से कम की जा सकती है।
3. हड्डियों को दे मजबूती
इस एक्सरसाइज में मूवमेंट की वजह से शरीर के जॉइंट्स, खासकर हिप्स और लोअर बैक की हड्डियां मजबूत होती हैं। नियमित रूप से इसे करने से बोन डेंसिटी भी सुधरती है, जिससे बढ़ती उम्र में हड्डियों की कमजोरी का खतरा कम होता है।
4. मेंटल हेल्थ में भी फायदेमंद
हुला हूप एक्सरसाइज करने के दौरान दिमाग फोकस करना सीखता है। आप छल्ले को गिरने से बचाने में पूरी तरह ध्यान लगाते हैं, जिससे दिमाग की एकाग्रता बढ़ती है। इसके साथ ही यह मूड-बूस्टर भी है क्योंकि हुला हूप करने पर डोपामिन जैसे फील-गुड हार्मोन रिलीज होते हैं, जो स्ट्रेस कम करने में मददगार हैं।
5. वजन घटाने में सहायक
हुला हूप एक फुल-बॉडी वर्कआउट की तरह काम करता है। यह आपके हार्ट रेट को बढ़ाता है, जिससे मेटाबॉलिज्म एक्टिव होता है और तेजी से कैलोरी बर्न होती है। अगर आप नियमित रूप से 15-20 मिनट तक हुला हूप करते हैं, तो 2 हफ्तों में ही वजन में बदलाव महसूस कर सकते हैं।
6. फन के साथ फिटनेस
सबसे अहम बात — यह एक्सरसाइज बोरिंग नहीं है। अक्सर लोग जिम की एक जैसी वर्कआउट रूटीन से बोर हो जाते हैं, लेकिन हुला हूप करते समय आपको मस्ती भी मिलती है और शरीर भी फिट होता है।
कैसे शुरू करें हुला हूप एक्सरसाइज?
- सबसे पहले अपनी कमर के हिसाब से सही साइज का हुला हूप चुनें।
- शुरुआती लोग हल्का और बड़ा छल्ला लें, जिसे घुमाना आसान हो।
- शुरुआत में रोज 5-10 मिनट प्रैक्टिस करें, फिर धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।
- छल्ला घुमाते समय रीढ़ की हड्डी सीधी रखें और पेट को थोड़ा अंदर खींचे रखें।
- ध्यान रखें कि छल्ला नीचे न गिरे — इसके लिए पूरे शरीर का बैलेंस बनाए रखें।
कौन लोग न करें हुला हूप?
- अगर आपको गंभीर बैक प्रॉब्लम या स्लिप डिस्क है
- हाल ही में सर्जरी हुई है
- प्रेग्नेंसी के दौरान
- तो डॉक्टर की सलाह के बिना हुला हूप न करें।
हुला हूप एक्सरसाइज आज के दौर में फिटनेस का बेहतरीन ऑप्शन है, जो बच्चों के खेल से लेकर बड़ों की सेहत तक में क्रांति ला सकता है। यह न केवल वजन घटाता है, बल्कि शरीर को लचीला, मजबूत और फुर्तीला बनाता है। सबसे बड़ी बात — इसे करने में मजा भी आता है।