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Iran: तेहरान में आशूरा समारोह में पहुंचे खामेनेई, युद्ध के बाद पहली झलक

Iran: तेहरान में आशूरा समारोह में पहुंचे खामेनेई, युद्ध के बाद पहली झलक

ईरान-इजरायल युद्ध के बाद अयातुल्लाह खामेनेई पहली बार तेहरान में आशूरा कार्यक्रम में सार्वजनिक रूप से दिखे। युद्ध के दौरान उनकी गैरमौजूदगी से स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठे थे।

Iran: ईरान और इजरायल के बीच 12 दिनों तक चले युद्ध के बाद पहली बार ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई सार्वजनिक रूप से सामने आए हैं। वे शनिवार को राजधानी तेहरान में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए। यह कार्यक्रम इस्लामिक कैलेंडर के सबसे पवित्र दिनों में से एक, आशूरा के मौके पर आयोजित किया गया था।

सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित वीडियो में खामेनेई को पारंपरिक काले वस्त्रों में एक बड़े हॉल में प्रवेश करते हुए देखा गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे, जिन्होंने उनके पहुंचते ही नारे लगाए और उत्साह व्यक्त किया। यह वही हॉल है जो अक्सर ईरान के महत्वपूर्ण राजनीतिक और धार्मिक आयोजनों का केंद्र होता है।

सार्वजनिक रूप से सामने आए खामेनेई

यह पहली बार है जब 13 जून से शुरू हुए इजरायल-ईरान संघर्ष के बाद खामेनेई को सार्वजनिक रूप से देखा गया है। युद्ध के दौरान उनकी सभी घोषणाएं और भाषण केवल रिकॉर्डेड वीडियो के माध्यम से प्रसारित किए जाते रहे। इससे उनके स्वास्थ्य और उपस्थिति को लेकर सवाल उठने लगे थे।

ईरानी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत लिया गया था। युद्ध की संवेदनशील स्थिति को देखते हुए सर्वोच्च नेता को किसी भी संभावित खतरे से बचाने के लिए उन्हें सार्वजनिक आयोजनों से दूर रखा गया।

युद्ध के दौरान छिपे रहे खामेनेई

जब इजरायल ने 13 जून को ऑपरेशन 'राइजिंग लायन' के तहत ईरान के कई सैन्य और परमाणु ठिकानों पर अचानक हमला किया, तब खामेनेई की कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई थी। इन हमलों में ईरान के कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हुई थी। इजरायल के हमलों का जवाब देते हुए ईरान ने भी बैलिस्टिक मिसाइलों से तेल अवीव और यरुशलम जैसे शहरों को निशाना बनाया।

हालांकि इजरायली सुरक्षा प्रणालियों ने अधिकांश मिसाइलों को बीच में ही नष्ट कर दिया, लेकिन हमलों में 28 लोगों की मौत हुई और कई क्षेत्रों में नुकसान हुआ। इस पूरे संघर्ष के दौरान खामेनेई की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई और उन्हें एक सुरक्षित स्थान पर रखा गया।

खामेनेई की अनुपस्थिति पर उठे थे सवाल

13 जून से लेकर अब तक खामेनेई की सार्वजनिक गैरमौजूदगी ने उनके स्वास्थ्य को लेकर कई अटकलों को जन्म दिया था। हालांकि, ईरान सरकार ने बार-बार यही कहा कि यह पूरी तरह से रणनीतिक और सुरक्षा से जुड़ा निर्णय था। आशूरा के कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति ने इन अटकलों को विराम दिया है।

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