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Israel-Iran Ceasefire: सीजफायर के बीच फिर तनाव, इजरायल ने ईरान पर हमले का लगाया आरोप

Israel-Iran Ceasefire: सीजफायर के बीच फिर तनाव, इजरायल ने ईरान पर हमले का लगाया आरोप

ईरान-इजरायल के बीच अमेरिका और कतर की मध्यस्थता से सीजफायर लागू हुआ। इजरायल ने आरोप लगाया कि ईरान ने युद्धविराम का उल्लंघन किया है, जबकि ईरान ने हमले से इनकार किया। IAEA ने ईरान को सहयोग की अपील की।

Israel-Iran Ceasefire: ईरान और इजरायल के बीच हाल ही में अमेरिका और कतर की मध्यस्थता से युद्धविराम (Ceasefire) लागू हुआ है। यह समझौता पश्चिम एशिया में जारी लंबे तनाव के बाद शांति की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। हालांकि, इस सीजफायर के कुछ ही समय बाद विवाद फिर शुरू हो गया है।

इजरायल का दावा- ईरान ने तोड़ा सीजफायर

इजरायल ने दावा किया है कि ईरान ने सीजफायर लागू होने के बावजूद सैन्य कार्रवाई की है। इजरायल के रक्षा मंत्री ने एक बयान में कहा कि ईरान की ओर से कुछ मिसाइल दागे गए और इजरायल के कुछ हिस्सों में सायरन बजने लगे। उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल ऐसे किसी भी हमले को जवाब दिए बिना नहीं छोड़ेगा और अगर ईरान ने युद्धविराम का उल्लंघन किया है तो करारा जवाब दिया जाएगा।

ईरान ने किया आरोपों का खंडन

दूसरी ओर, ईरान ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ISNA ने रिपोर्ट में कहा है कि सीजफायर के बाद ईरान की ओर से किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई नहीं की गई है। ईरानी अधिकारियों का कहना है कि वे क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इजरायल का यह दावा पूरी तरह बेबुनियाद है।

अमेरिका और कतर की भूमिका

इस सीजफायर को लागू कराने में अमेरिका और कतर ने अहम भूमिका निभाई है। अमेरिका ने इस तनाव को कम करने के लिए कूटनीतिक दबाव बनाया, वहीं कतर ने दोनों पक्षों के बीच संवाद स्थापित करवाने में मदद की। दोनों देशों की कोशिशों से 12 दिन तक चले संघर्ष के बाद युद्धविराम संभव हो सका।

IAEA ने ईरान को सहयोग के लिए बुलाया

इस बीच एक और अहम घटनाक्रम में अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने ईरान से संपर्क किया है। एजेंसी के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची को पत्र लिखकर एक बैठक का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर ईरान IAEA के साथ सहयोग बहाल करता है तो परमाणु कार्यक्रम को लेकर चल रहा पुराना विवाद शांतिपूर्ण तरीके से हल किया जा सकता है।

IAEA प्रमुख का बयान

IAEA प्रमुख ग्रॉसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट के ज़रिए कहा कि यह समय है जब ईरान को अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ संवाद फिर से शुरू करना चाहिए। उनका मानना है कि अब जब युद्धविराम लागू हो चुका है, तो कूटनीति के ज़रिए परमाणु मुद्दों को हल करने का यह सबसे उचित समय है।

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