झारखंड में मानसून ने जोर पकड़ लिया है और लगातार हो रही बारिश ने राज्य के कई हिस्सों में जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 1 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी देते हुए कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक झारखंड में 306.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की जा चुकी है, जो सामान्य औसत से काफी अधिक है। रांची, खूंटी, सरायकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम और पश्चिमी सिंहभूम में आने वाले दिनों में भारी बारिश की आशंका बनी हुई है।
रविवार सुबह से रांची और आसपास के इलाकों में रुक-रुककर हल्की से मध्यम बारिश हो रही है, लेकिन दिन चढ़ते ही बारिश तेज हो सकती है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासतौर पर निचले इलाकों में रहने वालों को जलजमाव से सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। खेतों में पानी भरने की आशंका को देखते हुए किसानों को भी अलर्ट किया गया है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जिला प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं ताकि किसी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके।
306.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई
झारखंड में मॉनसून ने रफ्तार पकड़ ली है और अब लगातार बारिश से जनजीवन प्रभावित होने लगा है। रांची मौसम विज्ञान केंद्र के उप निदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि उत्तर बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तरपश्चिम दिशा में झारखंड की ओर बढ़ रहा है। इसके प्रभाव से राज्य के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग ने 30 जून को खूंटी, रांची, रामगढ़, बोकारो, धनबाद, सरायकेला-खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, 1 जुलाई को गुमला, गढ़वा, पलामू, चतरा, लातेहार और लोहरदगा जिलों में भी भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 1 जून से 28 जून तक राज्य में 306.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य 170.3 मिमी से काफी अधिक है। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और जरूरी सावधानियां बरतने की अपील की है।
चार लोगों की मौत
झारखंड में मानसून ने रौद्र रूप अख्तियार कर लिया है। बीते कुछ दिनों में राजधानी रांची में रिकॉर्ड 216.1 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बारिश के चलते राज्य के कई जिलों में जानलेवा हादसों की बाढ़ सी आ गई है। प्रशासन के मुताबिक, अलग-अलग स्थानों पर दो स्कूली बच्चों और 10 साल की एक बच्ची समेत कुल चार लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है।
राज्य में अब तक बारिश से जुड़ी 20 से ज्यादा घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इनमें पुल टूटना, मकानों का गिरना, कुओं का धंसना, वज्रपात और सड़क हादसे शामिल हैं, जिनमें 25 से अधिक लोग घायल हुए हैं। कई इलाकों में तेज बहाव में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए NDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि जब तक बेहद जरूरी न हो, घर से बाहर न निकलें और सतर्कता बरतें। वहीं, मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक और बारिश की चेतावनी दी है।