जम्मू कश्मीर में हाल ही में श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग खुलने के बाद घाटी से पिछले दस दिनों में 1.37 लाख मीट्रिक टन ताजा फल ट्रकों और पार्सल ट्रेन के माध्यम से जम्मू भेजे गए। प्रशासन ने ताजा फलों के परिवहन के लिए एसओपी तैयार की है।
Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर के श्रीनगर और आसपास की घाटी से 10 दिन में 1.37 लाख मीट्रिक टन ताजा फल ट्रकों, मुगल रोड और पार्सल ट्रेन के जरिए जम्मू भेजे गए हैं। संभागीय आयुक्त अंशुल गर्ग ने बताया कि हर दिन लगभग 1,500-2,000 ट्रक फल भेजे जा रहे हैं, ताकि किसानों और व्यापारियों को हुए नुकसान की भरपाई हो सके। प्रशासन ने मुख्य सचिव के निर्देशन में ताजा फलों और आवश्यक आपूर्ति के सुचारू परिवहन के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) लागू की है।
जमीनी स्तर पर निगरानी और ट्रकों की आवाजाही
संभागीय आयुक्त अंशुल गर्ग ने बताया कि घाटी में हर दिन लगभग 1,500-2,000 ट्रक फल जम्मू की ओर भेजे जा रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग और मुगल रोड के रास्ते यह ट्रक बारी-बारी से निकलते हैं, जबकि यातायात पुलिस लगातार जमीनी स्तर पर इस व्यवस्था की निगरानी कर रही है।
उन्होंने कहा कि राजमार्ग पर बहाली कार्यों के चलते वाहनों की आवाजाही बढ़ गई है। पहले जहां 1,500-2,000 ट्रक रोज चल रहे थे, अब 3,500-4,000 ट्रक दैनिक स्तर पर घाटी से जम्मू की ओर जा रहे हैं। काजीगुंड से आज लगभग 2,000 ट्रक जम्मू की ओर बढ़े और शाम तक वहां पहुंचने की संभावना है।
फलों की निकासी को प्राथमिकता
ट्रैफिक पुलिस के ईजीपी सुलेमान चौधरी ने बताया कि मुगल रोड पर कल 1,800-1,900 ट्रक जम्मू की ओर गए। किसानों की उपज की ताजगी बनाए रखने के लिए निकासी को प्राथमिकता दी जा रही है।
इसके अलावा, अनंतनाग और बारामूला से नई दिल्ली के लिए शुरू की गई पार्सल ट्रेन सेवा रोजाना 800-1,000 टन ताजा फल भेज रही है। इससे उत्तर और दक्षिण कश्मीर के किसान अपनी उपज आसानी से भेज सकते हैं और बाजार में फल की उपलब्धता सुनिश्चित होती है।
संभागीय आयुक्त अंशुल गर्ग ने बताया कि घाटी में पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, खाद्य और अन्य उपभोक्ता वस्तुओं की कोई कमी नहीं है। स्टॉक पूरे एक हफ्ते के लिए उपलब्ध है और नियमित रूप से भरा जाएगा। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और घबराहट में खरीदारी न करने का अनुरोध किया।