इस स्टॉक ने 2025 में निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। इसने साल की शुरुआत में मात्र ₹102 की कीमत से रफ्तार पकड़नी शुरू की और 23 जून 2025 तक इसकी कीमत ₹509 तक पहुंच गई। यह किसी मल्टीबैगर स्टॉक से कम प्रदर्शन नहीं है।
साल 2025 भारतीय शेयर बाजार के लिए मिलाजुला रहा। जहां एक ओर सेंसेक्स ने पूरे साल में केवल 4 प्रतिशत की वृद्धि दिखाई, वहीं दूसरी ओर कुछ चुनिंदा स्टॉक्स ने निवेशकों को चौंकाने वाले रिटर्न दिए। इन कंपनियों ने न केवल बाजार की सुस्ती को धता बताया, बल्कि 100 से 400 प्रतिशत तक की रिटर्न देकर मल्टीबैगर साबित हुईं। इस लेख में हम बात करेंगे उन पांच चुनिंदा मल्टीबैगर स्टॉक्स की, जिन्होंने 2025 में अब तक निवेशकों को बंपर कमाई का मौका दिया।
एलीटकॉन इंटरनेशनल: 411 प्रतिशत की बेजोड़ तेजी
इस साल 2025 में अब तक का सबसे बड़ा मल्टीबैगर स्टॉक रहा एलीटकॉन इंटरनेशनल। जनवरी में जहां इसकी कीमत महज 102 रुपये थी, वहीं 23 जून 2025 को यह 509 रुपये तक पहुंच गया। इसका 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर 630 रुपये है। इस जबरदस्त उछाल ने निवेशकों के 1 लाख रुपये को 5 लाख से भी ऊपर पहुंचा दिया है। कंपनी के बिजनेस विस्तार, अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर और तकनीकी साझेदारी ने इसमें नई ऊर्जा भर दी।
विश्लेषकों का मानना है कि एलीटकॉन का इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ा बिजनेस और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स में इसकी सक्रियता, इसके शेयर को आने वाले महीनों में भी और ऊंचाई तक ले जा सकती है।
कोठारी इंडस्ट्रियल कॉर्पोरेशन: 266 प्रतिशत की चौंकाने वाली छलांग
यह स्टॉक लंबे समय से बाजार में मौन पड़ा था, लेकिन 2025 में अचानक इसमें जबरदस्त तेजी आई। जनवरी में 87 रुपये पर था और अब 325 रुपये पर कारोबार कर रहा है। इसका 52-हफ्तों का उच्चतम स्तर 427 रुपये है। यह स्टॉक निवेशकों के लिए एक स्लीपर मल्टीबैगर साबित हुआ, जिसे पहले कम ही लोग नोटिस कर रहे थे।
कंपनी ने इस साल कई नए प्रोजेक्ट्स और विस्तार योजनाओं की घोषणा की, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा। इसके अलावा कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन भी इस उछाल में सहायक रहा।
सीका इंटरप्लांट सिस्टम्स: 205 प्रतिशत की उड़ान
डिफेंस और एयरोस्पेस क्षेत्र से जुड़ी यह कंपनी 2025 में निवेशकों के रडार पर रही। साल की शुरुआत में इसकी कीमत 507 रुपये थी, जो अब 1,513 रुपये तक पहुंच गई है। कंपनी का 52-वीक हाई 1,625 रुपये है। रक्षा क्षेत्र में सरकारी निवेश, मजबूत ऑर्डर बुक और विदेशी साझेदारियों ने इस शेयर को नई ऊंचाई दी।
सरकार की 'मेक इन इंडिया' नीति के तहत कंपनी को कई सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स भी मिले, जिससे निवेशकों का भरोसा और अधिक मजबूत हुआ।
एनएसीएल इंडस्ट्रीज: 162 प्रतिशत की निरंतर ग्रोथ
एग्रो-केमिकल सेक्टर में सक्रिय इस कंपनी ने 2025 में शानदार प्रदर्शन किया। साल की शुरुआत में इसका शेयर 67 रुपये पर था, जो अब 178 रुपये तक पहुंच चुका है। इसका उच्चतम स्तर 220 रुपये है। केमिकल इंडस्ट्री की तेज ग्रोथ और कृषि क्षेत्र में बढ़ती मांग ने इस स्टॉक को मल्टीबैगर बना दिया।
विशेषज्ञों के अनुसार, कंपनी की उत्पादन क्षमता में वृद्धि और निर्यात ऑर्डर की वृद्धि इसकी ग्रोथ के मुख्य कारण रहे। इसके अलावा कच्चे माल की कीमतों में स्थिरता ने भी इसकी लाभप्रदता को बढ़ाया।
कैमलिन फाइन साइंसेज: 131 प्रतिशत का स्थिर मुनाफा
फूड प्रिज़र्वेटिव्स और एंटीऑक्सीडेंट्स बनाने वाली यह कंपनी इस साल निवेशकों की पसंदीदा रही। जनवरी में 128 रुपये पर ट्रेड कर रहा यह स्टॉक अब 304 रुपये पर है। इसका उच्चतम स्तर 324 रुपये दर्ज किया गया है। कंपनी के स्थिर बिजनेस मॉडल और इनोवेशन आधारित रणनीतियों ने इसे मल्टीबैगर की सूची में शामिल कर दिया।
कंपनी ने इस साल कई नई उत्पाद श्रंखलाएं लॉन्च कीं और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी उपस्थिति मजबूत की। यही वजह है कि निवेशकों को इसमें निरंतर भरोसा बना रहा।
बाजार मंदा, लेकिन ये शेयर रहे तेज
सेंसेक्स और निफ्टी जैसे प्रमुख सूचकांकों की 2025 में सीमित वृद्धि के बावजूद, इन मल्टीबैगर स्टॉक्स ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। इससे यह स्पष्ट होता है कि किसी भी बाजार परिस्थिति में अवसर मौजूद रहते हैं बस सही स्टॉक की पहचान करना जरूरी होता है।
इन शेयरों की एक और खासियत यह रही कि इनमें से अधिकतर कंपनियों का मार्केट कैप 2,500 करोड़ रुपये से अधिक है। यानी ये न तो सिर्फ छोटे पैमाने की कंपनियां हैं, न ही अचानक उभरने वाले जोखिमभरे विकल्प। इनकी स्थिरता और व्यवसायिक मजबूती ने ही इन्हें निवेश के लिए सुरक्षित और फायदेमंद बनाया।
निवेशकों के लिए सबक
- लॉन्ग टर्म में धैर्य रखें: कई बार अच्छे स्टॉक्स धीरे-धीरे पर मजबूत रिटर्न देते हैं। सीका इंटरप्लांट और कैमलिन इसका उदाहरण हैं।
- छोटे मूल्य के स्टॉक्स को नजरअंदाज न करें: एलीटकॉन और कोठारी जैसे स्टॉक्स ने दिखाया कि कम कीमत वाले स्टॉक्स भी बंपर रिटर्न दे सकते हैं।
- सेक्टरल ट्रेंड्स पर नज़र रखें: रक्षा, एग्रो-केमिकल और फूड सेक्टर में आई तेजी ने इन कंपनियों को फायदा पहुंचाया।
- मूल्यांकन और बिजनेस मॉडल की समझ जरूरी: केवल शेयर की कीमत नहीं, कंपनी का बिजनेस मॉडल और विस्तार योजनाएं भी निवेश से पहले जांचना जरूरी है।