लेटेस्ट रिलीज के तौर पर साउथ सिनेमा के अभिनेता विष्णु मांचू की फिल्म कन्नप्पा सिनेमाघरों में दर्शकों की पहली पसंद बन गई है। इस माइथोलॉजिकल मूवी ने अपनी दमदार कहानी और भव्य प्रस्तुति से दर्शकों का दिल जीत लिया है।
Kannappa Worldwide Collection: साउथ सिनेमा की पौराणिक कहानियों पर आधारित फिल्मों का जादू एक बार फिर देखने को मिल रहा है। इस बार अभिनेता विष्णु मांचू की फिल्म कन्नप्पा ने साबित कर दिया कि लोगों के दिलों में आज भी भक्ति और त्याग की गाथाओं के लिए जबरदस्त प्यार है। 27 जून को दुनियाभर में रिलीज हुई इस फिल्म ने महज दो दिनों में 40 करोड़ रुपये से ज्यादा की शानदार कमाई करके फिल्मी बाजार में तहलका मचा दिया है।
शिवभक्त की कहानी ने बांधा दर्शकों का दिल
कन्नप्पा दरअसल एक सच्चे शिवभक्त कन्नप्पा नयनार की कहानी है, जिन्होंने अपनी आंखें तक भगवान शिव के चरणों में समर्पित कर दी थीं। आंध्र प्रदेश और दक्षिण भारत में उनकी कहानी पीढ़ियों से कही-सुनी जाती रही है। निर्देशक मुकेश कुमार सिंह ने इस ऐतिहासिक और पौराणिक किरदार को बड़े पर्दे पर जिस भव्यता और श्रद्धा के साथ उतारा, उसने दर्शकों को सीधे तौर पर जोड़ लिया।
फिल्म में विष्णु मांचू ने कन्नप्पा के रूप में अपनी एक्टिंग से हर किसी का दिल जीत लिया है। वहीं अक्षय कुमार, प्रभास और मोहनलाल जैसे सुपरस्टार्स के स्पेशल कैमियो ने दर्शकों को और रोमांचित कर दिया।
दो दिन में 40 करोड़ का धमाका
ट्रेड एनालिस्ट रमेश बाला के मुताबिक, कन्नप्पा ने शुक्रवार यानी ओपनिंग डे पर ही 22 करोड़ रुपये का वर्ल्डवाइड कलेक्शन कर लिया था। वहीं शनिवार को फिल्म की कमाई और तेज हो गई, और दो दिन में फिल्म ने ग्लोबली 40 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई दर्ज कर दी। खास बात ये रही कि काजोल की सुपरनैचुरल हॉरर फिल्म माँ के साथ क्लैश होने के बावजूद कन्नप्पा का प्रदर्शन कमजोर नहीं पड़ा।
फिल्म ट्रेड एक्सपर्ट्स का मानना है कि कन्नप्पा ओपनिंग वीकेंड तक आराम से 60 करोड़ का आंकड़ा पार कर सकती है और यदि वर्ड-ऑफ-माउथ पॉजिटिव रहा तो आने वाले हफ्तों में 100 करोड़ क्लब में भी एंट्री ले सकती है।
ग्रैंड प्रोडक्शन और प्रभावशाली तकनीक
कन्नप्पा को लेकर चर्चा सिर्फ इसके दमदार कंटेंट की वजह से नहीं है, बल्कि इसके भव्य सेट्स, शानदार वीएफएक्स और बेहतरीन सिनेमेटोग्राफी भी तारीफ बटोर रहे हैं। फिल्म का हर फ्रेम भारतीय संस्कृति और शिवभक्ति के भाव को जीवंत करता नजर आता है। फिल्म में युद्ध के दृश्य, शिव मंदिरों का वैभव, और कन्नप्पा की भक्ति का जुनून – ये सब मिलकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने में सफल रहे हैं। कई दर्शकों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि फिल्म ने उन्हें बचपन में दादी-नानी से सुनी कहानियों की याद दिला दी।
कन्नप्पा की सफलता ने यह साफ कर दिया है कि धार्मिक और पौराणिक विषयों में दर्शकों की गहरी रुचि है, खासकर तब जब कहानी को भव्यता और सच्चाई के साथ पेश किया जाए। आने वाले दिनों में फिल्म को छुट्टियों और वीकेंड का फायदा मिलेगा, जिससे कलेक्शन में और तेजी आ सकती है।
वहीं विष्णु मांचू के करियर में भी कन्नप्पा मील का पत्थर बन सकती है, क्योंकि इससे पहले उन्हें इतनी बड़ी ओपनिंग कमाई का अनुभव नहीं मिला था। फिल्म को आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और यहां तक कि हिंदी बेल्ट में भी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।
क्या है कन्नप्पा की कहानी?
फिल्म कन्नप्पा की कहानी प्राचीन समय के उस महान शिवभक्त पर आधारित है, जिसने अपने इष्टदेव की परीक्षा में खुद को न्यौछावर कर दिया। कथा के मुताबिक, कन्नप्पा ने भगवान शिव की प्रतिमा के बहते हुए रक्त को देखकर अपनी एक आंख निकालकर शिवलिंग पर चढ़ा दी और जब दूसरी आंख भी देने का समय आया, तो उन्होंने शिव की तीसरी आंख की जगह खुद की आंख लगाने का निश्चय कर लिया। ऐसी विस्मयकारी भक्ति की कहानी जब बड़े पर्दे पर आती है, तो दर्शकों का जुड़ना स्वाभाविक है।