सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन, उनके परिवार के सदस्यों और कोच के खिलाफ जन्म प्रमाणपत्र फर्जीवाड़ा मामले में दर्ज एफआईआर को रद्द कर दिया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। देश की सर्वोच्च अदालत ने सोमवार को जन्म प्रमाणपत्र फर्जीवाड़ा से जुड़े मामले में उनके और उनके परिवार के खिलाफ दर्ज FIR को रद्द कर दिया। अदालत ने स्पष्ट किया कि इस मामले में आपराधिक कार्यवाही को आगे बढ़ाना अनावश्यक और न्याय प्रक्रिया का दुरुपयोग होगा।
यह मामला उस वक्त चर्चा में आया जब एक निजी शिकायतकर्ता एम. जी. नागराज ने आरोप लगाया था कि लक्ष्य सेन और उनके बड़े भाई चिराग सेन के जन्म प्रमाणपत्रों में फर्जीवाड़ा किया गया है। नागराज ने यह भी दावा किया था कि इसमें उनके माता-पिता, कोच और कर्नाटक बैडमिंटन संघ के एक अधिकारी की मिलीभगत थी।
सुप्रीम कोर्ट का दो टूक फैसला
जस्टिस सुधांशु धूलिया और जस्टिस अरविंद कुमार की दो सदस्यीय बेंच ने सुनवाई करते हुए कहा कि, लक्ष्य सेन और उनके परिवार के खिलाफ की गई आपराधिक कार्यवाही को जारी रखना न्यायिक समय और संसाधनों की बर्बादी होगी। इस प्रकार की कार्यवाही अदालत की प्रक्रिया का दुरुपयोग मानी जाएगी।
इससे पहले कर्नाटक हाईकोर्ट ने इस मामले में दायर याचिकाओं को खारिज करते हुए कहा था कि प्रथम दृष्टया सबूत मौजूद हैं, जिनके आधार पर जांच की आवश्यकता है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के 19 फरवरी 2024 के फैसले को पलटते हुए स्पष्ट किया कि ऐसी शिकायतें खिलाड़ियों की छवि को धूमिल करने की मंशा से की जाती हैं।
क्या था मामला?
शिकायतकर्ता एम. जी. नागराज द्वारा दायर की गई निजी शिकायत में दावा किया गया था कि लक्ष्य सेन के माता-पिता – धीरेन्द्र सेन और निर्मला सेन, कोच यू. विमल कुमार, और एक संघ कर्मचारी ने मिलकर लक्ष्य और चिराग सेन के जन्म प्रमाणपत्रों में हेरफेर की। नागराज का आरोप था कि यह फर्जीवाड़ा खिलाड़ियों की उम्र को कम दिखाने के उद्देश्य से किया गया, ताकि वे उम्र-आधारित टूर्नामेंट्स में भाग ले सकें। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने मामले का गहराई से अध्ययन कर यह निष्कर्ष निकाला कि इस स्तर पर आपराधिक प्रक्रिया चलाना अनुचित और गैर-जरूरी होगा।
लक्ष्य सेन: भारत का चमकता सितारा
23 वर्षीय लक्ष्य सेन भारत के सर्वश्रेष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ियों में गिने जाते हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई अहम उपलब्धियां हासिल की हैं, जिनमें शामिल हैं:
- विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक
- कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में गोल्ड और सिल्वर मेडल
- एशियन गेम्स में टीम गोल्ड मेडल
- पेरिस ओलंपिक 2024 में सेमीफाइनल तक का सफर
लक्ष्य सेन, ओलंपिक में सिंगल्स सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी भी हैं। उनकी तकनीक, रिफ्लेक्स और आत्मविश्वास ने उन्हें विश्व स्तर पर पहचान दिलाई है।