सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और इस महीने के हर सोमवार को शिव पूजा का विशेष महत्व होता है। आज यानी 28 जुलाई को सावन का तीसरा सोमवार है और इस दिन विनायक चतुर्थी भी पड़ रही है। ऐसे में शिव और गणेश जी दोनों की पूजा का खास संयोग बन गया है। ज्योतिष शास्त्र में यह योग अत्यंत शुभ माना गया है।
ऐसे समय में अगर श्रद्धा और विधिपूर्वक कुछ आसान लेकिन प्रभावशाली उपाय किए जाएं, तो जीवन में चल रही अड़चनें, कर्ज जैसी समस्याएं और आर्थिक संकट काफी हद तक शांत हो सकते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शिवजी और गणेश जी दोनों ही ऐसे देव हैं जो शीघ्र प्रसन्न होकर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
क्यों खास है तीसरा सोमवार
पंडितों के अनुसार, सावन का तीसरा सोमवार इस बार बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि इस दिन विनायक चतुर्थी का शुभ योग भी बन रहा है। इसे भगवान गणेश की उपासना का विशेष दिन माना जाता है। जब शिव और गणेश की कृपा एक साथ मिल जाए, तो जीवन में आने वाली बाधाएं स्वतः दूर होने लगती हैं।
धार्मिक परंपरा में यह भी माना जाता है कि इस दिन शिवजी के प्रिय बिल्वपत्र, दीपदान और रूद्राष्टक का पाठ विशेष फलदायी होता है। विशेष रूप से शाम के समय अगर श्रद्धापूर्वक पूजा और उपाय किए जाएं, तो उनका फल और अधिक प्रभावशाली होता है।
पहला उपाय: 11 बिल्वपत्रों पर नाम लिखकर करें अर्पण
सावन सोमवार को बिल्वपत्र का विशेष महत्व होता है। यह भगवान शिव को अत्यंत प्रिय माना जाता है। इस दिन सुबह स्नान करके 11 ताजे और साफ बिल्वपत्र लें। हर पत्ते पर हल्दी या चंदन से अपना नाम या परिवारजनों के नाम लिखें।
इसके बाद शिवलिंग पर एक-एक करके सभी बिल्वपत्र अर्पित करें और साथ ही मन ही मन या धीमे स्वर में इस मंत्र का जाप करें:
मंत्र: ओम त्र्यंबकाय नम
मान्यता है कि ऐसा करने से शिवजी की कृपा से परिवार में चल रही आर्थिक परेशानियां, कर्ज और बाधाएं धीरे-धीरे दूर होने लगती हैं।
दूसरा उपाय: शाम को करें दीपदान
तीसरे सावन सोमवार की शाम के समय पांच दीपक जलाकर घर के मंदिर या किसी शिव मंदिर में शिवलिंग के समक्ष अर्पित करें। अगर पंचमुखी शिवलिंग हो तो और भी शुभ माना जाता है।
हर दीपक को अलग-अलग दिशा की ओर रखें – पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण और मध्य। इस दौरान यह मंत्र बोलें:
मंत्र: ओम पंचवक्त्राय नम
धार्मिक मान्यता के अनुसार, दीपदान से जीवन की पांचों दिशाओं से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और भाग्य के बंद दरवाजे खुलने लगते हैं। इससे आर्थिक संकट का समाधान और सफलता की राह भी आसान होती है।
तीसरा उपाय: करें रूद्राष्टक का पाठ
तीसरे सावन सोमवार को स्नान के बाद एक शांत स्थान पर बैठकर रूद्राष्टक स्तोत्र का पाठ करें। पाठ शुरू करने से पहले मन में एक संकल्प लें कि आप किस कष्ट या परेशानी से मुक्ति पाना चाहते हैं।
रूद्राष्टक स्तोत्र तुलसीदास जी द्वारा रचित है, जिसमें शिवजी की महिमा का वर्णन है। इसका पाठ करने से आत्मबल बढ़ता है और मन को शांति मिलती है। साथ ही ऐसा माना जाता है कि यह पाठ शिवजी को शीघ्र प्रसन्न करता है।
यदि संभव हो तो यह पाठ संध्या काल में करें, जब वातावरण शांत हो और पूजा का वातावरण हो।
संयम और श्रद्धा जरूरी
इन उपायों को करते समय मन को शांत रखें और पूरी श्रद्धा से भगवान शिव और गणेश की पूजा करें। मंत्रों का उच्चारण मन से हो, न कि केवल दिखावे के लिए। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, सच्ची श्रद्धा से की गई पूजा अधिक फल देती है।
सावन के तीसरे सोमवार पर किया गया छोटा-सा उपाय भी जीवन में बड़े बदलाव ला सकता है। ज्योतिष और धर्मशास्त्रों में कई उदाहरण मिलते हैं जहां साधारण भक्तों ने अपनी आस्था से बड़े कष्टों को पार कर लिया।
सावन सोमवार से जुड़ी लोक मान्यताएं
ग्रामीण भारत में आज भी कई लोग मानते हैं कि सावन के सोमवार को शिवजी को जल अर्पण करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। विशेषकर अगर उसी दिन विनायक चतुर्थी का संयोग बन जाए, तो दिन और अधिक फलदायी हो जाता है।
कई लोग इस दिन व्रत रखते हैं, दिनभर उपवास करके शाम को शिव पूजा करते हैं। कई जगहों पर रात्रि जागरण और भजन कीर्तन भी होता है।
आज के दिन का ज्योतिष महत्व
28 जुलाई को चंद्रमा का गोचर भी पूजा-पाठ के लिए अनुकूल स्थिति में है। ग्रहों की स्थिति ऐसी है कि आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए यह दिन अत्यंत लाभकारी माना गया है। पंडितों का मानना है कि यह समय आत्मिक शुद्धि, मानसिक शांति और आर्थिक प्रगति के लिए उत्तम है।