इस हफ्ते बाजार में तेजी देखने को मिली। निफ्टी ने 25,300 के ऊपर ब्रेकआउट दिखाया। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यह बदलाव का संकेत है। अगले हफ्ते 25,700-25,900 रेजिस्टेंस और 25,300 सपोर्ट रहेगा।
Market Outlook: शेयर बाजार ने बीते सप्ताह मजबूती के साथ अपना सफर पूरा किया। शुक्रवार 27 जून को बाजार ने तेजी के संकेत दिए। सेंसेक्स 303.03 अंक की बढ़त के साथ 84,058.90 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 88.8 अंक चढ़कर 25,637.80 के स्तर पर बंद हुई। इस तेजी के पीछे वैश्विक और घरेलू दोनों ही कारकों का योगदान रहा।
सप्ताह के दौरान दिखा संतुलित सुधार
23 जून से 27 जून के बीच बाजार की शुरुआत स्थिर रही, लेकिन सप्ताह के मध्य में निफ्टी ने 25,300 का अहम रजिस्टेंस स्तर पार कर लिया। यह तकनीकी तौर पर एक मजबूत संकेत है, क्योंकि बीते एक महीने से बाजार इसी स्तर पर जूझ रहा था। सप्ताह के अंत में निफ्टी ने 2% से अधिक की बढ़त के साथ 25,650 के आसपास नया उच्चतम स्तर बनाया।
वैश्विक कारकों ने दिया सहारा
इस तेजी की एक प्रमुख वजह वैश्विक स्तर पर तनाव कम होना भी रहा। ईरान और इजरायल के बीच संघर्षविराम से वैश्विक बाजारों में स्थिरता लौटी, जिसका सकारात्मक असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा। इससे निवेशकों की धारणा मजबूत हुई और वे जोखिम उठाने को तैयार दिखे।
मिडकैप और स्मॉलकैप में शानदार प्रदर्शन
न केवल लार्जकैप बल्कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी जोरदार खरीदारी देखने को मिली। NIFTY MIDCAP 100 इंडेक्स में 2% से अधिक और NIFTY SMALLCAP 100 इंडेक्स में 4% की बढ़त देखी गई। इसका साफ मतलब यह है कि निवेशक अब छोटे और मध्यम आकार की कंपनियों में भी भरोसा जता रहे हैं।
तकनीकी विश्लेषण से क्या मिलते हैं संकेत
आनंद राठी ग्रुप के इक्विटी रिसर्च सीनियर मैनेजर जिगर एस पटेल के मुताबिक, निफ्टी में 25,300 का ब्रेकआउट एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है। यह ब्रेकआउट करीब एक महीने की कंसॉलिडेशन रेंज को तोड़ते हुए आया है। इसलिए फिलहाल सतर्क या नकारात्मक रुख को स्थगित किया जा सकता है।
रेजिस्टेंस लेवल पर रहेगी नजर
पटेल के अनुसार इस सप्ताह में 25,700 से 25,900 की रेंज एक मजबूत रेजिस्टेंस ज़ोन हो सकता है। अगर निफ्टी इस रेंज को पार करता है और उस पर बना रहता है तो यह नई तेजी का रास्ता खोल सकता है। ऐसा होने पर बाजार 26,200 के स्तर तक भी जा सकता है।
सपोर्ट स्तर से मिल सकती है दिशा
अगर निफ्टी 25,300 के नीचे बंद होता है, तो यह हालिया ब्रेकआउट को विफल माने जाने की स्थिति होगी। ऐसे में यह स्तर एक मजबूत सपोर्ट की भूमिका निभाएगा। इसके नीचे गिरावट की संभावना बढ़ सकती है और निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता होगी।