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MCX Stock Split: 1 अगस्त को सस्ता होगा शेयर, निवेशकों को मिल सकता है खरीद का बड़ा मौका

MCX Stock Split: 1 अगस्त को सस्ता होगा शेयर, निवेशकों को मिल सकता है खरीद का बड़ा मौका

देश के सबसे बड़े कमोडिटी एक्सचेंज MCX यानी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड ने अपने निवेशकों को बड़ा तोहफा देने की तैयारी कर ली है। कंपनी पहली बार अपने शेयरों का स्टॉक स्प्लिट करने जा रही है। इसके लिए 1 अगस्त 2025 को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की अहम बैठक बुलाई गई है।

इस मीटिंग में कंपनी जून तिमाही के अनऑडिटेड नतीजों के साथ-साथ स्टॉक स्प्लिट के प्रस्ताव पर भी विचार करेगी। अगर यह प्रस्ताव पास हो गया, तो छोटे निवेशकों को MCX का महंगा शेयर अब सस्ती कीमत पर मिल सकता है।

क्या होता है स्टॉक स्प्लिट, कैसे बढ़ती है शेयर की पकड़

स्टॉक स्प्लिट एक कॉरपोरेट प्रक्रिया होती है जिसमें कंपनी अपने एक शेयर को एक से ज्यादा हिस्सों में बांट देती है। इससे शेयर की फेस वैल्यू यानी अंकित मूल्य कम हो जाती है और शेयर का बाजार भाव भी उसी अनुपात में घटता है।

उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कंपनी का शेयर 1 के बदले 5 के अनुपात में स्प्लिट होता है, तो पहले का एक शेयर अब पांच हिस्सों में बंट जाएगा और उसकी कीमत भी पांच गुना घट जाएगी। इससे आम निवेशकों के लिए उस शेयर को खरीदना आसान हो जाता है और बाजार में उसकी लिक्विडिटी यानी ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ती है।

MCX के मौजूदा शेयर की फेस वैल्यू दस रुपये है। अगर स्प्लिट होता है, तो यह फेस वैल्यू घटकर एक रुपये या दो रुपये भी हो सकती है, जो कंपनी के हिसाब से तय किया जाएगा।

बोर्ड मीटिंग में तय होंगे अनुपात और रिकॉर्ड डेट

कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में बताया है कि बोर्ड की 1 अगस्त को होने वाली मीटिंग में स्टॉक स्प्लिट पर औपचारिक चर्चा की जाएगी। हालांकि कंपनी ने अभी तक यह साफ नहीं किया है कि शेयर कितने अनुपात में विभाजित होंगे।

साथ ही रिकॉर्ड डेट यानी वह तारीख, जिस तक शेयरधारक के पास कंपनी के शेयर होने चाहिए, ताकि वह स्प्लिट का लाभ ले सकें, इस पर भी मीटिंग में फैसला लिया जा सकता है।

निवेशकों को अब 1 अगस्त की बैठक का इंतजार है, क्योंकि इसी दिन स्प्लिट का अनुपात, प्रक्रिया और संभावित समय-सीमा की घोषणा की जा सकती है।

MCX का शेयर बना निवेशकों की पसंद, जोरदार रिटर्न का रिकॉर्ड

MCX का शेयर पिछले कुछ सालों में निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न दे चुका है। बुधवार सुबह 10 बजे तक कंपनी का शेयर बीएसई पर करीब सात हजार आठ सौ सत्ताइस रुपये के आसपास कारोबार कर रहा था।

कंपनी का कुल मार्केट कैप लगभग उन्तालिस हजार आठ सौ सत्तर करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

बीते एक साल में इस शेयर ने करीब पचासी प्रतिशत का रिटर्न दिया है। वहीं अगर दो साल की बात करें तो यह आंकड़ा तीन सौ पचास प्रतिशत के करीब पहुंचता है और तीन साल में चार सौ पचास प्रतिशत से अधिक का जबरदस्त मुनाफा निवेशकों की झोली में गया है।

स्टॉक स्प्लिट से क्यों जुड़ी है छोटे निवेशकों की उम्मीद

MCX के शेयर की मौजूदा कीमत आम निवेशकों की पहुंच से बाहर लगती है। एक शेयर की कीमत करीब आठ हजार रुपये होने के कारण कई लोग इसमें निवेश नहीं कर पाते।

स्टॉक स्प्लिट होने से इसका बाजार भाव घटेगा और शेयर आम लोगों के लिए सुलभ हो जाएगा। इससे छोटे निवेशक भी इस शेयर को खरीद पाएंगे और उनकी भागीदारी बढ़ेगी।

इससे ट्रेडिंग वॉल्यूम यानी शेयर की खरीद-फरोख्त की संख्या में बढ़ोतरी होगी और कंपनी के शेयर की लिक्विडिटी में भी इजाफा होगा।

कमोडिटी बाजार में MCX की पकड़ मजबूत

MCX भारत का सबसे बड़ा कमोडिटी एक्सचेंज है और इसके जरिए देशभर में करोड़ों रुपये का कमोडिटी ट्रेड होता है। सोना, चांदी, कच्चा तेल, धातुएं और कृषि उत्पाद जैसे कई सेक्टर में MCX का दबदबा है।

कंपनी की सेवाएं देश के सैकड़ों शहरों में उपलब्ध हैं और ट्रेडर्स के बीच इसकी तकनीकी क्षमता और पारदर्शिता के लिए एक अलग पहचान है। यही वजह है कि इसके शेयर को लेकर निवेशकों में खासा उत्साह रहता है।

पहली बार स्टॉक स्प्लिट कर रही है कंपनी

अब तक MCX ने अपने शेयरों का कभी भी स्टॉक स्प्लिट नहीं किया है। यह कंपनी के इतिहास में पहली बार होगा जब वह इस तरह का कॉरपोरेट एक्शन करने जा रही है।

शेयरधारकों और निवेशकों के लिए यह बड़ा मौका साबित हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबे समय से MCX के शेयर में निवेश करना चाह रहे हैं लेकिन इसकी ऊंची कीमत के कारण पीछे हट जाते हैं।

कंपनी का फोकस लिक्विडिटी बढ़ाने पर

MCX के इस फैसले के पीछे प्रमुख कारण बाजार में लिक्विडिटी को बढ़ाना है। कंपनी चाहती है कि उसके शेयर ज्यादा से ज्यादा लोगों के पोर्टफोलियो में शामिल हों।

जब शेयर की कीमत कम होती है, तो छोटे निवेशक भी उसमें रुचि दिखाते हैं और इससे बाजार में कंपनी की भागीदारी और पहचान मजबूत होती है। साथ ही कंपनी को भविष्य में पूंजी जुटाने में भी आसानी हो सकती है।

नजरें 1 अगस्त की बैठक पर टिकी

अब सबकी निगाहें 1 अगस्त 2025 को होने वाली बोर्ड मीटिंग पर हैं। निवेशकों को उम्मीद है कि इस दिन कंपनी स्टॉक स्प्लिट के अनुपात, रिकॉर्ड डेट और प्रक्रिया से जुड़ी सभी जानकारी सार्वजनिक कर देगी।

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