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मेडागास्कर में राजनीतिक भूचाल! राष्ट्रपति एंड्री राजोइलिना की नागरिकता हुई रद्द

मेडागास्कर में राजनीतिक भूचाल! राष्ट्रपति एंड्री राजोइलिना की नागरिकता हुई रद्द

मेडागास्कर में Gen-Z प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति एंड्री राजोइलिना की नागरिकता रद्द कर दी गई। सेना के समर्थन और युवाओं के विरोध ने राजनीतिक संकट को बढ़ा दिया। देश की संवैधानिक व्यवस्था गंभीर रूप से प्रभावित हुई।

Gen-Z Protest: मेडागास्कर में हाल ही में हुए Gen-Z प्रदर्शन ने देश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। इन प्रदर्शनों के बाद हालात इतने गंभीर हो गए कि सत्ता से बेदखल किए गए राष्ट्रपति एंड्री राजोइलिना को देश छोड़ना पड़ा। अब सैन्य शासन ने उनके खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए उनकी नागरिकता रद्द कर दी है। यह फैसला उस समय आया है जब देश में संवैधानिक व्यवस्था (constitutional order) पूरी तरह से डगमगाई हुई है।

सैन्य शासन का कड़ा कदम

मेडागास्कर में सैन्य शासन ने तख्तापलट (coup) के एक सप्ताह बाद यह निर्णय लिया कि एंड्री राजोइलिना की मेडागास्कर नागरिकता समाप्त की जाए। उनके पास फ्रांसीसी नागरिकता (French citizenship) भी है, जिसे लेकर पहले ही देश में नाराजगी थी। इसी मुद्दे को लेकर 2023 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उनकी पात्रता (eligibility) पर सवाल उठे थे। विरोध के बावजूद उन्होंने चुनाव जीता, लेकिन सत्ता में उनकी पकड़ लंबे समय तक नहीं टिक पाई।

नए प्रधानमंत्री ने किया कानून लागू

देश के नवनियुक्त प्रधानमंत्री हेरिन्त्सलामा राजोनारिवेलो ने एक नए कानून पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत कोई भी व्यक्ति जिसके पास किसी अन्य देश की नागरिकता हो, उसकी मेडागास्कर नागरिकता रद्द की जा सकती है। इस कानून के लागू होते ही एंड्री राजोइलिना की नागरिकता स्वतः समाप्त कर दी गई। यह कदम देश की संप्रभुता (sovereignty) और संवैधानिक शुचिता (constitutional purity) को बनाए रखने की दिशा में बताया जा रहा है।

युवाओं के नेतृत्व में हुआ उग्र विरोध

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की रिपोर्ट के अनुसार, मेडागास्कर में हुए विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई युवा वर्ग यानी Gen-Z ने की। ये प्रदर्शन शुरुआत में पानी और बिजली की लगातार कटौती के खिलाफ थे, लेकिन जल्द ही ये सरकार-विरोधी आंदोलन में बदल गए। हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग करने लगे। विरोध इतना उग्र हुआ कि सुरक्षा बलों को बल प्रयोग करना पड़ा, जिसमें 22 लोगों की मौत हुई और 100 से अधिक घायल हो गए।

सेना के शामिल होने से बदले हालात

स्थिति तब और बिगड़ गई जब सेना के कुछ दलों ने भी प्रदर्शनकारियों का साथ देना शुरू कर दिया। यह देश की सत्ता व्यवस्था के लिए सबसे बड़ा झटका था क्योंकि इससे सरकार की वैधता (legitimacy) पर सवाल उठने लगे। इसके बाद राजोइलिना ने देश छोड़ दिया और वे फिलहाल अज्ञात स्थान पर हैं।

फ्रांसीसी नागरिकता पर उठा विवाद

मेडागास्कर पहले फ्रांस का उपनिवेश (colony) रहा है। राजोइलिना की फ्रांसीसी नागरिकता को लेकर देश में पहले से ही असंतोष था। कई लोगों का मानना था कि एक व्यक्ति जो किसी विदेशी देश का नागरिक है, वह मेडागास्कर के सर्वोच्च पद पर नहीं रह सकता। यही असंतोष समय के साथ प्रदर्शन में बदल गया और अंततः सत्ता परिवर्तन का कारण बना।

25 सितंबर से शुरू हुआ आंदोलन

मेडागास्कर में यह विरोध 25 सितंबर को शुरू हुआ था। राजधानी एंटानानारिवो समेत कई शहरों में लोग लगातार बिजली और पानी की कटौती से परेशान थे। लेकिन जैसे-जैसे प्रदर्शन बढ़ा, यह केवल जनजीवन की समस्या नहीं रह गया बल्कि यह सरकार की नीतियों, भ्रष्टाचार और असमानता के खिलाफ जनआंदोलन बन गया। युवा वर्ग ने इसे अपने भविष्य और लोकतांत्रिक अधिकारों की लड़ाई बताया।

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