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तेजस्वी-तेज प्रताप पर फूटा राजीव रंजन का गुस्सा, कहा – 'नीतीश कुमार ही फिर बनेंगे मुख्यमंत्री'

तेजस्वी-तेज प्रताप पर फूटा राजीव रंजन का गुस्सा, कहा – 'नीतीश कुमार ही फिर बनेंगे मुख्यमंत्री'

बिहार की राजनीति में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। जनता दल (यूनाइटेड) ने लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव पर करारा हमला बोला है। 

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही राज्य की सियासी सरगर्मियां चरम पर पहुंच गई हैं। सभी राजनीतिक दलों के नेता और प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्रों में प्रचार में जुट गए हैं। इसी कड़ी में जनसुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर भी सीतामढ़ी जिले के विभिन्न प्रखंडों में अपने उम्मीदवारों के समर्थन में रोड शो कर रहे हैं और लोगों से वोट की अपील कर रहे हैं।

प्रशांत किशोर का जनसंपर्क अभियान लोगों के बीच अच्छी खासी चर्चा का विषय बना हुआ है। उनके रोड शो में भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे उनके समर्थकों में जोश दिखाई दे रहा है। हालांकि, जनता उनके इस परिश्रम को मतदान के दिन कितना समर्थन में बदलती है, यह तो 14 नवंबर को मतगणना के समय ही स्पष्ट होगा।

JDU ने कहा – जो परिवार को नहीं संभाल सका, वो बिहार क्या संभालेगा?

जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, तेजप्रताप यादव का लगातार बागी रवैया अपनाना इस बात का संकेत है कि तेजस्वी यादव अपने परिवार तक को एकजुट नहीं रख पा रहे हैं। जो व्यक्ति अपने परिवार को नहीं संभाल सकता, जो गठबंधन में तालमेल नहीं बैठा सकता, वह बिहार जैसे राज्य का नेतृत्व कैसे करेगा? उन्होंने कहा कि गठबंधन ने किसी को मुख्यमंत्री का चेहरा बना देना एक बात है, लेकिन मुख्यमंत्री वही बनता है जिसे जनता की मुहर मिले।

बिहार में मुख्यमंत्री की कोई वैकेंसी नहीं है — नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। राजीव रंजन ने आरजेडी महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी के उस बयान पर भी पलटवार किया जिसमें उन्होंने कहा था कि “तेजस्वी को जननायक बनने में अभी समय लगेगा। इस पर जेडीयू प्रवक्ता ने कहा, जननायक सोने की चम्मच लेकर पैदा नहीं होते। तेजस्वी यादव की पहचान केवल इस वजह से है कि वे लालू प्रसाद यादव के बेटे हैं। अगर वे लालू यादव के बेटे न होते, तो वे किसी पार्टी के सामान्य कार्यकर्ता या बेरोजगार युवाओं की भीड़ में खड़े होते।

‘कर्पूरी ठाकुर जैसे जननायक बनना आसान नहीं’

राजीव रंजन ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को सच्चा जननायक बताया। उन्होंने कहा, जननायक वह होता है जो गरीब परिवार में जन्म लेकर संघर्ष के बल पर शिखर तक पहुंचे। कर्पूरी ठाकुर ने कभी नैतिकता से समझौता नहीं किया और पूरी जिंदगी गरीबों और वंचितों के अधिकारों के लिए लड़े। तेजस्वी यादव को उनसे सीख लेनी चाहिए क्योंकि कर्पूरी जी जैसा बनना आसान नहीं है।

जेडीयू प्रवक्ता ने कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन पर भ्रष्टाचार को लेकर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चारा घोटाले के जांच अधिकारी यूएन बिस्वास ने हाल ही में खुलासा किया कि कांग्रेस ने लालू यादव को बचाने में मदद की थी। राजीव रंजन ने कहा, यूएन बिस्वास उस समय लालू यादव की राजनीति के लिए काल साबित हुए थे। जब लालू यादव गिरफ्तार हुए तो उनकी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया गया। आज भी कांग्रेस और राजद का रिश्ता भ्रष्टाचार के बिना अधूरा है। यह गठबंधन नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार का मेल है।

उन्होंने कहा कि यह खुलासा ऐसे समय आया है जब बिहार में राजनीतिक तापमान लगातार बढ़ रहा है। न तो आरजेडी और न ही कांग्रेस इस पर कोई सफाई दे पा रहे हैं। हम चुनौती देते हैं कि अगर उनके पास कुछ कहना है तो सामने आकर बताएं कि उनका रिश्ता भ्रष्टाचार से क्यों नहीं जुड़ा है।

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