बॉलीवुड के मशहूर निर्देशक अनुराग बसु, जो अपनी अलग और दिल छूने वाली कहानियों के लिए पहचाने जाते हैं, उनकी मोस्ट अवेटेड फिल्म मेट्रो… इन दिनों हाल ही में 4 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। मल्टीस्टारर कास्ट और दमदार प्रमोशन की वजह से फिल्म पहले दिन से ही चर्चा में रही।
एंटरटेनमेंट: बॉलीवुड के मशहूर निर्देशक अनुराग बसु की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘मेट्रो इन दिनों’ ने रिलीज के तीसरे दिन बॉक्स ऑफिस पर थोड़ी राहत भरी हवा ली है। 4 जुलाई को सिनेमाघरों में उतरी इस रोमांटिक-ड्रामा फिल्म में सारा अली खान और आदित्य रॉय कपूर की नई जोड़ी को लेकर पहले से ही चर्चा थी। हालांकि शुरुआती ओपनिंग उम्मीदों के मुताबिक नहीं रही, लेकिन वीकेंड का फायदा फिल्म को जरूर मिला।
पहले दिन जहां फिल्म ने महज 3.5 करोड़ रुपये की ओपनिंग की, वहीं शनिवार यानी दूसरे दिन इसमें बढ़ोतरी नजर आई और कलेक्शन 6 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। रविवार को भी ‘मेट्रो इन दिनों’ ने 5.46 करोड़ का कलेक्शन कर अपनी कुल कमाई को तीन दिन में 14.96 करोड़ तक पहुंचा दिया।
कहानी और स्टारकास्ट का कमाल, लेकिन…
अनुराग बसु अपने खास अंदाज और दिल छू लेने वाली कहानियों के लिए जाने जाते हैं। ‘मेट्रो इन दिनों’ में भी उन्होंने रिश्तों और शहरी जिंदगी के उलझनों को बड़े ही सधे हुए अंदाज में दिखाया है। फिल्म की कहानी मल्टीपल कैरेक्टर्स के जरिए बुनी गई है, जिसमें प्यार, ब्रेकअप, उम्मीद और अकेलापन जैसे इमोशन्स देखने को मिलते हैं।
सारा अली खान और आदित्य रॉय कपूर की केमिस्ट्री को दर्शकों ने काफी पसंद किया है। साथ ही पंकज त्रिपाठी, अनुपम खेर जैसे अनुभवी कलाकारों ने कहानी में गहराई दी है। बावजूद इसके, फिल्म का शुरुआती कलेक्शन कमजोर रहना इस बात का संकेत है कि दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने के लिए और ज्यादा दमदार प्रमोशन की जरूरत थी।
'हाउसफुल 5' से टक्कर या अलग राह?
गौरतलब है कि इसी महीने ‘हाउसफुल 5’ जैसी बड़ी कमर्शियल फ्रेंचाइजी भी दस्तक देने वाली है। ऐसे में कई ट्रेड एनालिस्ट का मानना है कि अगर ‘मेट्रो इन दिनों’ आने वाले हफ्तों में रफ्तार नहीं पकड़ पाई, तो ‘हाउसफुल 5’ इसका बिजनेस पर असर डाल सकती है। हालांकि कुछ लोगों का यह भी मानना है कि ‘मेट्रो इन दिनों’ का ऑडियंस अलग है, जो मसाला कॉमेडी से इतर सादगी और यथार्थ को पसंद करता है। यही वजह है कि फिल्म को धीरे-धीरे वर्ड ऑफ माउथ का फायदा मिल सकता है।
फिल्म ने तीन दिन में लगभग 15 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर लिया है, लेकिन 50 करोड़ क्लब में शामिल होने के लिए इसे आने वाले दिनों में लगातार अच्छी कमाई करनी होगी। इसके लिए जरूरी है कि वीकडेज में भी दर्शक सिनेमाघरों में बने रहें। मल्टीस्टारर फिल्मों का हाल के दिनों में प्रदर्शन मिला-जुला रहा है, और ‘मेट्रो इन दिनों’ भी फिलहाल उसी कशमकश से गुजरती नजर आ रही है। दर्शकों की समीक्षाएं पॉजिटिव तो हैं, लेकिन मास ऑडियंस तक पहुंचना अभी भी चुनौती बना हुआ है।
क्या अनुराग बसु का मैजिक चलेगा?
अनुराग बसु जैसे निर्देशक की फिल्में अक्सर धीमी शुरुआत के बाद लंबी रेस का घोड़ा साबित हुई हैं। ‘लाइफ इन ए मेट्रो’ और ‘बर्फी’ जैसी फिल्में इसका उदाहरण हैं, जिन्हें वर्ड ऑफ माउथ का जबरदस्त फायदा मिला था। ‘मेट्रो इन दिनों’ भी कुछ हद तक उसी राह पर बढ़ती दिख रही है। सिनेमा के जानकार मानते हैं कि अगर कहानी दर्शकों को बांधे रखने में कामयाब रही, तो फिल्म की कमाई आने वाले दिनों में बेहतर हो सकती है।
फिल्म की स्टारकास्ट ने प्रमोशन में कोई कमी नहीं छोड़ी, लेकिन टिकट खिड़की पर फिल्म का प्रदर्शन अब दर्शकों की प्रतिक्रिया पर टिका है। अगर पॉजिटिव रिव्यू सोशल मीडिया और दर्शकों के बीच फैलते हैं, तो अगले हफ्ते ‘मेट्रो इन दिनों’ अपनी कमाई को दोगुना भी कर सकती है।