उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन 452 वोटों से विजयी। विपक्षी इंडिया गठबंधन के सांसदों ने कथित क्रॉस वोटिंग की। कुल 767 मतदान में 15 वोट अवैध। शिवसेना ने पांच महाराष्ट्र सांसदों के एनडीए समर्थन की पुष्टि की।
Maharashtra: उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 में विपक्षी इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने 452 वोटों के साथ जीत दर्ज की, जबकि विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को केवल 300 वोट ही मिले। कुल 781 सदस्यों में से 767 ने मतदान किया था। इसमें 15 वोट अवैध घोषित किए गए। इस परिणाम ने विपक्षी खेमे में सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या कुछ सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की।
महाराष्ट्र की शिवसेना (यूबीटी) ने दावा किया है कि मतदान के समय उद्धव ठाकरे गुट के पांच सांसद उनके संपर्क में थे और उन्होंने NDA के उम्मीदवार को वोट दिया। शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने बताया कि शरद पवार गुट के सांसदों ने भी एनडीए को वोट किया। विपक्ष के पास 324 वोट होने का अनुमान था, लेकिन उन्हें केवल 300 वोट ही प्राप्त हुए।
विपक्षी खेमे में उभरी असहमति
संजय निरुपम ने कहा कि सुबह से विपक्ष के नेता अलग-अलग दावे कर रहे थे कि NDA के वोट बिखर जाएंगे, लेकिन परिणाम आने के बाद एनडीए को उनके संख्याबल से ज्यादा वोट मिले। एनडीए को 16 अतिरिक्त मत प्राप्त हुए जबकि 15 वोट रद्द किए गए या कुछ सांसद अनुपस्थित थे। उन्होंने कहा कि YSRCP ने भी एनडीए का समर्थन किया। संजय निरुपम ने सवाल उठाया कि ये 16 अतिरिक्त वोट किसके थे, इस पर विपक्ष के पास कोई स्पष्ट जवाब नहीं है।
संजय राउत का पक्ष
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा कि हमें हमारे सभी 315 वोट मिले। 15 वोट अवैध घोषित किए गए, लेकिन उन्होंने इसके कारण स्पष्ट नहीं किए। उनका कहना था कि उनका खेमा अपने मतों के साथ पूरी तरह ईमानदार रहा। इस बयान ने विपक्ष में भ्रम और असहमति की स्थिति को और बढ़ा दिया।
विपक्ष के लिए बड़ा झटका
इंडिया गठबंधन को उम्मीद थी कि बी. सुदर्शन रेड्डी को कम से कम 320 वोट मिलेंगे, लेकिन उन्हें केवल 300 वोट ही प्राप्त हुए। इस परिणाम ने विपक्ष के रणनीतिकारों में निराशा और सवाल खड़े कर दिए। बीजेपी के सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि लगभग 40 विपक्षी सांसदों ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी और किसी न किसी रूप में एनडीए उम्मीदवार के समर्थन में मतदान किया।