Columbus

महाराष्ट्र सियासत: गणेश नाइक बोले- एकनाथ शिंदे ने जीती थी CM की लॉटरी, शिवसेना का पलटवार

महाराष्ट्र सियासत: गणेश नाइक बोले- एकनाथ शिंदे ने जीती थी CM की लॉटरी, शिवसेना का पलटवार

महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर बयानबाजी तेज हो गई है। बीजेपी मंत्री गणेश नाइक ने एकनाथ शिंदे को लेकर कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद की लॉटरी जीती थी, लेकिन अब जनता देख रही है कि वे इस जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं। शिवसेना ने पलटवार करते हुए नाइक पर नवी मुंबई की राजनीति से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया।

Maharashtra: पालघर में भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान बीजेपी मंत्री गणेश नाइक ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि एकनाथ शिंदे ने 2022 में मुख्यमंत्री पद की "लॉटरी" जीती थी, लेकिन जनता इस बात पर नजर रख रही है कि वे अपनी जिम्मेदारी कितनी सफलतापूर्वक निभा रहे हैं। नाइक ने 22 अगस्त को ठाणे में जनता दरबार आयोजित करने की भी घोषणा की, जिसे शिंदे खेमे के गढ़ में उनकी राजनीतिक रणनीति माना जा रहा है। इस पर शिवसेना ने पलटवार करते हुए नाइक पर नवी मुंबई पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए बयानबाजी करने का आरोप लगाया।

शिंदे पर गणेश नाइक का बड़ा बयान

महाराष्ट्र की सियासत में बयानबाजी का दौर तेज हो गया है। बीजेपी के वन मंत्री गणेश नाइक ने ठाणे और पालघर में दिए अपने बयानों से हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे ने 2022 में मुख्यमंत्री पद की लॉटरी जीती थी, लेकिन अब जनता यह देख रही है कि वे उस जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं। नाइक ने तंज कसते हुए कहा कि हर किसी को लॉटरी नहीं मिलती, लेकिन शिंदे को मिली।

उन्होंने आगे कहा कि जनता केवल यह नहीं देखती कि कोई व्यक्ति सत्ता तक कैसे पहुंचा, बल्कि यह भी देखती है कि वह उसे कितनी जिम्मेदारी से संभालता है। इस मौके पर मौजूद शिवसेना विधायक और बीजेपी सांसद हेमंत सवरा ने भी नाइक की बात का समर्थन किया।

लगातार शिंदे खेमे पर हमलावर

यह पहली बार नहीं है जब गणेश नाइक ने शिंदे को निशाने पर लिया हो। जुलाई में भी उन्होंने ठाणे और नवी मुंबई के संसाधनों पर बाहरी लोगों द्वारा कब्जे का आरोप लगाकर अप्रत्यक्ष रूप से शिंदे खेमे को घेरा था। लगातार दिए जा रहे इन बयानों से महाराष्ट्र की राजनीति में तनाव और बढ़ गया है।

राजनीतिक जानकार मानते हैं कि नाइक के बयानों के पीछे ठाणे की सियासत और शक्ति संतुलन की बड़ी भूमिका है। दरअसल, ठाणे को शिंदे का गढ़ माना जाता है, ऐसे में नाइक का यहां लगातार सक्रिय होना उनके गुट में असहजता बढ़ा सकता है।

शिवसेना का पलटवार और गठबंधन पर सवाल

गणेश नाइक के बयान पर शिवसेना ने तीखा पलटवार किया है। पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि नाइक नवी मुंबई पर अपनी लंबे समय से बनी पकड़ से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह बयान ऐसे समय में आया है जब महायुति (बीजेपी-शिवसेना गठबंधन) में दरार की अटकलें पहले से ही जोरों पर हैं।

2022 में शिंदे ने उद्धव ठाकरे की महा विकास अघाड़ी सरकार गिराकर सत्ता संभाली थी। हालांकि, 2024 विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत के बाद उन्हें उपमुख्यमंत्री पद तक सीमित होना पड़ा और मुख्यमंत्री की कुर्सी देवेंद्र फडणवीस को मिली। इसी सियासी पृष्ठभूमि में नाइक के तंज को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

जनता दरबार का ऐलान

गणेश नाइक ने रविवार (17 अगस्त) को ठाणे जिले में 22 अगस्त को जनता दरबार आयोजित करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि जिले के अलग-अलग हिस्सों से लोग अपनी समस्याएं लेकर आएंगे और उनके समाधान की कोशिश की जाएगी। यह कदम सीधे तौर पर शिंदे खेमे की नाराज़गी बढ़ा सकता है क्योंकि ठाणे उनका राजनीतिक गढ़ है।

इसके अलावा, नाइक ने बताया कि 19 और 20 अगस्त को नवी मुंबई और जव्हार में भी इसी तरह के कार्यक्रम होंगे। उनका कहना है कि जनता की सेवा के लिए शक्ति चाहिए और शक्ति पाने के लिए जनता की सेवा करनी पड़ती है। उनके मुताबिक, यह दोनों जिम्मेदारियां एक-दूसरे से गहराई से जुड़ी हुई हैं।

Leave a comment