मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि एक जुलाई को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, गोरखपुर (एमजीयूजी) में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा होने वाले लोकार्पण और शिलान्यास समारोह को भव्य और यादगार बनाया जाए।
MGUG: गोरखपुर के महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय (एमजीयूजी) में 1 जुलाई का दिन एक और ऐतिहासिक उपलब्धि का गवाह बनने जा रहा है। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु इस दिन एमजीयूजी में नवनिर्मित अकादमिक भवन, अत्याधुनिक ऑडिटोरियम और पंचकर्म केंद्र का लोकार्पण करेंगी, साथ ही गर्ल्स हॉस्टल का शिलान्यास भी उनके करकमलों से होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को भव्य, यादगार और प्रेरणादायी बनाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार की शाम स्वयं एमजीयूजी पहुंचकर आयोजन की तैयारियों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद गेस्ट हाउस में हुई समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति का आगमन न केवल विश्वविद्यालय बल्कि पूरे पूर्वांचल के लिए गौरव का विषय है। यह विश्वविद्यालय अपने चार साल पूरे होने से पहले ही दूसरी बार राष्ट्रपति के स्वागत का अवसर पा रहा है, जो इसकी बढ़ती प्रतिष्ठा का प्रतीक है।
CM योगी ने दिए सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों से कहा कि राष्ट्रपति का कार्यक्रम सुव्यवस्थित, भव्य और सुविधाजनक होना चाहिए। कार्यक्रम स्थल की स्वच्छता, आगंतुकों की सुविधाएं, सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन समेत हर छोटे-बड़े पहलू की गहन निगरानी की जाए। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि मंच, पंडाल, रूट मैप, पार्किंग और आगंतुकों के बैठने की व्यवस्था किसी भी स्थिति में अव्यवस्थित नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने याद दिलाया कि 28 अगस्त 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों एमजीयूजी के उद्घाटन कार्यक्रम की सफलता को लोगों ने आज भी सराहा है, और इस बार भी वैसी ही शालीनता और भव्यता सुनिश्चित होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि एमजीयूजी की तेजी से हो रही प्रगति में इस कार्यक्रम की बड़ी भूमिका होगी और यह भविष्य में अन्य संस्थानों के लिए भी प्रेरणा बनेगा।
रियल टाइम कोऑर्डिनेशन पर जोर
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सुरक्षा एजेंसियों, जिला प्रशासन, पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच रियल टाइम कोऑर्डिनेशन कायम रखा जाए। किसी भी आपात स्थिति या जरूरत में तुरंत सामंजस्य स्थापित हो, ताकि कार्यक्रम में किसी तरह की बाधा न आए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर और आस-पास के जिलों से आने वाले मेहमानों के लिए भी पर्याप्त पार्किंग, रूट डायवर्जन और यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
समीक्षा बैठक से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति के प्रस्तावित रूट और मंच स्थल का भी निरीक्षण किया। उन्होंने पंडाल की मजबूती, अग्निशमन व्यवस्थाओं, सीसीटीवी कैमरा और सुरक्षा उपकरणों की कार्यक्षमता का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति के काफिले के गुजरने वाले सभी रास्तों को दुरुस्त रखा जाए और कार्यक्रम स्थल के आसपास स्वच्छता अभियान चलाकर उसे पूरी तरह चमकाया जाए।
आयुष विश्वविद्यालय के उद्घाटन का भी हिस्सा होंगी राष्ट्रपति
इसके अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु गोरखपुर में बन रहे आयुष विश्वविद्यालय का भी उद्घाटन करेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को मजबूती देगा और स्वास्थ्य सेवाओं का नया अध्याय रचेगा। उन्होंने कहा कि इसके उद्घाटन समारोह में भी किसी तरह की चूक न हो और हर पहलू पर विशेष निगरानी रखी जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने दोहराया कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय पूर्वांचल की शिक्षा व्यवस्था में तेजी से एक मजबूत स्तंभ बनकर उभरा है। राष्ट्रपति का यहां आगमन छात्रों, शिक्षकों और पूरे क्षेत्र के लिए गौरव और प्रेरणा का अवसर होगा। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक पल को यादगार बनाने के लिए सभी जिम्मेदार अधिकारी अपनी पूरी क्षमता झोंक दें।
1 जुलाई को होने वाला यह कार्यक्रम सिर्फ एक लोकार्पण या शिलान्यास समारोह नहीं है, बल्कि यह गोरखपुर और पूरे उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा का प्रतीक भी है। सीएम योगी की सक्रिय निगरानी और राष्ट्रपति के करकमलों से होने वाला यह कार्यक्रम निश्चित तौर पर आने वाले वर्षों में एमजीयूजी की प्रतिष्ठा और ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा।