भीषण चक्रवाती तूफान मोंथा से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में व्यापक नुकसान हुआ। आंध्र में 3 मौतें, हजारों हेक्टेयर फसल नष्ट और सड़क-पुल क्षतिग्रस्त। मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया।
Cyclone Montha: भीषण चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी नुकसान किया है। मोंथा के कारण आंध्र प्रदेश में तीन लोगों की जान चली गई और तेलंगाना में भारी बारिश से सड़कें और फसलें व्यापक रूप से क्षतिग्रस्त हुईं। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। उन्होंने राहत कार्यों का व्यक्तिगत निरीक्षण किया और अधिकारियों को नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
तेलंगाना में बारिश और बाढ़ की स्थिति

मोंथा चक्रवात के प्रभाव से तेलंगाना के कई जिलों में भारी बारिश हुई। वारंगल, जनगांव, हनुमाकोंडा, महबूबाबाद, करीमनगर, सिद्दीपेट, राजन्ना सिरसिल्ला, यदाद्री भुवनागिरी, सूर्यापेट, नलगोंडा, खम्मम, नगरकुर्नूल, पेद्दापल्ली और भद्राद्री कोठागुडेम जिलों में बारिश का प्रभाव रहा। राजधानी हैदराबाद में भी मौसम अत्यधिक प्रभावित हुआ। तेलंगाना डेवलपमेंट प्लानिंग सोसाइटी के अनुसार, हनुमाकोंडा जिले के भीमादेवरपल्ले में सुबह 8.30 बजे से रात 9 बजे तक 412.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। वारंगल जिले के कलेदा में 382.3 मिमी, उरुस में 336.8 मिमी और रेडलावाड़ा में 333.3 मिमी बारिश हुई।
आंध्र प्रदेश में चक्रवात का प्रभाव
मोंथा चक्रवात के आंध्र प्रदेश के तट से टकराने के बाद राज्य में तीन लोगों की मौत हुई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाए। यह तूफान मंगलवार आधी रात को तट से टकराया था। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, फसलें, सड़कें और पुल व्यापक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
मुख्यमंत्री को प्रस्तुत रिपोर्ट में बताया गया कि मोंथा से 87,000 हेक्टेयर भूमि की फसलें नष्ट हुई हैं। 304 मंडलों में धान, मक्का, कपास और उड़द की फसलें प्रभावित हुईं। इसके अलावा 59,000 हेक्टेयर में फसलें जलमग्न हैं। कुल 78,796 किसान प्रभावित हुए हैं।

सड़क और पुलों को हुए नुकसान का अनुमान
पंचायती राज विभाग की 380 किलोमीटर लंबी सड़कें और आरएंडबी विभाग की 2,300 किलोमीटर लंबी सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। 14 पुलों को भी नुकसान हुआ। अधिकारियों ने सड़कों और पुलों के नुकसान का अनुमान 1,424 करोड़ रुपये और ग्रामीण जलापूर्ति अवसंरचना के प्रभावित होने का अनुमान 36 करोड़ रुपये बताया। चक्रवात के दौरान तीन लोगों की मौत के अलावा 42 पशु भी मारे गए।
मुख्यमंत्री का हवाई दौरा
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने प्रभावित जिलों का हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने बापटला, पालनाडू, कृष्णा, कोनासीमा और एलुरु जिलों का दौरा किया। दौरे के दौरान उन्होंने कहा कि तट पर तेज हवाएं चलीं और प्रकाशम तथा नेल्लोर जिलों में भारी बारिश हुई। उन्होंने बताया कि हवा की गति 75 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई थी।
 
                                                                        
                                                                             
                                                












