नेपाल के पूर्वी जिलों में शुक्रवार रात 4.4 तीव्रता का भूकंप आया। झटकों के डर से लोग घरों से बाहर निकले। प्रशासन ने सतर्क रहने की अपील की।
Earthquake in Nepal: शुक्रवार रात नेपाल की धरती भूकंप के झटकों से हिल गई। यह भूकंप रात 11:15 बजे पूर्वी नेपाल के संखुवासभा जिले के मघांग क्षेत्र में आया। इसकी तीव्रता 4.4 मापी गई और केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर गहराई पर था। भूकंप आते ही लोग अपने घरों से घबराकर बाहर निकल आए।
कई जिलों में महसूस हुए झटके
भूकंप का असर केवल एक इलाके तक सीमित नहीं रहा। पूर्वी नेपाल के कई जिलों में इसके झटके महसूस किए गए। अचानक आए इस भूकंप से लोगों में दहशत फैल गई और वे देर रात तक घरों के बाहर ही रहे। हालांकि राहत की बात यह रही कि भूकंप का झटका केवल एक बार ही महसूस हुआ और किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं मिली।
प्रशासन ने की सतर्क रहने की अपील
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। भूकंप के बाद आपदा प्रबंधन टीमें और भूकंपीय गतिविधियों पर नजर रखने वाली एजेंसियां लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन का कहना है कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी इंतजाम तैयार हैं।
नेपाल में भूकंप का इतिहास
नेपाल एक ऐसा देश है जो उच्च भूकंपीय जोखिम वाले क्षेत्र में आता है। यहां समय-समय पर मध्यम से तेज तीव्रता वाले भूकंप आते रहते हैं। अप्रैल 2015 में आए 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप में करीब 9,000 लोगों की जान गई थी और लाखों घर तबाह हो गए थे। उस भूकंप ने नेपाल के बड़े हिस्से में तबाही मचा दी थी।
लोगों में डर लेकिन कोई नुकसान नहीं
शुक्रवार रात आए इस भूकंप ने लोगों को एक बार फिर 2015 की भयावह याद दिला दी। हालांकि, इस बार भूकंप की तीव्रता काफी कम थी और किसी के हताहत होने या नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली। विशेषज्ञों का कहना है कि नेपाल की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि यहां भविष्य में भी भूकंप के खतरे बने रहेंगे।