23 अगस्त 2025 को शनि अमावस्या पर सूर्य और शनि के मिलन से षडाष्टक दुर्योग बन रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, यह विशेष योग कर्क, मिथुन और मीन राशि वालों के लिए चुनौतियां लेकर आएगा। सावधानी, संयम और पूजा-पाठ से नकारात्मक असर को कम किया जा सकता है।
Shani Amavasya 2025: इस साल की शनि अमावस्या 23 अगस्त 2025 को पड़ रही है, जब सूर्य और शनि 150 डिग्री पर आकर षडाष्टक दुर्योग बनाएंगे। ज्योतिष गणना के अनुसार यह विशेष संयोग शाम 4 बजकर 32 मिनट पर बनेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस योग का असर कई राशियों पर पड़ेगा, लेकिन खासकर कर्क, मिथुन और मीन राशि के जातकों को सावधानी बरतने की जरूरत होगी। कामकाज में रुकावटें, वैवाहिक जीवन में तनाव और आर्थिक हानि की आशंका जताई गई है। पूजा-पाठ और दान से अशुभ प्रभाव कम हो सकता है।
23 अगस्त को शनि अमावस्या
इस साल की शनि अमावस्या 2025 खास मानी जा रही है क्योंकि इस दिन सूर्य और शनि 150 डिग्री पर आकर षडाष्टक दुर्योग का निर्माण करेंगे। ज्योतिष गणना के अनुसार यह योग 23 अगस्त 2025 को शाम 4 बजकर 32 मिनट पर बनेगा। ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि यह स्थिति कई राशियों के लिए सामान्य तो रहेगी, लेकिन विशेष रूप से कर्क, मिथुन और मीन राशि के जातकों को सावधानी बरतने की जरूरत होगी।
क्या है षडाष्टक दुर्योग?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब सूर्य और शनि एक-दूसरे से 150 डिग्री के अंतर पर आ जाते हैं, तब यह स्थिति षडाष्टक योग कहलाती है। इसे अशुभ प्रभाव वाला माना जाता है क्योंकि इसमें कामकाज में रुकावटें, वैवाहिक जीवन में तनाव और आर्थिक नुकसान जैसी चुनौतियां सामने आ सकती हैं। इस बार यह संयोग शनि अमावस्या पर बन रहा है, इसलिए इसका असर और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है।
कर्क राशि पर असर
कर्क राशि के जातकों के लिए यह अमावस्या कामकाज में रुकावटें पैदा कर सकती है। छोटी-छोटी समस्याएं आपके धैर्य की परीक्षा लेंगी। पारिवारिक स्तर पर पिता या बड़े सदस्यों से मतभेद हो सकते हैं, वहीं प्रेम संबंधों में भी तनाव बढ़ने की आशंका है। ऐसे समय में संयम बनाए रखना और गुस्से में कोई निर्णय न लेना ही बेहतर होगा। भाग्य के भरोसे रहने के बजाय मेहनत और धैर्य पर भरोसा करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों को इस समय खास सतर्क रहने की जरूरत है। शनि अमावस्या वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव ला सकती है। पति-पत्नी के बीच तकरार या दूरी बढ़ सकती है। साथ ही, स्वास्थ्य संबंधी परेशानी भी सामने आ सकती है। ज्योतिषाचार्यों की सलाह है कि इस दौरान वाणी पर नियंत्रण रखें और जल्दबाजी में कोई बड़ा निर्णय न लें। शांति और संवाद ही रिश्तों को संभालने का सबसे बड़ा उपाय होगा।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए यह अमावस्या आर्थिक मामलों में सावधानी का संकेत दे रही है। किसी भी प्रकार का निवेश सोच-समझकर करें, वरना नुकसान उठाना पड़ सकता है। जल्दबाजी और जोखिम लेने से बचें। मानसिक तनाव और पारिवारिक विवाद भी बढ़ सकते हैं। इस स्थिति में धैर्य रखना और अनावश्यक बहस से बचना ही समझदारी होगी।
क्या करें उपाय?
ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि शनि अमावस्या पर पूजा-पाठ और दान करने से इस दुर्योग का प्रभाव काफी हद तक कम किया जा सकता है।
- शनि और सूर्य की विशेष आराधना करें।
- ॐ शं शनैश्चराय नमः और ॐ सूर्याय नमः मंत्र का जाप करें।
- जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और तेल का दान करना शुभ माना जाता है।
- गरीबों और श्रमिकों की सेवा करने से शनि की कृपा प्राप्त होती है।