वेनेजुएला की मानवाधिकार कार्यकर्ता और विपक्षी नेता मारिया कोरिना माचाडो को नोबेल पीस पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया है। उन्हें वैश्विक शांति, संघर्ष समाधान और लोकतांत्रिक सुधार में योगदान के लिए यह पुरस्कार मिला। माचाडो की शिक्षा और अनुभव उन्हें एक प्रभावशाली और निडर नेता के रूप में पहचान दिलाते हैं।
Nobel Peace Prize: वेनेजुएला की विपक्षी नेता और मानवाधिकार कार्यकर्ता मारिया कोरिना माचाडो को 10 अक्टूबर 2025 को नोबेल पीस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस पुरस्कार में उन्हें वैश्विक शांति और संघर्ष समाधान में उनके योगदान के लिए चुना गया। मारिया ने वेनेजुएला में लोकतांत्रिक सुधार, नागरिक स्वतंत्रता और पारदर्शिता के लिए लंबा संघर्ष किया है। उनके साथ नोबेल कमिटी ने उनकी शिक्षा और नेतृत्व क्षमता को भी सराहा, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक निडर और प्रभावशाली नेता के रूप में स्थापित किया।
मारिया माचाडो को मिला नोबेल पीस पुरस्कार
वेनेजुएला की लीडर ऑफ़ ऑपोज़िशन और मानवाधिकार कार्यकर्ता मारिया कोरिना माचाडो को इस साल नोबेल पीस पुरस्कार 2025 के लिए चुना गया है। नोर्वेजियन नोबेल कमिटी ने उन्हें वैश्विक शांति और संघर्ष समाधान में योगदान के लिए सम्मानित किया। माचाडो को उनके निडर और संघर्षशील व्यक्तित्व के कारण आयरन लेडी भी कहा जाता है।
यह सम्मान उनके लंबे राजनीतिक और सामाजिक कार्यों का परिणाम है, जिसमें वेनेजुएला में लोकतांत्रिक सुधार, नागरिक स्वतंत्रता और पारदर्शिता के लिए उनका योगदान शामिल है।
कौन हैं मारिया माचाडो?
मारिया कोरिना माचाडो वेनेजुएला की प्रमुख राजनीतिक और सामाजिक नेता हैं। वह औद्योगिक इंजीनियरिंग की पृष्ठभूमि वाली हैं और लंबे समय से मानवाधिकार के क्षेत्र में सक्रिय रही हैं। 2011 से 2014 तक वे राष्ट्रीय सभा की सदस्य रही हैं और 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार थीं। हालांकि उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी गई, लेकिन उन्होंने लोकतांत्रिक आंदोलन और ट्रांसपेरेंसी के लिए संघर्ष जारी रखा।
मारिया माचाडो का नाम अब वैश्विक स्तर पर शांति और मानवाधिकार की वकालत के प्रतीक के रूप में उभरा है। उनके नेतृत्व और साहस के कारण उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान मिली है।
मारिया माचाडो की शिक्षा और प्रोफेशनल बैकग्राउंड
मारिया कोरिना माचाडो काफी पढ़ी-लिखी और प्रोफेशनल रूप से प्रशिक्षित नेता हैं। उन्होंने एंड्रेस बेलो कैथोलिक यूनिवर्सिटी से इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने Instituto de Estudios Superiores de Administracion से फाइनेंस में मास्टर डिग्री हासिल की।
साथ ही, 2009 में वह येल यूनिवर्सिटी के वर्ल्ड फेलो प्रोग्राम में शामिल हुईं। उनकी यह शिक्षा और प्रशिक्षण उन्हें रणनीतिक निर्णय और वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली कार्य करने में सक्षम बनाते हैं।
वैश्विक और राष्ट्रीय योगदान
मारिया माचाडो ने वेनेजुएला में लोकतांत्रिक सुधार, नागरिक अधिकार और पारदर्शिता के लिए निरंतर कार्य किया है। उनका संघर्ष केवल राष्ट्रीय स्तर तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने वैश्विक मंच पर भी शांति और मानवाधिकार के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया।
उनके योगदान के चलते नोबेल कमिटी ने उन्हें इस वर्ष का शांति पुरस्कार प्रदान किया, जो उनकी मेहनत और दृष्टिकोण का प्रत्यक्ष प्रमाण है।