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NOTAM क्या है? भारत और पाकिस्तान दोनों ने किया जारी, जानिए हवाई यात्रा से इसका क्या है संबंध

NOTAM क्या है? भारत और पाकिस्तान दोनों ने किया जारी, जानिए हवाई यात्रा से इसका क्या है संबंध

भारतीय वायुसेना द्वारा किए जा रहे बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास को देखते हुए पाकिस्तान ने भी अपनी सैन्य तैयारियों का प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। इसके तहत पाकिस्तान ने ‘NOTAM’ यानी ‘नोटिस टू एयरमेन’ जारी कर दिया है, जो यह संकेत देता है कि वह भी निकट भविष्य में सैन्य अभ्यास करने जा रहा है। 

NOTAM: हाल ही में भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए एक प्रमुख युद्धाभ्यास के बाद, पाकिस्तान ने भी अपनी वायुसेना की तत्परता दिखाते हुए युद्धाभ्यास का ऐलान कर दिया है। इस संदर्भ में पाकिस्तान ने NOTAM यानी "Notice to Airmen" जारी किया है। इसके बाद से यह शब्द चर्चा में आ गया है। भारत और पाकिस्तान जैसे दो पड़ोसी देशों के बीच सैन्य गतिविधियों के दौरान NOTAM का ज़िक्र होना सुरक्षा, रणनीति और हवाई संचालन से जुड़ा एक अहम पहलू बन जाता है। 

ऐसे में आम जनता के मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर यह NOTAM होता क्या है? यह क्यों ज़रूरी होता है, और किन परिस्थितियों में इसे जारी किया जाता है?

क्या होता है NOTAM?

NOTAM (Notice to Airmen) एक आधिकारिक सूचना होती है जो पायलटों, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) और अन्य एविएशन प्रोफेशनल्स को जारी की जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य हवाई यात्रा से जुड़ी अस्थायी लेकिन महत्वपूर्ण जानकारी देना होता है, जिससे किसी फ्लाइट की सुरक्षा, मार्ग या संचालन में बदलाव किए जा सकें।

यह सूचना आमतौर पर उन घटनाओं से जुड़ी होती है जो स्थायी नहीं होतीं, लेकिन सीमित अवधि के लिए हवाई क्षेत्र को प्रभावित करती हैं, जैसे कि सैन्य अभ्यास, एयरशो, VIP मूवमेंट, रनवे बंद होना आदि।

क्यों जारी किया गया पाकिस्तान और भारत द्वारा NOTAM?

भारतीय वायुसेना ने जब एक बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास की घोषणा की, तो इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी अपनी सैन्य तैयारियों को प्रदर्शित करने के लिए NOTAM जारी किया। इसका सीधा संबंध हवाई क्षेत्र में संभावित खतरे और सैन्य गतिविधियों से होता है। भारत और पाकिस्तान जैसे देशों में जहां दोनों के बीच कई बार सैन्य तनाव की स्थिति बनती रही है, ऐसे में NOTAM जारी करना एक रणनीतिक, तकनीकी और एहतियाती कदम होता है ताकि किसी भी दुर्घटना या अनचाही स्थिति से बचा जा सके।

NOTAM की प्रक्रिया और काम करने का तरीका

  • जानकारी संग्रहण: जब किसी क्षेत्र में हवाई गतिविधि में बदलाव किया जाता है (जैसे सैन्य अभ्यास, रनवे मरम्मत, VIP मूवमेंट आदि), तो उस क्षेत्र की एविएशन अथॉरिटी इसे नोट करती है।
  • डाटा प्रोसेसिंग: यह जानकारी रियल टाइम में टेलीकम्यूनिकेशन सिस्टम द्वारा एटीसी (Air Traffic Control) तक पहुंचाई जाती है।
  • संचार और निर्णय: एटीसी इस जानकारी को फ्लाइट्स के पायलटों, एयरपोर्ट ऑपरेशंस और अन्य संबंधित अधिकारियों को भेजता है ताकि वह अपनी योजना और मार्ग में बदलाव कर सकें।

किन-किन परिस्थितियों में जारी किया जाता है NOTAM?

  • सैन्य अभ्यास के समय जब किसी विशेष हवाई क्षेत्र में गतिविधियों पर प्रतिबंध लगता है।
  • एयरशो, ग्लाइडर उड़ान या पैराशूट जंप जैसे स्पेशल इवेंट्स के दौरान।
  • VIP मूवमेंट, जैसे राष्ट्राध्यक्ष या प्रधानमंत्री की यात्रा के समय।
  • जब एयरपोर्ट के रनवे या टैक्सीवे बंद हों।
  • जब रेडियो नेविगेशनल उपकरण अस्थायी रूप से काम न कर रहे हों।
  • जब हवाई क्षेत्र में क्रेन, ऊंची इमारतों या अन्य अस्थायी बाधाएं मौजूद हों।
  • रात में लाइटिंग सिस्टम में गड़बड़ी के कारण पायलट को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़े।

क्यों है NOTAM बेहद जरूरी?

  1. फ्लाइट ऑपरेशन की सुरक्षा: NOTAM के बिना पायलट को यह नहीं पता होगा कि रास्ते में क्या खतरे हो सकते हैं।
  2. लैंडिंग और टेकऑफ का मार्गदर्शन: रनवे बंद होने की जानकारी मिलते ही पायलट वैकल्पिक व्यवस्था कर सकते हैं।
  3. एविएशन सिस्टम का समन्वय: NOTAM सुनिश्चित करता है कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल, पायलट और एयरलाइंस एक ही पेज पर हों।
  4. सैन्य और राष्ट्रीय सुरक्षा: संवेदनशील हवाई गतिविधियों के दौरान NOTAM के जरिए आम नागरिक उड़ानों को सुरक्षित मार्ग देने में मदद मिलती है।

भारत और पाकिस्तान द्वारा हाल में जारी किए गए NOTAM केवल सैन्य शक्ति प्रदर्शन का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि यह हवाई सुरक्षा और ऑपरेशनल जिम्मेदारी का भी उदाहरण हैं। NOTAM आधुनिक हवाई यात्रा प्रणाली का एक अहम स्तंभ है, जो विमानों के सुरक्षित संचालन में अहम भूमिका निभाता है।

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