घेवर एक ऐसी मिठाई है जो केवल स्वाद ही नहीं, बल्कि परंपरा, संस्कृति और त्योहारों का प्रतीक भी है। विशेषकर सावन और तीज के अवसर पर जब महिलाएं व्रत रखती हैं, तो घेवर का स्वाद त्योहार की खुशी को दोगुना कर देता है। यह मिठाई मुख्य रूप से राजस्थान, हरियाणा और उत्तर भारत के कई हिस्सों में बनाई जाती है। बाजार में तो यह आसानी से मिल जाती है, लेकिन जब आप इसे घर पर बनाते हैं तो इसका स्वाद और भी खास हो जाता है।
घेवर बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
घेवर बनाने के लिए सबसे जरूरी है सही अनुपात में सामग्री का होना। नीचे दी गई सामग्री 3-4 घेवर के लिए उपयुक्त है।
घेवर बैटर के लिए:
- मैदा – 1 + 1/4 कप
- घी – 4 छोटे चम्मच
- ठंडा दूध – 3/4 कप
- ठंडा पानी – 1 + 1/2 कप लगभग
- नींबू का रस – 1 चम्मच
- बर्फ – जरूरत अनुसार
चाशनी के लिए:
- शक्कर – 1 कप
- पानी – 1 कप
- इलायची पाउडर – 1/2 छोटा चम्मच
- केसर – जरूरत अनुसार
डेकोरेशन के लिए:
- रबड़ी / मलाई / मावा / क्रीम – जरूरत अनुसार
- चांदी वर्क – जरूरत अनुसार
- बादाम और पिस्ता (बारीक कटे) – जरूरत अनुसार
- केसर और नारंगी रंग वाला दूध – 2 छोटे चम्मच
घेवर बनाने की विधि
1. सूखी तैयारी से शुरुआत करें
घेवर में निखार लाने के लिए सबसे पहले बादाम और पिस्ता को हल्के गर्म पानी में 15-20 मिनट के लिए भिगो दें। नर्म हो जाने के बाद उन्हें पतला काटें। दूसरी तरफ थोड़े दूध में केसर और फूड कलर मिलाकर अलग रख लें।
2. चाशनी बनाएं
एक पैन में शक्कर और पानी डालें और मध्यम आंच पर पकाएं। जब उबाल आने लगे तो इसमें इलायची पाउडर और केसर डालें। जब चाशनी एक तार की हो जाए तो गैस बंद कर दें और चाशनी को हल्का गर्म रखें।
3. बैटर की तैयारी करें
एक मिक्सर जार में घी और कुछ बर्फ के टुकड़े डालें। मिक्सर चलाएं जब तक घी मक्खन जैसा न हो जाए। अब थोड़े-थोड़े करके मैदा और दूध डालते जाएं और मिक्सर में चलाते रहें। ऐसा तब तक करें जब तक एक स्मूद बैटर तैयार न हो जाए।
4. बैटर को पतला करें
अब इस बैटर में नींबू का रस और ठंडा पानी मिलाएं। ध्यान दें कि बैटर पतला हो लेकिन पानी जैसा भी न हो। बैटर को ठंडा बनाए रखने के लिए एक बड़े बर्तन में बर्फ रखें और उसके ऊपर बैटर का बर्तन रखें।
5. घेवर तलने की विधि
एक बड़ी और गहरी कढ़ाही में घी या तेल गर्म करें। अगर आपके पास घेवर रिंग है तो उसे घी में डालें, नहीं तो छोटे भगोने का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जब घी बहुत गर्म हो जाए, तब छोटे कलछुल से बैटर को ऊंचाई से घी के बीचों-बीच डालें।
6. लेयरिंग का कमाल
पहली बार डालने के बाद जब बुलबुले किनारे आ जाएं, तो फिर से 2-3 बार पतली धार में बैटर डालते रहें। ये प्रक्रिया घेवर को जालीदार और परतदार बनाती है। मध्यम आंच पर इसे सुनहरा होने दें।
7. घेवर को बाहर निकालें
जब घेवर पूरी तरह से पक जाए और सुनहरा हो जाए, तब सावधानी से उसे निकालें और नैपकिन पर रखें ताकि अतिरिक्त घी निकल जाए। इसके बाद उसे हल्की गर्म चाशनी में डुबोएं और तुरंत निकाल लें।
घेवर को सजाएं और सर्व करें
अब घेवर के ऊपर मावा या रबड़ी को अच्छे से फैलाएं। इसके ऊपर चांदी का वर्क लगाएं और बारीक कटे बादाम-पिस्ता छिड़कें। अंत में केसर और नारंगी रंग वाला दूध चारों ओर हल्के से स्प्रिंकल करें। अब आपका पारंपरिक घेवर पूरी तरह तैयार है।
त्योहारों पर अगर आप अपने परिवार और मेहमानों को कुछ खास परोसना चाहते हैं, तो इस बार बाजार से नहीं, बल्कि घर पर बना घेवर सर्व कीजिए। इसे बनाना थोड़ा समय जरूर लेता है, लेकिन जब आपके अपनों के चेहरे पर मुस्कान आएगी, तो वह समय भी आनंददायक लगेगा।