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नवी मुंबई में 100 एकड़ में लगेगी एशिया की बड़ी सेमीकंडक्टर फैब, RRP Electronics की 12,035 करोड़ की परियोजना शुरू

नवी मुंबई में 100 एकड़ में लगेगी एशिया की बड़ी सेमीकंडक्टर फैब, RRP Electronics की 12,035 करोड़ की परियोजना शुरू

नवी मुंबई में आरआरपी इलेक्ट्रॉनिक्स 100 एकड़ में 12,035 करोड़ रुपये की सेमीकंडक्टर फैब परियोजना शुरू करेगा। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी निवेशक हैं। फैब में हर महीने 1.25 लाख वेफर्स बनाए जाएंगे। यह एशिया की सबसे बड़ी और उन्नत फैब में से एक होगी, जो भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी।

Semiconductor Project: नवी मुंबई में आरआरपी इलेक्ट्रॉनिक्स 12,035 करोड़ रुपये की लागत से 100 एकड़ में सेमीकंडक्टर फैब स्थापित करने जा रहा है। परियोजना में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी निवेशक हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कंपनी को भूमि का सहमति पत्र सौंपते हुए कहा कि सरकार बुनियादी ढांचा, नीतिगत समर्थन और स्किल डेवलपमेंट में मदद करेगी। फैब की क्षमता हर महीने 1.25 लाख वेफर्स की होगी और यह एशिया की सबसे बड़ी और उन्नत फैब में से एक होगी, जो भारत को सेमीकंडक्टर में आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित होगी।

परियोजना की विशेषताएं

आरआरपी इलेक्ट्रॉनिक्स की इस फैब यूनिट की क्षमता हर महीने 1 लाख 25 हजार वेफर्स बनाने की होगी। कंपनी का लक्ष्य है कि अगले छह महीने के भीतर विनिर्माण कार्य शुरू कर दिया जाए। फैब की स्थापना के लिए टेक्सास, अमेरिका की सबसे पुरानी और स्थापित सेमीकंडक्टर फैब इकाई को स्थानांतरित किया जाएगा। परियोजना का पहला चरण वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही तक शुरू होने की उम्मीद है।

मुख्यमंत्री ने किया भूमि आवंटन

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस अवसर पर आरआरपी इलेक्ट्रॉनिक्स को 100 एकड़ भूमि का सहमति पत्र सौंपा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार इस प्रोजेक्ट की सफलता के लिए हर स्तर पर सहयोग देगी। चाहे बुनियादी ढांचा हो, नीतिगत समर्थन या स्किल डेवलपमेंट, सरकार हर संभव मदद देने के लिए तैयार है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह प्रोजेक्ट न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे भारत को सेमीकंडक्टर में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित होगा।

यह परियोजना एशिया की सबसे बड़ी और उन्नत फैब में से एक होगी। कंपनी ने यह भी कहा कि भारत में इस फैब के स्थापित होने से सेमीकंडक्टर उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान मजबूत होगी। फैब में उन्नत तकनीक का उपयोग किया जाएगा और उत्पादन क्षमता की वजह से भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर उद्योग को नया आकार मिलेगा।

रोजगार और निवेश के अवसर

इस प्रोजेक्ट से युवाओं के लिए हजारों रोजगार के अवसर पैदा होंगे। फैक्ट्रियों और सहायक इकाइयों में टेक्निकल और नॉन-टेक्निकल दोनों तरह के रोजगार मिलेंगे। इसके अलावा, नवी मुंबई में वैश्विक निवेशकों की रुचि बढ़ेगी और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। आरआरपी इलेक्ट्रॉनिक्स के चेयरमैन राजेंद्र चोडणकर ने कहा कि यह अधिग्रहण भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

सचिन तेंदुलकर का निवेश

इस प्रोजेक्ट की सबसे खास बात यह है कि सचिन तेंदुलकर भी इस फैब में निवेश कर रहे हैं। उनके जुड़ने से निवेशकों का भरोसा और बढ़ा है। सचिन तेंदुलकर की हिस्सेदारी से परियोजना को मीडिया और निवेशकों का ध्यान मिलेगा, जो भविष्य में अन्य निवेशकों को आकर्षित कर सकता है।

वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भारत का स्थान

इस फैब की स्थापना के बाद भारत वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स मानचित्र पर महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर सकता है। आरआरपी इलेक्ट्रॉनिक्स की फैब अमेरिकी तकनीक और आधुनिक उत्पादन क्षमता के साथ नवी मुंबई में स्थापित होने जा रही है। इससे भारत में सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक घटकों की घरेलू उपलब्धता बढ़ेगी और आयात पर निर्भरता कम होगी।

सरकार की भूमिका

महाराष्ट्र सरकार ने प्रोजेक्ट की सुविधा और समर्थन में तेजी दिखाई है। भूमि आवंटन, बुनियादी ढांचे का समर्थन और स्किल डेवलपमेंट की दिशा में सरकार ने कई उपाय किए हैं। इससे यह प्रोजेक्ट समय पर शुरू होने की संभावना रखता है।

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