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Mutual Funds का भरोसा स्मॉल-कैप IPOs पर बरकरार, 11 नई कंपनियों में ₹8,752 करोड़ का निवेश

Mutual Funds का भरोसा स्मॉल-कैप IPOs पर बरकरार, 11 नई कंपनियों में ₹8,752 करोड़ का निवेश

सितंबर 2025 तिमाही में Mutual Funds ने स्मॉल-कैप IPOs में ₹8,752 करोड़ का निवेश किया। रिपोर्ट बताती है कि फंड हाउस ग्रोथ पोटेंशियल और विस्तार क्षमता वाली कंपनियों में दीर्घकालिक अवसर देख रहे हैं।

Mutual Funds: इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPOs) का ट्रेंड सिर्फ रिटेल निवेशकों तक सीमित नहीं है। म्युचुअल फंड इंडस्ट्री ने भी हाल के IPOs में बड़ी हिस्सेदारी दिखाते हुए स्मॉल-कैप कंपनियों पर भरोसा जताया है। वेंचुरा (Ventura) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2025 में समाप्त तिमाही के दौरान म्युचुअल फंड्स ने नई लिस्टेड कंपनियों में कुल 8,752 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया। यह आंकड़ा दर्शाता है कि फंड हाउस छोटे लेकिन तेजी से बढ़ने वाले बिजनेस मॉडल वाली कंपनियों को लंबे समय के लिए मजबूत अवसर मान रहे हैं।

स्मॉल-कैप कंपनियों पर निवेशकों का फोकस

रिपोर्ट के अनुसार, जिन कंपनियों में निवेश किया गया, उनमें ज्यादातर स्मॉल-कैप कैटेगरी की हैं। केवल एक कंपनी मिड-कैप कैटेगरी से आती है। यह ट्रेंड बताता है कि म्युचुअल फंड्स अब ग्रोथ पोटेंशियल और एक्सपैंशन क्षमता वाली कंपनियों को प्राथमिकता दे रहे हैं। स्मॉल-कैप कंपनियाँ जोखिम के साथ-साथ लंबे समय में उच्च रिटर्न देने की क्षमता रखती हैं, और यही कारण है कि इन पर निवेश जारी है।

किन IPOs में लगाया गया निवेश

हाल ही में लिस्ट हुई उन कंपनियों में निवेश किया गया है जिनकी सप्लाई चेन, टेक्नोलॉजी, फार्मा, रिन्यूएबल एनर्जी और रिटेल सर्विसेज जैसी सेगमेंट में मजबूत मौजूदगी है।
कुछ प्रमुख कंपनियाँ जिनमें निवेश किया गया:

  • Anthem Biosciences
  • Aditya Infotech
  • JSW Cement
  • Travel Food Services
  • Urban Company
  • Bluestone Jewellery and Lifestyle
  • Saatvik Green Energy
  • National Securities Depository
  • Indiqube Spaces
  • Vikram Solar
  • Brigade Hotel Ventures

इन कंपनियों का चयन मौजूदा बिजनेस मॉडल, मार्केट स्केल, ब्रांड पोजिशनिंग और भविष्य की विस्तार योजनाओं को ध्यान में रखकर किया गया है।

स्मॉल और मिड-कैप कैटेगरी में AUM ग्रोथ धीमी

पिछली तिमाही तक स्मॉल-कैप और मिड-कैप कैटेगरी में तेज वृद्धि देखी गई थी। लेकिन इस तिमाही में यह रफ्तार काफी धीमी पड़ गई।

  • स्मॉल-कैप का AUM ग्रोथ 20% से घटकर 0.6% रह गया।
  • मिड-कैप कैटेगरी 17% से घटकर 0.4% पर आ गई।

यह गिरावट मुख्य रूप से इंडेक्स में आए करेक्शन के कारण हुई। निवेशकों ने मुनाफावसूली और बाज़ार की ऊँचाई देखकर कुछ सतर्कता बरती।

इक्विटी में इनफ्लो मजबूत, डेट कैटेगरी में आउटफ्लो

  • रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2025 तिमाही में इक्विटी स्कीम्स में 1,06,554 करोड़ रुपये का जबरदस्त नेट इनफ्लो दर्ज किया गया।
  • पिछली तिमाही में यह 66,869 करोड़ रुपये था, यानी निवेशकों का रुझान इक्विटी की ओर तेजी से बढ़ा है।

वहीं डेट कैटेगरी में 3,156 करोड़ रुपये का नेट आउटफ्लो देखने को मिला। पिछले कुछ महीनों में ब्याज दरों और बॉन्ड यील्ड को लेकर अनिश्चितता ने निवेशकों को डेट स्कीम्स से दूरी बनाने के लिए मजबूर किया।

हाइब्रिड स्कीम्स में निवेश जारी रहा। इस तिमाही में इसमें 45,570 करोड़ रुपये का इनफ्लो आया।

SIP ने बनाया नया रिकॉर्ड

  • मंथली SIP (Systematic Investment Plan) निवेश में भी तेजी रही।
  • सितंबर 2025 के अंत तक यह 29,361 करोड़ रुपये पर पहुँच गया।
  • यह जून 2025 में दर्ज 27,269 करोड़ रुपये की तुलना में अधिक है।

यह दिखाता है कि रिटेल निवेशकों का विश्वास और निवेश अनुशासन पहले की तुलना में अधिक स्थिर और मजबूत हुआ है।

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