एनवीडिया का बाजार मूल्य 4 ट्रिलियन डॉलर से ऊपर पहुंच गया है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और चिप टेक्नोलॉजी में सबसे आगे है।
NVIDIA: 11 जुलाई 2025 को तकनीकी जगत में एक और ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया, जब उसका बाजार पूंजीकरण 4 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया। यह न केवल कंपनी के लिए, बल्कि पूरे सेमीकंडक्टर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) उद्योग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। एनवीडिया के शेयर 0.75% की बढ़त के साथ $164.10 पर बंद हुए, जिससे इसका कुल बाजार मूल्य $4.004 ट्रिलियन पर पहुंच गया। यह उपलब्धि ऐसे समय में आई है जब दुनिया भर में एआई टेक्नोलॉजी की मांग तेजी से बढ़ रही है।
एआई टेक्नोलॉजी का सबसे बड़ा लाभार्थी बना एनवीडिया
एनवीडिया की चढ़ाई का मुख्य कारण है इसका AI इन्फ्रास्ट्रक्चर में वर्चस्व। कंपनी के बनाए गए GPU (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट) आज हर उस सिस्टम का आधार बन चुके हैं जहां जनरेटिव एआई, मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग जैसे अत्याधुनिक प्रयोग हो रहे हैं।
एनवीडिया के प्रमुख ग्राहक:
- माइक्रोसॉफ्ट (Azure क्लाउड)
- अमेज़न (AWS)
- गूगल (Alphabet)
- मेटा प्लेटफॉर्म्स
- ओपनएआई, एंथ्रोपिक जैसे एआई स्टार्टअप्स
इन सभी टेक दिग्गजों की एआई क्षमता एनवीडिया की चिप्स पर ही निर्भर करती है।
बाजार मूल्य में जबरदस्त उछाल
एनवीडिया ने जून 2023 में पहली बार 1 ट्रिलियन डॉलर का बाजार मूल्य हासिल किया था और केवल एक साल में यह बढ़कर 4 ट्रिलियन डॉलर से भी ऊपर पहुंच गया। इतनी तेजी से बढ़ने वाली यह दुनिया की पहली चिप निर्माता कंपनी बन गई है। इस ग्रोथ की वजह है एआई तकनीक की बढ़ती मांग और एनवीडिया की चिप्स का इस्तेमाल बड़ी-बड़ी कंपनियों जैसे माइक्रोसॉफ्ट, गूगल और अमेज़न द्वारा किया जाना। इससे साफ है कि आने वाले समय में एनवीडिया तकनीक की दुनिया में और भी बड़ा नाम बनने वाला है।
एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट को पछाड़ा
अब तक अमेरिका की सबसे बड़ी कंपनियों में एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट का दबदबा रहा है। लेकिन एनवीडिया ने इन दोनों को पीछे छोड़कर टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री में अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया है।
मार्केट कैप की तुलना (जुलाई 2025):
- एनवीडिया: $4.004 ट्रिलियन
- माइक्रोसॉफ्ट: $3.73 ट्रिलियन
- एप्पल: $3.17 ट्रिलियन
एप्पल के शेयरों में इस साल अब तक 15% की गिरावट दर्ज की गई है, जो निवेशकों की चिंता को दर्शाता है कि कंपनी एआई रेस में पिछड़ रही है।
वैश्विक चुनौतियां भी बनीं बाधा
हालांकि एनवीडिया की सफलता शानदार रही है, लेकिन उसे कुछ वैश्विक चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनावों के चलते एनवीडिया को अपने सबसे शक्तिशाली चिप्स के चीन को निर्यात पर रोक का सामना करना पड़ रहा है। स्विसक्वॉट बैंक की वरिष्ठ विश्लेषक इपेक ओज़कार्डेस्काया ने बताया: 'टैरिफ और व्यापार युद्ध भी उतने ही बड़े जोखिम हैं जितनी प्रतिस्पर्धा। यदि AI की तकनीक सस्ती विकल्पों की ओर बढ़ती है, तो एनवीडिया की बिक्री पर असर पड़ सकता है।'
क्या एनवीडिया का स्टॉक ओवरवैल्यूड है?
एलएसईजी (LSEG) के मुताबिक, एनवीडिया के स्टॉक का मूल्य उसकी अनुमानित आय के 33 गुना पर है, जो इसके पिछले पांच सालों के औसत 41 गुना से कम है। इसका मतलब यह है कि तेज वृद्धि के बावजूद स्टॉक अधिक महंगा नहीं माना जा रहा, जिससे निवेशकों के लिए अभी भी अवसर बचे हुए हैं।
एनवीडिया का भविष्य: केवल चिप्स नहीं, पूरे AI इकोसिस्टम पर नियंत्रण
एनवीडिया अब खुद को केवल चिप निर्माता नहीं बल्कि पूरे एआई इकोसिस्टम का नेतृत्वकर्ता बना रहा है।
कंपनी ने हाल ही में:
- नए DGX सुपरचिप्स लॉन्च किए हैं,
- AI सुपरकंप्यूटिंग सिस्टम बनाए हैं,
- हेल्थकेयर, रोबोटिक्स, ऑटोनॉमस व्हीकल्स और डिफेंस टेक्नोलॉजी में भी प्रवेश किया है।
यह स्पष्ट है कि एनवीडिया का विस्तार केवल चिप्स तक सीमित नहीं रहने वाला है।