Ola Electric के शेयरों में पिछले तीन ट्रेडिंग सत्रों में 16% तेजी आई है और 28 अगस्त को यह 54.90 रुपये पर पहुंच गया। तेजी का मुख्य कारण कंपनी के जनरेशन 3 इलेक्ट्रिक स्कूटरों को सरकार की PLI योजना के तहत सर्टिफिकेशन मिलना है, जिससे 2028 तक 13%-18% प्रोत्साहन मिलेगा और मुनाफा बढ़ने की संभावना है।
Ola Electric share: ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में पिछले तीन ट्रेडिंग सत्रों से लगातार तेजी देखने को मिली है, और गुरुवार 28 अगस्त 2025 को यह 54.90 रुपये के स्तर पर 8% बढ़ गया। इस तेजी का प्रमुख कारण कंपनी के जनरेशन 3 इलेक्ट्रिक स्कूटर पोर्टफोलियो को PLI (Production Linked Incentive) योजना के तहत सर्टिफिकेशन मिलना है। इसके तहत ओला को 2028 तक अपने स्कूटरों की बिक्री पर 13% से 18% तक प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे उत्पादन लागत घटेगी और मुनाफा बढ़ेगा। कंपनी ने हाल ही में S1 Pro Sport और Roadster X+ जैसे नए मॉडल भी पेश किए हैं।
PLI Certification से कंपनी को मिलेगा बड़ा फायदा
Ola Electric ने सोमवार को बाजार बंद होने के बाद एक फाइलिंग जारी कर बताया कि उसके जनरेशन 3 स्कूटरों को उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना यानी PLI (Production Linked Incentive) के तहत सर्टिफिकेशन मिल गया है। सरकार की यह योजना इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन और बिक्री को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है।
इस योजना के तहत Ola Electric को 2028 तक अपने जनरेशन 3 स्कूटरों की बिक्री पर 13 प्रतिशत से 18 प्रतिशत तक का आर्थिक प्रोत्साहन मिलेगा। इसका सीधा असर कंपनी के लाभ और लागत संरचना पर पड़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे कंपनी का मुनाफा बढ़ेगा और निवेशकों का विश्वास भी मजबूत होगा।
जनरेशन 3 स्कूटर पोर्टफोलियो
Ola Electric के जनरेशन 3 पोर्टफोलियो में S1 Pro, S1 X, S1 X+ जैसे प्रमुख मॉडल शामिल हैं। इन मॉडलों में अलग-अलग बैटरी कैपेसिटी वाले वेरिएंट उपलब्ध हैं जैसे 2 kWh, 3 kWh, 4 kWh और 5.2 kWh।
इसके अलावा, कंपनी ने हाल ही में वार्षिक ‘संकल्प’ इवेंट में नए मॉडल भी पेश किए। इनमें S1 Pro Sport और हाई-परफॉर्मेंस स्कूटर Roadster X+ शामिल हैं, जो भारत में बनी 4680 सेल तकनीक से संचालित होंगे। S1 Pro Sport की डिलीवरी जनवरी 2026 से शुरू होगी, जबकि अन्य नए मॉडल इस नवरात्रि से ही बाजार में उपलब्ध होंगे।
रेवेन्यू में गिरावट के बावजूद शेयरों में तेजी
वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में Ola Electric का घाटा 428 करोड़ रुपए रहा, जो पिछली तिमाही के 870 करोड़ रुपये की तुलना में काफी कम है। हालांकि रेवेन्यू में गिरावट आई और यह 828 करोड़ रुपए पर आ गया, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में करीब 50 प्रतिशत कम है। विशेषज्ञों के मुताबिक, घाटे में कमी और PLI सर्टिफिकेशन ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया, जिससे शेयरों में तेजी आई।
बाजार में कमजोरी के बीच Ola Electric में तेजी
शेयर बाजार में समग्र कमजोरी के बावजूद Ola Electric के शेयरों में लगातार तीन दिनों तक तेजी देखी गई। इसका कारण PLI सर्टिफिकेशन के साथ-साथ नए जनरेशन 3 मॉडल की पेशकश और कंपनी की लागत नियंत्रण रणनीतियां मानी जा रही हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि आगामी महीनों में नए मॉडल की बिक्री शुरू होने और सरकारी प्रोत्साहन के कारण कंपनी का प्रदर्शन और मजबूत हो सकता है। निवेशक अब ओला इलेक्ट्रिक की वित्तीय रिपोर्ट और उत्पादन क्षमता पर ध्यान दे रहे हैं।