सोमवार, 14 जुलाई को ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। शेयर ने शुरुआती कारोबार में ही 16 प्रतिशत तक की तेजी पकड़ ली और ₹45.93 के स्तर पर पहुंच गया। इस तेजी के पीछे कई कारण हैं, लेकिन सबसे अहम कारण कंपनी की तिमाही रिपोर्ट रही, जिसने बाजार की धारणा को बदला है। लगभग 30 करोड़ शेयरों का ट्रेडिंग वॉल्यूम दर्ज किया गया, जो सामान्य दिनों की तुलना में काफी ज्यादा है।
पहला कारण: तिमाही घाटे में गिरावट
Ola Electric ने अपनी अप्रैल-जून तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी किए हैं। हालांकि कंपनी अभी भी घाटे में है, लेकिन पिछली तिमाही यानी जनवरी-मार्च की तुलना में घाटा घटा है। मार्च तिमाही में नेट लॉस ₹870 करोड़ था, जबकि इस बार नुकसान थोड़ा कम रहा। निवेशकों ने इस सुधार को सकारात्मक संकेत के रूप में लिया, जिससे शेयर में तेजी आई।
दूसरा कारण: कमाई और बिक्री में सुधार
कंपनी की कमाई भले ही पिछले साल के मुकाबले आधी रही हो, लेकिन मार्च तिमाही के ₹611 करोड़ से ऊपर निकली है। इसके अलावा, सेल्स वॉल्यूम यानी बिक्री की संख्या भी बेहतर हुई है। यह दर्शाता है कि कंपनी अपने ऑपरेशन्स को स्थिर कर रही है और मांग में सुधार हो रहा है। यही कारण रहा कि निवेशकों ने स्टॉक में रुचि दिखाई।
तीसरा कारण: ग्रॉस मार्जिन में मजबूती
Ola Electric ने इस तिमाही में ग्रॉस मार्जिन में सुधार दिखाया है। कंपनी के मैनेजमेंट का मानना है कि उत्पादन से जुड़ी सरकारी योजनाओं यानी PLI स्कीम से उन्हें फायदा मिल रहा है। ग्रॉस मार्जिन में करीब 1,500 बेसिस प्वाइंट्स तक सुधार की उम्मीद जताई गई है। इससे संकेत मिलता है कि लागत घट रही है और मुनाफा बढ़ने की दिशा में कंपनी कदम बढ़ा रही है।
चौथा कारण: ऑटो डिवीजन का मजबूत प्रदर्शन
कंपनी के ऑटोमोटिव सेगमेंट ने भी इस तिमाही में बेहतर परफॉर्म किया है। Ola के मुताबिक, ऑटो यूनिट ने न सिर्फ अपने टारगेट पूरे किए हैं, बल्कि EBITDA स्तर पर भी सकारात्मक प्रदर्शन किया है। इसके अलावा, कंपनी को उम्मीद है कि यह डिवीजन जल्द ही कैश जेनरेशन की स्थिति में आ सकता है। इससे निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ है।
पांचवां कारण: भारी गिरावट के बाद आई रिकवरी
Ola Electric का शेयर अपनी लिस्टिंग प्राइस ₹76 से 48 प्रतिशत नीचे और लिस्टिंग के बाद के ऑल टाइम हाई ₹157 से करीब 75 प्रतिशत तक गिर चुका था। इस तेज गिरावट के बाद, निवेशकों को इसमें वैल्यू नजर आने लगी। बाजार में यह धारणा बनी कि अब स्टॉक में गिरावट की गुंजाइश कम है, और इस स्तर पर खरीदारी फायदे का सौदा हो सकती है। इसी वजह से सोमवार को भारी मात्रा में निवेशकों ने शेयर खरीदे और ट्रेडिंग वॉल्यूम कई गुना बढ़ गया।
ट्रेडिंग वॉल्यूम से बढ़ा भरोसा
14 जुलाई को Ola Electric के करीब 30 करोड़ शेयरों की ट्रेडिंग हुई, जो पिछले 20 दिनों के औसत 2.5 करोड़ शेयरों की तुलना में 12 गुना ज्यादा है। इतना ज्यादा वॉल्यूम बताता है कि बाजार में कंपनी को लेकर एक बार फिर रुचि बढ़ी है। खासकर खुदरा निवेशकों और कुछ संस्थागत निवेशकों की खरीदारी ने स्टॉक को मजबूती दी।
EBITDA मार्जिन में सुधार की उम्मीद
Ola Electric ने यह संकेत दिया है कि पूरे वित्त वर्ष 2025-26 के लिए उसका EBITDA मार्जिन करीब 5 प्रतिशत तक रह सकता है। यह जून तिमाही में रिपोर्ट किए गए निगेटिव 11.6 प्रतिशत मार्जिन के मुकाबले एक बड़ा सुधार होगा। इससे यह संकेत मिलता है कि कंपनी घाटे को धीरे-धीरे नियंत्रण में ला रही है।
शेयर की मौजूदा स्थिति और तकनीकी पहलू
टेक्निकल चार्ट पर भी Ola Electric का स्टॉक ओवरसोल्ड जोन में आ चुका था। इस कारण तकनीकी निवेशकों के लिए भी यह आकर्षक स्तर बन गया था। IPO से जुड़े निवेशक, जिनकी हिस्सेदारी अभी भी है, अब धीरे-धीरे बाजार में दोबारा सक्रिय होते नजर आ रहे हैं।
निवेशकों की नजर अब आगामी नतीजों पर
Ola Electric के हालिया नतीजों से एक बार फिर उम्मीदें जगी हैं कि कंपनी अपने घाटे को घटाकर मुनाफे की राह पर लौट सकती है। खासकर ऑटो डिवीजन का प्रदर्शन, सरकारी सहयोग और लागत नियंत्रण जैसे पहलुओं ने बाजार की धारणा में बड़ा बदलाव किया है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह तेजी टिकाऊ रहती है या फिर यह एक अस्थायी उछाल साबित होती है।