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OpenAI ChatGPT Atlas Browser Launch: गूगल की वैल्यूएशन में 13 लाख करोड़ रुपये की गिरावट

OpenAI ChatGPT Atlas Browser Launch: गूगल की वैल्यूएशन में 13 लाख करोड़ रुपये की गिरावट

OpenAI ने ChatGPT Atlas AI ब्राउजर लॉन्च किया, जिससे गूगल की कंपनी अल्फाबेट की वैल्यूएशन में लगभग 13 लाख करोड़ रुपये (150 बिलियन डॉलर) की गिरावट आई। ब्राउजर में ChatGPT इंटीग्रेशन, एजेंटिक मोड और पर्सनलाइज्ड फीचर्स हैं, जो पारंपरिक ब्राउजर की तुलना में तेज़ और स्मार्ट ब्राउज़िंग अनुभव देते हैं।

ChatGPT Atlas AI Browser: OpenAI ने हाल ही में ChatGPT Atlas AI ब्राउजर पेश किया, जिसके तुरंत बाद गूगल की कंपनी अल्फाबेट की वैल्यूएशन में लगभग 13 लाख करोड़ रुपये की गिरावट देखी गई। यह ब्राउजर फिलहाल मैकOS के लिए उपलब्ध है और भविष्य में विंडोज, iOS और एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर भी आएगा। लॉन्च के साथ ही निवेशकों और टेक इंडस्ट्री में उत्सुकता बढ़ी है। ChatGPT इंटीग्रेशन, एजेंटिक मोड और पर्सनलाइज्ड ब्राउज़िंग जैसे फीचर्स इसे पारंपरिक ब्राउजर से अलग और तेज़ बनाते हैं, जिससे गूगल के लिए प्रतिस्पर्धा और बढ़ गई है।

OpenAI का बड़ा कदम

OpenAI ने हाल ही में ChatGPT Atlas AI ब्राउजर लॉन्च किया, जिसके ऐलान के तुरंत बाद गूगल की कंपनी अल्फाबेट की वैल्यूएशन में लगभग 13 लाख करोड़ रुपये (150 बिलियन डॉलर) की भारी गिरावट देखी गई। अल्फाबेट के शेयर 4.8 प्रतिशत तक टूट गए। इस ब्राउजर को सीधे गूगल क्रोम का मुकाबला माना जा रहा है और इसे नए तरीके से वेब ब्राउजिंग को परिभाषित करने वाला बताया गया है।

OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने कहा कि Atlas ब्राउजर केवल क्रोम का प्रतिस्पर्धी नहीं है, बल्कि यह वेब अनुभव को बदलने के लिए डिज़ाइन किया गया है। लॉन्च के कुछ ही घंटों में शेयरों में गिरावट से पता चलता है कि बाजार में इस नए ब्राउजर को लेकर भारी प्रतिक्रिया आई है।

Atlas ब्राउजर के खास फीचर्स

Atlas ब्राउजर क्रोमियम तकनीक पर आधारित है और फिलहाल केवल मैकOS के लिए उपलब्ध है। भविष्य में इसे विंडोज, iOS और एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर भी लॉन्च किया जाएगा।

ब्राउजर में ChatGPT इंटीग्रेशन, पर्सनलाइज्ड ब्राउजिंग और एजेंटिक मोड जैसे फीचर्स दिए गए हैं। एजेंटिक मोड यूजर के टास्क अपने आप पूरा कर सकता है, जैसे रेसिपी देखकर आवश्यक सामान का ऑर्डर करना। यह प्रक्रिया पारंपरिक ब्राउजर पर मिनटों में होती है, जबकि Atlas सेकंडों में इसे कर सकता है।

गूगल के लिए बढ़ता दबाव

OpenAI लगातार गूगल के लिए चुनौती खड़ी कर रहा है, चाहे वह सर्च इंजन हो या ब्राउजर डोमिनेंस। Atlas ब्राउजर के लॉन्च के बाद निवेशकों में चिंता बढ़ी है और अल्फाबेट के शेयरों पर नकारात्मक असर पड़ा।

विश्लेषकों के अनुसार, आने वाले महीनों में ब्राउजर और AI इंटीग्रेशन वाले उत्पादों की प्रतिस्पर्धा और तेज़ होने की संभावना है। गूगल को भी अपनी सेवाओं और AI फीचर्स में सुधार करना होगा, ताकि मार्केट डोमिनेंस बनाए रख सके।

ChatGPT Atlas ब्राउजर का लॉन्च गूगल के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। निवेशकों और टेक इंडस्ट्री की निगाहें अब इस नए ब्राउजर और इसके फीचर्स पर टिक गई हैं। आने वाले समय में गूगल की रणनीति और नए उत्पादों के अपडेट इस प्रतिस्पर्धा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

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