आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम चेहरे की तो पूरी देखभाल करते हैं, लेकिन पैरों की केयर अकसर नज़रअंदाज़ हो जाती है। धूल, पसीना, टाइट जूते और नियमित पेडिक्योर न होने की वजह से पैरों की स्किन धीरे-धीरे सख्त और रूखी हो जाती है। इसी समस्या का समाधान है – फुट पील मास्क। यह एक ऐसा तरीका है जिससे बिना पार्लर गए, घर बैठे ही आप अपने पैरों को मुलायम, साफ और सुंदर बना सकते हैं।
फुट पील मास्क क्या होता है?
फुट पील मास्क एक प्रकार का केमिकल बेस्ड उपचार होता है जिसमें प्राकृतिक अर्क (extracts) और एक्सफोलिएटिंग एसिड्स जैसे – सैलिसिलिक एसिड, लैक्टिक एसिड और ग्लायकोलिक एसिड शामिल होते हैं। ये घटक पैरों की ऊपरी कठोर और डेड स्किन को धीरे-धीरे हटाने का काम करते हैं। यह बिल्कुल उसी तरह होता है जैसे चेहरे के लिए कैमिकल पील किया जाता है, फर्क सिर्फ इतना है कि इसे आप घर पर ही आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं।
फुट पील कैसे करता है काम?
जब आप फुट पील मास्क को पैरों पर लगाते हैं, तो इसमें मौजूद एसिड्स स्किन की ऊपरी परत में घुसकर उन कोशिकाओं को अलग करने लगते हैं जो मरी हुई होती हैं। मास्क लगाने के कुछ दिनों बाद डेड स्किन परत दर परत उखड़ने लगती है, जिससे अंदर की नई और कोमल स्किन बाहर आती है। इस प्रक्रिया में आमतौर पर 5 से 7 दिन लगते हैं।
इस्तेमाल करने का तरीका
- सबसे पहले पैरों को अच्छे से साफ करें और सूखा लें।
- पैक के अनुसार, फुट पील मास्क को पैरों में पहनाएं – ये अक्सर प्लास्टिक बूटीज़ (booties) के रूप में आते हैं जिनमें जेल या तरल भरा होता है।
- इसे करीब 60 मिनट तक पहनें और फिर पैरों को गुनगुने पानी से धो लें।
- अब 3 से 7 दिनों में डेड स्किन खुद-ब-खुद उतरने लगेगी। इस दौरान स्किन को खींचने या रगड़ने से बचें।
- इस अवधि में हर रात 10-15 मिनट तक पैरों को गुनगुने पानी में भिगोना स्किन को छीलने की प्रक्रिया में मदद कर सकता है।
- जब तक छीलने की प्रक्रिया पूरी न हो, तब तक बंद सॉक्स पहनें ताकि स्किन फ्लेक्स फैले नहीं।
फुट पील के फायदे
- डेड स्किन रिमूवल: यह सबसे बड़ी खासियत है – डेड स्किन को पूरी तरह हटाता है।
- मुलायम और कोमल स्किन: नई स्किन बाहर आने के बाद पैर काफी स्मूद लगते हैं।
- पेडिक्योर जैसा असर: बिना पार्लर गए घर बैठे पेडिक्योर जैसा प्रभाव मिलता है।
- फटी एड़ियों से राहत: नियमित इस्तेमाल से क्रैक्ड हील्स में काफी सुधार होता है।
- कॉर्न्स और कॉलस हटाने में सहायक: मोटी त्वचा की परतें धीरे-धीरे कम हो जाती हैं।
किन लोगों को इससे बचना चाहिए?
हालांकि फुट पील अधिकतर लोगों के लिए सुरक्षित होता है, लेकिन कुछ स्थितियों में इसे टालना बेहतर होता है:
- पैरों में कट, घाव या स्किन इन्फेक्शन हो
- गर्भवती महिलाएं
- डायबिटीज से पीड़ित लोग
- एक्जिमा या सोरायसिस जैसी स्किन समस्याएं
- अगर किसी इंग्रेडिएंट से एलर्जी है
- एथलीट फुट या फंगल इन्फेक्शन हो
फुट पील के कुछ संभावित नुकसान
- स्किन ड्रायनेस: कभी-कभी हेल्दी स्किन भी रूखी हो सकती है।
- नाजुक त्वचा: ज्यादा पीलिंग से नई स्किन कुछ दिन तक काफी सेंसेटिव हो सकती है।
- एलर्जी का रिस्क: अगर आपको एसिड्स से एलर्जी है, तो रैशेज या जलन हो सकती है।
- इन्फेक्शन का खतरा: अगर स्किन बहुत पतली हो गई है और हाइजीन का ध्यान नहीं रखा गया तो इन्फेक्शन हो सकता है।
कुछ अतिरिक्त सावधानियां
- पीलिंग के दौरान खुले सैंडल पहनने से बचें।
- अगर पहनना जरूरी हो तो SPF 30 वाला सनस्क्रीन पैरों पर जरूर लगाएं।
- किसी भी प्रकार की जलन, खुजली या स्किन रेडनेस बढ़ने पर तुरंत त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करें।
फुट पील मास्क एक आसान, किफायती और प्रभावी तरीका है जिससे आप घर बैठे ही अपने पैरों की खूबसूरती वापस ला सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे, इसका इस्तेमाल सोच-समझकर और सावधानी के साथ करना जरूरी है। सही तरीका अपनाकर आप सख्त, रूखी और फटी एड़ियों को अलविदा कह सकते हैं और अपने पैरों को दे सकते हैं एक नया जीवन।