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'पंचायत 4' के अंत ने छोड़े कई सवाल, सीजन 5 में क्या मोड़ लेगी फुलेरा की कहानी? जानिए

'पंचायत 4' के अंत ने छोड़े कई सवाल, सीजन 5 में क्या मोड़ लेगी फुलेरा की कहानी? जानिए

‘पंचायत सीजन 4’ एक बार फिर फुलेरा गांव की उसी देसी मिट्टी से जुड़ी सादगी और राजनीति के मेल को लेकर लौटा है। शो को जहां कई दर्शकों ने इसकी वास्तविकता और किरदारों की मजबूती के लिए सराहा है, वहीं कुछ दर्शकों को लगा कि इस बार वो गहराई और भावनात्मक जुड़ाव उतना प्रभावी नहीं रहा।

एंटरटेनमेंट: अमेजन प्राइम वीडियो की मशहूर वेब सीरीज 'पंचायत' के चौथे सीजन ने एक बार फिर दर्शकों को फुलेरा की गलियों और राजनीति के दिलचस्प मोड़ों में डुबो दिया है। जहां एक तरफ इस सीजन में चुनावी घमासान ने दर्शकों को बांधे रखा, वहीं अंत में ऐसे कई सवाल खड़े हो गए, जिनका जवाब अब सीजन 5 में मिलेगा। 

'पंचायत 4' का समापन न केवल राजनीतिक उलटफेर पर हुआ, बल्कि प्रेम, दोस्ती और भविष्य की अनिश्चितताओं से भी भरा रहा। आइए जानते हैं इस सीजन के अंत में क्या-क्या हुआ और अगली कहानी किस दिशा में बढ़ सकती है।

भूषण बना नया प्रधान, प्रधान जी की सत्ता गई हाथ से

सीजन 4 का सबसे बड़ा ट्विस्ट तब आता है जब भूषण, उर्फ बनरकस, 73 वोटों से मंजू देवी को हराकर फुलेरा का नया प्रधान बन जाता है। ये खबर सुनते ही प्रधान जी और उनका खेमा स्तब्ध रह जाता है। प्रह्लाद जब यह खबर लेकर पहुंचता है, प्रधान जी एक सिगरेट सुलगाकर अपने अंदाज में कहते हैं, हमारा दबदबा था, है और रहेगा। लेकिन उनकी कुर्सी पर अब भूषण का नाम दर्ज हो चुका है।

अभिषेक त्रिपाठी, उर्फ सचिव जी, को एमबीए एंट्रेंस एग्जाम में 97 प्रतिशत अंक मिले हैं। ये सुनकर पूरा गांव खुश होता है। लेकिन वहीं रिंकी उदास है, क्योंकि उसे पता है कि अभिषेक अब फुलेरा छोड़कर जाने वाला है। दोनों के बीच कुछ अनकही बातें होती हैं, भावनाएं व्यक्त होती हैं, लेकिन कुछ भी खुलकर सामने नहीं आता।

नेमप्लेट बदली, लेकिन सचिव जी अभी भी हैं पद पर

भूषण भले ही नया प्रधान बन गया हो, लेकिन सचिव जी यानी अभिषेक की कुर्सी अभी भी अपनी जगह कायम है। भूषण जब पूछता है कि क्या उनका नाम कार्यालय में रहेगा, तो अभिषेक जवाब देते हैं कि कम से कम 3-4 महीने तक तो रहेगा। इस संवाद में सत्ता परिवर्तन की संवेदनशीलता और प्रशासनिक प्रक्रिया की झलक भी मिलती है।

इस सीजन के अंत में कई सवाल अनुत्तरित रह जाते हैं। सबसे बड़ा सवाल है कि क्या अभिषेक एमबीए करने के लिए फुलेरा छोड़ देगा? अगर हां, तो रिंकी के साथ उसका budding relationship क्या दिशा लेगा? क्या वो मंजू देवी और प्रधान जी को अपनी भविष्य की योजना बताएगा?

प्रह्लाद का सियासी भविष्य?

एक और दिलचस्प एंगल प्रह्लाद पांडे का है। वह गांव की राजनीति में अपनी छवि को मजबूत करता दिख रहा है। क्या सीजन 5 में वह विधायक चंद्रकिशोर सिंह को चुनौती देने का साहस जुटा पाएंगे? क्या वह एक बड़े राजनीतिक किरदार के रूप में उभरेंगे? सीजन 4 के अंत में मंजू देवी और बृजभूषण दुबे भले ही हार स्वीकार कर लेते हैं, लेकिन उनके चेहरे पर हार की मायूसी कम और वापसी की तैयारी ज्यादा दिखती है। सीजन 5 में वे भूषण को कड़ी टक्कर देने की तैयारी में लग सकते हैं।

'पंचायत' की खासियत उसकी सादगी, ह्यूमर और ग्रामीण जीवन की सच्चाई रही है। सीजन 5 में भी यही रेखा बरकरार रहने की उम्मीद है। भूषण और क्रांति देवी की नई सत्ता, अभिषेक की दुविधा, रिंकी की भावनाएं और पुराने नेतृत्व की वापसी की कोशिशें - ये सब मिलकर अगला सीजन और भी दिलचस्प बना सकते हैं।

कब आएगा 'पंचायत 5'?

हालांकि, अमेजन प्राइम या मेकर्स की ओर से 'पंचायत सीजन 5' की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन रिंकी का किरदार निभाने वाली सान्विका ने हाल ही में एक इंटरव्यू में पुष्टि की कि सीजन 5 की स्क्रिप्टिंग शुरू हो चुकी है और शूटिंग अगले साल शुरू हो सकती है। संभावना है कि 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में यह सीजन दर्शकों के सामने आए।

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