RBI अक्टूबर-दिसंबर 2025 में देशभर में Unclaimed Assets Camp आयोजित करेगा, जहां लोग अपने पुराने या निष्क्रिय बैंक खातों का पैसा वापस पा सकेंगे। अगर खाता 2-10 साल तक निष्क्रिय रहा और 10 साल में लेनदेन नहीं हुआ, तो पैसा DEA Fund में ट्रांसफर हो जाता है, जिसे अब खाता धारक ब्याज समेत क्लेम कर सकते हैं।
RBI launches new initiative: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) अक्टूबर से दिसंबर 2025 के बीच Unclaimed Assets Camp आयोजित कर रहा है, जहां लोग अपने पुराने, निष्क्रिय या बंद पड़े बैंक खातों का पैसा वापस पाने के लिए आवेदन कर सकेंगे। 10 साल तक निष्क्रिय खातों का पैसा DEA Fund में ट्रांसफर हो जाता है, लेकिन खाता धारक या उनके कानूनी वारिस इसे किसी भी समय ब्याज समेत क्लेम कर सकते हैं। कैंप में बैंक अधिकारी पूरी प्रक्रिया में मदद करेंगे।
निष्क्रिय और DEA Fund क्या है
अगर कोई बैंक खाता दो साल से दस साल तक इस्तेमाल नहीं होता, तो बैंक उसे इनऑपरेटिव अकाउंट यानी निष्क्रिय खाता घोषित कर देता है। ऐसे खातों में पैसा जमा रहता है, लेकिन उसमें कोई लेनदेन नहीं होता। दस साल तक भी अगर उस खाते में कोई लेनदेन नहीं हुआ, तो बैंक वह पैसा RBI के DEA Fund में ट्रांसफर कर देता है। DEA Fund की स्थापना 24 मई 2014 को हुई थी। इसका मकसद यह है कि ऐसे पुराने और अनक्लेम पैसे का रिकॉर्ड सुरक्षित रखा जाए।
अच्छी बात यह है कि चाहे पैसा बैंक में हो या DEA Fund में ट्रांसफर हो चुका हो, खाता धारक या उनके कानूनी वारिस किसी भी समय इसे वापस मांग सकते हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि पुराने खातों में जमा पैसा कभी खोया नहीं जाता।
पैसा वापस पाने का आसान तरीका
अगर आपका बैंक अकाउंट निष्क्रिय हो गया है और आप उसमें जमा पैसा निकालना चाहते हैं, तो यह प्रक्रिया आसान है। सबसे पहले आप किसी भी बैंक शाखा में जा सकते हैं। जरूरी नहीं कि वह आपकी पुरानी शाखा ही हो। वहां आपको एक फॉर्म भरना होगा और अपने KYC डॉक्युमेंट्स जैसे आधार कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस लगाना होगा।
बैंक आपके दस्तावेज़ों की वेरिफिकेशन करेगा। वेरिफिकेशन पूरी होने के बाद आपका पैसा ब्याज सहित आपके खाते में वापस कर दिया जाएगा। इस प्रक्रिया में समय लग सकता है, लेकिन यह निश्चित रूप से सुरक्षित और भरोसेमंद तरीका है।
RBI कैंप से भी मिलेगी मदद
RBI अक्टूबर से दिसंबर 2025 के बीच Unclaimed Assets Camp आयोजित कर रही है। इन कैंपों में बैंक अधिकारी मौजूद रहेंगे और पुराने खाते का पैसा वापस पाने की पूरी प्रक्रिया वहीं पूरी की जा सकती है। यह कदम उन लोगों के लिए विशेष रूप से मददगार है, जो अपने पुराने खाते के दस्तावेज़ या जानकारी खो चुके हैं।
इन कैंपों में किसी भी जिले के निवासी अपना पैसा क्लेम कर सकते हैं। वहां बैंक अधिकारी और RBI की टीम मिलकर खातों का विवरण जांचेंगे और पैसा लौटाने की प्रक्रिया को आसान बनाएंगे।
क्यों जरूरी है यह पहल
भारत में लाखों ऐसे बैंक अकाउंट हैं, जो निष्क्रिय पड़े हैं। कई लोग लंबे समय तक अपने पुराने खाते का पैसा निकाल नहीं पाते। कई बार खाते के दस्तावेज़ खो जाते हैं या लोगों को प्रक्रिया की जानकारी नहीं होती। RBI की यह पहल इन्हीं समस्याओं का समाधान है।
इस पहल से न केवल लोगों का पैसा वापस आएगा, बल्कि बैंकिंग सिस्टम में भरोसा भी बढ़ेगा। पुराने खातों का पैसा लोगों तक लौटने से वित्तीय लेनदेन की पारदर्शिता भी बढ़ेगी।