गोरखपुर के गोरखनाथ रेल लाइन पर 127.87 करोड़ रुपये की लागत से नया ओवरब्रिज बन रहा है। 600 मीटर लंबा और 7.5 मीटर चौड़ा यह पुल दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके बन जाने से यातायात सुगम होगा और क्षेत्र में जाम की समस्या दूर होगी। पुल आधुनिक तकनीक और सुरक्षा मानकों के साथ डिजाइन किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश: गोरखपुर के गोरखनाथ क्षेत्र में रेल लाइन के ऊपर 127.87 करोड़ रुपये की लागत से नया ओवरब्रिज निर्माणाधीन है। 600 मीटर लंबा और 7.5 मीटर चौड़ा यह पुल दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। पुराने दो-लेन पुल के समानांतर बन रहे इस नए ओवरब्रिज से यातायात सुगम होगा और क्षेत्र में जाम की समस्या खत्म होगी। पुल दोनों तरफ ऊंचाई तक ढका रहेगा और इसमें आधुनिक रोशनी व सुरक्षा तकनीक का भी प्रावधान किया गया है।
निर्माण की शुरुआत और देरी
गोरखनाथ ओवरब्रिज के समानांतर नए ओवरब्रिज का निर्माण 14 फरवरी 2023 को शुरू हुआ था। यह 600 मीटर लंबा और 7.5 मीटर चौड़ा होगा। शुरुआती योजना के अनुसार पुल का निर्माण अप्रैल 2025 तक पूरा होना था, लेकिन लगातार देरी के कारण यह अधूरा है।
सेतु निगम के अधिकारियों का दावा है कि नवंबर तक ओवरब्रिज खोलने का प्रयास किया जाएगा। हालांकि, मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि दिसंबर से पहले पुल पूरी तरह तैयार नहीं हो पाएगा।
पुराने पुल पर बढ़ा दबाव
वर्तमान गोरखनाथ ओवरब्रिज का निर्माण वर्ष 1980 में हुआ था। मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया तक फोरलेन सड़क बनने के बाद पुराने दो-लेन पुल पर यातायात का दबाव बढ़ गया। इसके बाद नगर प्रशासन और निर्माण एजेंसियों ने पुराने पुल के समानांतर नया दो-लेन ओवरब्रिज बनाने की मंजूरी दी।
पुल की विशेषताएं
गोरखनाथ का नया ओवरब्रिज दोनों तरफ ऊंचाई तक ढका रहेगा। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई व्यक्ति पुल की रेलिंग पर न चढ़ सके। पुल पर आधुनिक रोशनी की व्यवस्था की जा रही है ताकि रात में भी यह सुरक्षित और स्पष्ट दिखाई दे।
यह महानगर का दूसरा ऐसा पुल होगा जिसे बो स्ट्रिंग गर्डर तकनीक से तैयार किया जा रहा है। यह तकनीक पुल को मजबूती के साथ-साथ आकर्षक भी बनाती है। विशेषज्ञों के अनुसार इस पुल की डिजाइन और निर्माण गुणवत्ता भविष्य में क्षेत्र में यातायात प्रबंधन के लिए आदर्श साबित होगी।
यातायात में सुधार और सुरक्षा
नए ओवरब्रिज के बनने के बाद गोरखनाथ क्षेत्र में यातायात सुगम होगा। पुराने पुल पर जाम की समस्या अक्सर सामने आती थी, लेकिन नए पुल के निर्माण के साथ यह समस्या कम हो जाएगी। इसके अलावा पुल की संरचना और ऊंचाई को इस तरह डिजाइन किया गया है कि सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
पुल पर रोशनी की आधुनिक व्यवस्था और मजबूत रेलिंग यात्रियों और पैदल चलने वालों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करेगी। यह पुल सड़क और रेलवे यातायात के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद करेगा।
निर्माण एजेंसी और निगरानी
127.87 करोड़ रुपये की लागत से बने इस ओवरब्रिज का निर्माण सेतु निगम द्वारा किया जा रहा है। निर्माण एजेंसी ने कहा है कि सभी तकनीकी मानकों का पालन करते हुए पुल का काम तेजी से पूरा किया जाएगा। इसके लिए समय-समय पर निर्माण की निगरानी भी की जा रही है।