SEBI ने वेदांता ग्रुप की कंपनी स्टरलाइट इलेक्ट्रिक लिमिटेड के प्रस्तावित IPO को फिलहाल स्थगित कर दिया है। कंपनी अक्टूबर में IPO के लिए मसौदा दाखिल कर चुकी थी और करीब ₹1,500 करोड़ जुटाने की योजना थी। नियामक ने इस रोक के कारणों का खुलासा नहीं किया है।
Sterlite Electrics IPO On Hold: भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने वेदांता ग्रुप की स्टरलाइट इलेक्ट्रिक लिमिटेड के प्रस्तावित प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) को फिलहाल होल्ड पर रख दिया है। कंपनी ने अक्टूबर 2025 की शुरुआत में ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया था, जिसमें 77.9 लाख इक्विटी शेयरों का नया इश्यू और उतनी ही बिक्री पेशकश शामिल थी। इस IPO से कंपनी लगभग ₹1,500 करोड़ जुटाने की योजना बना रही थी, जिसका उपयोग गुजरात के वडोदरा संयंत्र के विस्तार और पूंजीगत व्यय के वित्तपोषण में होना था। SEBI ने फिलहाल स्थगन का कारण साझा नहीं किया है।
अक्टूबर में दाखिल किया गया था आईपीओ का मसौदा
स्टरलाइट इलेक्ट्रिक ने इसी महीने की शुरुआत में अपने आईपीओ से जुड़ा मसौदा दस्तावेज दाखिल किया था। कंपनी की योजना बाजार से लगभग 1,500 करोड़ रुपये जुटाने की थी। इस आईपीओ में करीब 77.9 लाख इक्विटी शेयरों का नया निर्गम और उतनी ही संख्या में बिक्री पेशकश (OFS) शामिल थी। यानी कुल मिलाकर कंपनी नए शेयर जारी करने के साथ-साथ मौजूदा शेयरधारक भी अपनी हिस्सेदारी बेचने वाले थे।
फंड का इस्तेमाल कहां होना था
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टरलाइट इलेक्ट्रिक आईपीओ से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल अपने विस्तार कार्यक्रमों में करने वाली थी। कंपनी ने इस रकम का उपयोग मुख्य रूप से पूंजीगत व्यय, उपकरणों की खरीद और सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों के लिए करने की योजना बनाई थी। इसके अलावा, कंपनी अपने गुजरात स्थित वडोदरा संयंत्र के विस्तार के लिए भी धन आवंटित करने की तैयारी कर रही थी। बताया जा रहा है कि इस निवेश का अधिकांश हिस्सा वित्त वर्ष 2027 तक खर्च किया जाना था।
कंपनी का कारोबार और प्रदर्शन

स्टरलाइट इलेक्ट्रिक लिमिटेड, जिसे पहले स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन के नाम से जाना जाता था, बिजली पारेषण और वितरण (T&D) क्षेत्र में एक अहम खिलाड़ी है। कंपनी बिजली क्षेत्र से जुड़ी पूंजीगत वस्तुओं का निर्माण करती है और साथ ही घरेलू व अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों के लिए सिस्टम इंटीग्रेशन सॉल्यूशन भी प्रदान करती है।
वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने 4,956 करोड़ रुपये का परिचालन राजस्व दर्ज किया। यह आंकड़ा पिछले वित्त वर्ष के 4,918 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक है। हालांकि, कंपनी का शुद्ध लाभ और मार्जिन से जुड़ी विस्तृत जानकारी फिलहाल सार्वजनिक नहीं की गई है।
तेजी से बढ़ रहा आईपीओ बाजार
वित्त वर्ष 2025 में अब तक 84 कंपनियां अपने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गमों के जरिये मेनबोर्ड बाजार में प्रवेश कर चुकी हैं। यानी निवेशकों के लिए यह साल आईपीओ के लिहाज से काफी सक्रिय रहा है। इसके अलावा, इसी सप्ताह दो और नए आईपीओ आने की संभावना जताई जा रही है।
ऐसे में स्टरलाइट इलेक्ट्रिक का आईपीओ रुकना बाजार के लिए थोड़ा चौंकाने वाला कदम माना जा रहा है। खासकर इसलिए क्योंकि कंपनी की साख मजबूत मानी जाती है और इसका जुड़ाव वेदांता ग्रुप जैसे बड़े औद्योगिक घराने से है।












