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Shark Awareness Day: समंदर के शाही शिकारी को समझने और बचाने का दिन

Shark Awareness Day: समंदर के शाही शिकारी को समझने और बचाने का दिन

हर साल 14 जुलाई को शार्क अवेयरनेस डे (Shark Awareness Day) मनाया जाता है। यह दिन सिर्फ समंदर में डर फैलाने के लिए नहीं, बल्कि शार्क के महत्व को समझने और उनकी सुरक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाने का एक खास मौका है। अक्सर लोग शार्क को खतरनाक और डरावना समझते हैं, लेकिन सच तो यह है कि ये जीव हमारी समुद्री जैव विविधता के सबसे महत्वपूर्ण प्राणी हैं।

शार्क: समुद्र के रक्षक और पारिस्थितिकी तंत्र के हीरो

शार्क समुद्र के शीर्ष शिकारी होते हैं। वे समुद्री खाद्य श्रृंखला को संतुलित बनाए रखने में मदद करते हैं। बीमार और कमजोर मछलियों को खाकर वे समुद्री जीवन को स्वस्थ रखते हैं। अगर शार्क न हों, तो समुद्र में अन्य मछलियों की संख्या असंतुलित हो जाएगी, जिससे पूरा समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र प्रभावित होगा। इसके अलावा शार्क समुद्र की घास (सीग्रास) को भी सुरक्षित रखते हैं। समुद्री घास कार्बन को अवशोषित करके हमारे ग्रह को ठंडा करने में मदद करती है। शार्क के बिना समुद्री घास की सही देखभाल नहीं हो पाती, जिससे जलवायु परिवर्तन पर नकारात्मक असर पड़ता है।

शार्क अवेयरनेस डे क्यों मनाते हैं?

इस दिन का मकसद शार्क को लेकर फैली गलतफहमियों और डर को खत्म करना है। हॉलीवुड फिल्मों जैसे Jaws ने शार्क को खून के प्यासे, खतरनाक जानवर के रूप में दिखाया है, जिससे लोगों में इनके प्रति भय बढ़ा है। असल में, हर साल दुनिया भर में करीब 10 शार्क हमले होते हैं, जबकि गाय से 20, चींटियों से 50 और गिरती नारियल से 150 लोगों की मौत होती है। यानि शार्क हमलों का खतरा बहुत कम है। लेकिन इंसानों के कारण हर साल लगभग 100 मिलियन शार्क मारी जाती हैं। इन्हें पकड़ना, उनके पंख काटना (शार्क फिनिंग), प्रदूषण, और भोजन की कमी जैसी समस्याओं से ये संकट में हैं।

शार्क फिनिंग: एक निर्मम कृत्य

शार्क फिनिंग में शार्क के पंख काट लिए जाते हैं और बाकी जीवित शरीर को समुद्र में छोड़ दिया जाता है, जहां वे डूब जाते हैं या अन्य शिकारियों का शिकार हो जाते हैं। यह अत्यंत क्रूर और पर्यावरण के लिए हानिकारक प्रक्रिया है।

शार्क अवेयरनेस डे कैसे मनाएं?

1. जानकारी लें और साझा करें

शार्क के बारे में सही जानकारी हासिल करें। आप Shark Research Institute या Shark Trust जैसी वेबसाइट्स से पढ़ सकते हैं। डॉक्यूमेंट्रीज देखें जैसे Sharkwater और Of Shark And Man। अपनी सीख को सोशल मीडिया पर शेयर करें ताकि अधिक लोग शार्क की सही तस्वीर समझ सकें।

2. शार्क उत्पादों से बचें

शार्क से बने उत्पादों का उपयोग न करें। शार्क पंख से बनी सूप, स्क्वालेन (जो शार्क लिवर से बनता है) युक्त सौंदर्य उत्पाद, और शार्क की चमड़े से बने बैग या बेल्ट से बचें।

3. समुद्री भोजन का सतत चयन करें

अपने समुद्री भोजन की खपत कम करें या सुनिश्चित करें कि वह स्थायी और सुरक्षित स्रोत से आया हो ताकि ओवरफिशिंग और बायकैच को रोका जा सके।

4. संकल्प लें और अभियान चलाएं

शार्क के विरुद्ध होने वाले अत्याचारों जैसे फिनिंग या अनावश्यक शिकार के खिलाफ आवाज उठाएं। आप पेटिशन साइन कर सकते हैं, पत्र लिख सकते हैं, जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं, या शार्क संरक्षण संगठनों जैसे Shark Savers और Shark Alliance को दान कर सकते हैं।

शार्क की रोचक बातें 

  • शार्क लगभग 420 मिलियन साल से पृथ्वी पर मौजूद हैं, यानी वे डायनासोर से भी पहले से हैं।
  • उनकी जिंदगी की अवधि लगभग 30 साल होती है, लेकिन कुछ शार्क 100 साल से अधिक जीते हैं।
  • Greenland shark की उम्र 272 साल से भी ज्यादा पाई गई है।
  • शार्क के पास 7 तक दांतों की कतार होती है और वे जीवनकाल में 30,000 दांत बदलते हैं।
  • शार्क के पास विद्युत संवेदनशीलता होती है, जिससे वे अपने शिकार को महसूस कर पाते हैं, चाहे वह छिपा हो।
  • कुछ शार्क जैसे bamboo shark तैर नहीं सकते, बल्कि वे अपने फिन से रेत पर खुद को धकेलते हैं।
  • hammerhead शार्क को 360 डिग्री विज़न मिलती है।
  • कुछ शार्क बिना मादा के ही प्रजनन कर सकते हैं, जिसे पैरथेनोजेनेसिस कहा जाता है।

शार्क की घटती संख्या: एक चेतावनी

पिछले पचास सालों में शार्क की संख्या सात दशक से भी ज्यादा कम हो चुकी है। यह हमारे समुद्र के पारिस्थितिकी तंत्र के लिए बहुत बड़ा खतरा है। अगर हम शार्क को बचाने में असफल रहे, तो समुद्री जीवन का संतुलन बिगड़ जाएगा और इसका सीधा असर हमारी पूरी पृथ्वी और पर्यावरण पर पड़ेगा। इसलिए शार्क की सुरक्षा बेहद जरूरी है।

शार्क अवेयरनेस डे हमें याद दिलाता है कि शार्क सिर्फ खतरनाक शिकारी नहीं बल्कि समुद्री जीवन के रक्षक हैं। इनके संरक्षण के बिना हमारा समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र असंतुलित हो जाएगा। इसलिए इस दिन हम सभी को शार्क के बारे में सही जानकारी लेनी चाहिए, उनके प्रति फैली गलतफहमियों को खत्म करना चाहिए, और उन्हें बचाने के लिए कदम उठाने चाहिए।

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