13 जून 2025 को शुक्र ग्रह अपने ही स्वनक्षत्र भरणी में प्रवेश करने जा रहे हैं। यह ज्योतिषीय घटना न केवल खगोलीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि कई राशियों के जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य के द्वार खोलने वाली भी मानी जा रही है। शुक्र ग्रह प्रेम, सौंदर्य, विलास, कला, वैवाहिक जीवन और भौतिक सुख-सुविधाओं के कारक माने जाते हैं। जब शुक्र अपने ही नक्षत्र में गोचर करते हैं, तो उनका प्रभाव और भी शक्तिशाली और सकारात्मक हो जाता है।
शुक्र ग्रह का यह गोचर 13 जून की रात 9:21 बजे होगा और वे 26 जून तक भरणी नक्षत्र में रहेंगे। इसके बाद वे कृतिका नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। इन लगभग 13 दिनों के दौरान कुछ राशियों के जीवन में विशेष परिवर्तन देखने को मिलेंगे।
मेष राशि: पारिवारिक आनंद और सृजनात्मक सफलता
मेष राशि के जातकों के द्वितीय भाव में शुक्र का गोचर होने वाला है। द्वितीय भाव पारिवारिक संबंधों, वाणी और धन का प्रतिनिधित्व करता है। शुक्र के प्रभाव से घर में मांगलिक कार्यों की योजना बन सकती है, और परिवारजनों के साथ आपका रिश्ता और मधुर होगा।
आपकी सृजनात्मक प्रतिभाएं, जैसे लेखन, गायन या अभिनय—अब लोगों की नज़रों में आएंगी। सोशल मीडिया पर आपकी लोकप्रियता बढ़ सकती है। साथ ही, इस समय पैतृक संपत्ति से जुड़े मामलों में भी सफलता के संकेत हैं। लव लाइफ में नई ऊर्जा आएगी और वैवाहिक जीवन में आपसी समझ में सुधार होगा।
वृषभ राशि: करियर और आत्मविश्वास में वृद्धि
वृषभ राशि के स्वामी स्वयं शुक्र हैं और जब वे अपने ही नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, तो इसका प्रभाव दोगुना शुभ हो जाता है। करियर में ठहराव महसूस कर रहे लोगों को अब नई जॉब के ऑफर मिल सकते हैं या प्रमोशन के योग बन सकते हैं। जो युवा प्रतियोगी परीक्षाओं या साक्षात्कार की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें सफलता मिलने की प्रबल संभावना है।
इस दौरान आप अपने स्वास्थ्य और फिटनेस को लेकर भी सजग रहेंगे। मानसिक रूप से भी स्थिरता आएगी। पारिवारिक जीवन में शांति रहेगी और घर में किसी अतिथि के आगमन से वातावरण प्रसन्नता से भर जाएगा।
वृश्चिक राशि: दांपत्य जीवन में मधुरता और आर्थिक उन्नति
वृश्चिक राशि वालों के लिए यह समय दांपत्य जीवन में मधुरता लाने वाला है। जो लोग लंबे समय से जीवनसाथी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें योग्य जीवनसाथी मिलने के योग हैं। विवाह योग्य युवाओं के लिए यह समय अत्यंत अनुकूल है।
साथ ही, बिजनेस में अचानक से बड़ी डील या आर्थिक लाभ मिलने की संभावना है। पुराने रुके हुए कार्य अब गति पकड़ सकते हैं। इस समय आपका आत्मबल बढ़ेगा और आप समाज में प्रतिष्ठित लोगों से संपर्क स्थापित कर पाएंगे। वाहन या प्रॉपर्टी की खरीदारी के योग भी इस दौरान बन सकते हैं।
कुंभ राशि: पारिवारिक सुख और आत्मिक शांति
शुक्र ग्रह कुंभ राशि के स्वामी शनि के मित्र हैं, और इसीलिए शुक्र का यह गोचर आपके लिए विशेष रूप से लाभदायक रहेगा। इस दौरान परिवार के सदस्यों के साथ आपके संबंध मजबूत होंगे और माता-पिता से सहयोग और प्रेम की प्राप्ति होगी। घर की सुख-सुविधाएं बढ़ेंगी और नया फर्नीचर या गृहसज्जा की चीजें लेने का मन बना सकते हैं।
साथ ही, यदि आप संगीत, कला, या गायन जैसे रचनात्मक क्षेत्र से जुड़े हैं तो आपको नई उपलब्धियां या पहचान मिल सकती है। कुछ जातकों को पुरानी बीमारी से राहत मिलने की संभावना है, जिससे आत्मिक और शारीरिक दोनों स्तर पर शांति मिलेगी।
शुक्र के प्रभाव से आपके व्यक्तित्व में आकर्षण बढ़ेगा और यदि आप कला, गायन या फैशन जैसे क्षेत्रों से जुड़े हैं, तो समाज में आपका नाम हो सकता है। साथ ही, कोई पुरानी बीमारी जो लंबे समय से परेशान कर रही थी, उससे भी राहत मिलने की संभावना है।
धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी है खास
भरणी नक्षत्र यमराज से जुड़ा हुआ है, जो धर्म और नियम का प्रतिनिधित्व करता है। इस नक्षत्र में शुक्र का प्रवेश होने से व्यक्ति के अंदर सौंदर्य और अनुशासन का संतुलन बनता है।
इस दौरान आप आध्यात्मिक विषयों की ओर भी आकृष्ट हो सकते हैं। पूजा-पाठ, व्रत या किसी तीर्थ यात्रा का मन बन सकता है। घर में कोई धार्मिक आयोजन कराना भी शुभ रहेगा।
क्या करें इस अवधि में?
- माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें।
- शुक्रवार के दिन व्रत रखें और सुगंधित पुष्प चढ़ाएं।
- जरूरतमंदों को सफेद वस्त्र या चांदी का दान करें।
- अपने संबंधों में मधुरता बनाए रखें और रचनात्मक कार्यों में समय दें।
शुक्र का यह नक्षत्र परिवर्तन सभी राशियों के लिए किसी न किसी रूप में फलदायक होगा, लेकिन मेष, वृषभ, वृश्चिक और कुंभ राशि के जातकों के लिए यह समय विशेष रूप से भाग्यवर्धक रहेगा। परिवार, करियर, स्वास्थ्य और वैवाहिक जीवन में जो सुख-सुविधाएं लंबे समय से प्रतीक्षित थीं, वे इस दौरान साकार हो सकती हैं।