ICC की ताजा वनडे रैंकिंग में जबरदस्त बदलाव देखने को मिला है, खासतौर पर महिला बल्लेबाजों की सूची में। लंबे समय तक शीर्ष स्थान पर काबिज रहीं साउथ अफ्रीका की कप्तान लौरा वोलवार्ड की बादशाहत आखिरकार खत्म हो गई है।
ICC ODI Rankings: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। उन्होंने आईसीसी की ताजा वनडे रैंकिंग में पहला स्थान हासिल कर लिया है। यह मुकाम मंधाना ने छह साल बाद फिर से पाया है। इससे पहले साल 2019 में वह नंबर-1 ODI बल्लेबाज बनी थीं। अब 2025 में उन्होंने फिर से यह खिताब अपने नाम कर लिया है।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ मंधाना ने साउथ अफ्रीकी कप्तान लौरा वोलवार्ड की लंबे समय से चली आ रही बादशाहत को खत्म कर दिया है। वोलवार्ड काफी समय से शीर्ष पर बनी हुई थीं, लेकिन मंधाना की जबरदस्त फॉर्म ने उन्हें रैंकिंग में पीछे छोड़ दिया।
त्रिकोणीय सीरीज में दिखाया बल्ले का जलवा
हाल ही में कोलंबो में आयोजित त्रिकोणीय सीरीज में भारत, श्रीलंका और साउथ अफ्रीका की महिला टीमें आमने-सामने थीं। इस सीरीज में स्मृति मंधाना ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कुल 264 रन बनाए। उन्होंने फाइनल मुकाबले में शानदार शतक जड़ा और टीम को खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई। उनके इस प्रदर्शन का असर सीधे आईसीसी की वनडे रैंकिंग पर पड़ा, और उन्हें इसका इनाम नंबर-1 की गद्दी के रूप में मिला। अब मंधाना के 727 रेटिंग पॉइंट्स हो चुके हैं।
वहीं, अब तक नंबर-1 पर काबिज रही दक्षिण अफ्रीका की लौरा वोलवार्ड दो स्थान फिसलकर तीसरे नंबर पर पहुंच गई हैं। उनके भी इंग्लैंड की नताली स्किवर-ब्रंट जितने 719 रेटिंग पॉइंट्स हैं, लेकिन औसत और हालिया प्रदर्शन के आधार पर स्किवर को दूसरा स्थान मिला है।
कौन-कौन हैं टॉप-10 में?
ICC की महिला वनडे रैंकिंग की टॉप-10 सूची पर नजर डालें तो स्मृति मंधाना इस लिस्ट में एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं। टॉप-10 में ऑस्ट्रेलिया की चार बल्लेबाजें मौजूद हैं जो उनकी गहराई और निरंतरता को दर्शाता है। यह रही टॉप-10 बल्लेबाजों की सूची:
- स्मृति मंधाना (भारत) – 727 पॉइंट्स
- नताली स्किवर-ब्रंट (इंग्लैंड) – 719 पॉइंट्स
- लौरा वोलवार्ड (साउथ अफ्रीका) – 719 पॉइंट्स
- एमी जोन्स (इंग्लैंड)
- एलिस पैरी (ऑस्ट्रेलिया)
- हैली मैथ्यूज (वेस्टइंडीज)
- ऐलिसा हीली (ऑस्ट्रेलिया)
- चमारी अट्टापट्टू (श्रीलंका)
- बेथ मूनी (ऑस्ट्रेलिया)
- एश्ले गार्डनर (ऑस्ट्रेलिया)
6 साल का इंतजार, मेहनत रंग लाई
मंधाना की यह उपलब्धि भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक बड़ी प्रेरणा है। ऐसे समय में जब महिला क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर तेजी से पहचान मिल रही है, मंधाना का नंबर-1 बनना इस बदलाव का प्रतीक बन गया है। बीसीसीआई और महिला क्रिकेट को लेकर भारतीय दर्शकों में बढ़ते उत्साह के बीच मंधाना की इस उपलब्धि से निश्चित रूप से देश में और भी लड़कियों को क्रिकेट की ओर रुझान मिलेगा।
2019 के बाद से मंधाना का प्रदर्शन कभी-कभी उतार-चढ़ाव वाला रहा, लेकिन उन्होंने अपनी निरंतरता और फिटनेस पर मेहनत की। उन्होंने टीम को कई अहम मौकों पर मैच जिताए, लेकिन नंबर-1 का ताज पाने के लिए उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ा।