दिल्ली के रामलीला मैदान में SSC परीक्षा में गड़बड़ियों के खिलाफ धरने पर बैठे छात्रों पर दिल्ली पुलिस ने लाठीचार्ज किया। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस पर छात्रों की आवाज दबाने और लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाया। छात्र न्याय और सुधार की मांग कर रहे हैं।
नहीं दिल्ली: रामलीला मैदान में SSC परीक्षा में गड़बड़ियों के खिलाफ धरना दे रहे छात्रों पर दिल्ली पुलिस ने लाठीचार्ज किया। आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि छात्रों की आवाज़ सुनने की बजाय उन पर लाठियां बरसा दी गईं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि सवाल पूछने वालों की आवाज दबाई जा रही है और किसी को भी जब चाहे जेल में डाला जा सकता है।
केजरीवाल ने कहा कि जिन हाथों में कल किताबें होनी चाहिए थीं, आज उन पर चोट के निशान हैं। मीडिया को खबर कवर करने से रोका गया और यह देश में खुले तौर पर गुंडागर्दी का उदाहरण है।
SSC परीक्षा और छात्र-युवा आंदोलन
AAP दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि SSC छात्र कई महीनों से इंसाफ़ की लड़ाई लड़ रहे थे। रामलीला मैदान पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों और शिक्षकों पर पुलिस ने अंधेरे में हमला किया। छात्रों ने अपने फोन की लाइट जलाकर घटनाओं को रिकॉर्ड किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
भारद्वाज ने बताया कि देश के युवा, जिनमें लड़कियां, लड़के और टीचर शामिल हैं, मेहनत कर कर सरकारी नौकरी की उम्मीद रखते हैं, लेकिन धांधली और सांठगांठ के चलते उनका हक छिन रहा है। SSC और NEET जैसी परीक्षाओं में संगठित भ्रष्टाचार ने योग्य छात्रों को नुकसान पहुंचाया है।
बीजेपी सरकार और दिल्ली पुलिस पर आरोप
मनीष सिसोदिया ने कहा कि केंद्र सरकार युवाओं को रोजगार देने में पीछे है, लेकिन लाठीचार्ज में सबसे आगे है। नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा कि दिल्ली के रामलीला मैदान में छात्रों और शिक्षकों को जमीन पर घसीटा गया और पीटा गया। उन्होंने इसे लोकतंत्र की जगह दमन-तंत्र बताकर आलोचना की।
सौरभ भारद्वाज ने पिछले 10-11 सालों के उदाहरण भी गिनाए, जिसमें व्यापारी, डॉक्टर, वकील, फौजी और आम लोग अपने हक की मांग के लिए सड़कों पर उतरे लेकिन पुलिस द्वारा पीटे गए। उनका कहना है कि यह प्रणाली युवाओं और आम जनता की आवाज़ दबाने के लिए काम कर रही है।