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विश्व पैरा एथलेटिक्स 2025: सिमरन शर्मा के मेडल पर खतरा | गाइड उमर सैफी डोपिंग में फंसे

विश्व पैरा एथलेटिक्स 2025: सिमरन शर्मा के मेडल पर खतरा | गाइड उमर सैफी डोपिंग में फंसे

विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 22 मेडल अपने नाम किए, जो अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन माना जा रहा है। हालांकि, इस सफलता के बीच दो मेडल जीतने वाली रेसर सिमरन शर्मा कुछ परेशानी में हैं। 

स्पोर्ट्स न्यूज़: विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया और 22 मेडल जीतकर अब तक का सबसे बेहतरीन रिकॉर्ड बनाया। लेकिन इस उपलब्धि के बीच सिमरन शर्मा, जो दो मेडल जीत चुकी हैं, अचानक संकट में आ गई हैं। उनके गाइड उमर सैफी को नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) ने डोपिंग के कारण अस्थायी निलंबन की सूची में डाल दिया है।

सिमरन ने इस चैंपियनशिप में महिलाओं की 100 मीटर T12 दौड़ में गोल्ड और 200 मीटर T12 दौड़ में सिल्वर मेडल जीता था। अब उनके दोनों मेडल पर खतरा मंडरा रहा है क्योंकि गाइड के डोपिंग में फंसे होने पर अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत पदक वापस लिए जा सकते हैं।

उमर सैफी पर स्टेरॉयड का आरोप

NADA ने 9 अक्टूबर 2025 को अपनी डोपिंग निलंबन सूची में उमर सैफी का नाम शामिल किया। उन पर ड्रोस्टानोलोन (Drostanolone) नामक प्रतिबंधित स्टेरॉयड के सेवन का आरोप है। ड्रोस्टानोलोन एक प्रदर्शन बढ़ाने वाला पदार्थ (Performance Enhancing Drug) है, जो मांसपेशियों को मजबूत करने और शरीर की फैट कम करने में मदद करता है। वर्ल्ड एंटी-डोपिंग एजेंसी (WADA) ने इस पदार्थ पर पूरी तरह रोक लगा रखी है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि उमर का डोपिंग टेस्ट कब और कहां किया गया।

20 साल के उमर सैफी ने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुई विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दृष्टिबाधित पैरा एथलीट सिमरन शर्मा के गाइड के रूप में काम किया। उनके मार्गदर्शन में सिमरन ने अपने दोनों मेडल जीते। सिमरन के पति और कोच गजेंद्र शर्मा ने इस मामले पर कहा, यह हमारे लिए भी एक नई खबर है। हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। संभव है कि उन्होंने विश्व चैंपियनशिप के दौरान कहीं टेस्ट कराया हो।

 सिमरन के मेडल पर खतरा

इंटरनेशनल पैरालंपिक समिति (IPC) के डोपिंग रोधी नियमों के अनुसार, गाइड को एथलीट का आधिकारिक सहायक माना जाता है। यदि गाइड डोपिंग रोधी नियमों का उल्लंघन करते पाए जाते हैं, तो एथलीट के पदक को वापस लिया जा सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि सिमरन का मेडल तब तक सुरक्षित नहीं माना जा सकता जब तक कि NADA और IPC की जांच पूरी नहीं हो जाती।

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