पेमेंट ऐप पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने हाल ही में चेतावनी दी है कि व्हाट्सऐप ग्रुप चैट में एआई आपकी बातचीत पढ़ सकता है। उन्होंने यूजर्स को सलाह दी कि वे Advanced Chat Privacy फीचर को ऑन करें। वहीं, व्हाट्सऐप ने सफाई दी है कि मेटा एआई केवल उन्हीं चैट्स को एक्सेस करता है जिन्हें यूजर खुद साझा करता है।
News Delhi: पेमेंट ऐप पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट साझा कर व्हाट्सऐप यूजर्स को सतर्क किया है। उनका कहना है कि ग्रुप चैट में शामिल एआई तकनीक आपकी निजी बातचीत तक पहुंच सकती है। इस चेतावनी के बाद यूजर्स की प्राइवेसी को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। शर्मा ने न केवल खतरे की ओर इशारा किया, बल्कि इसका समाधान भी बताया। उन्होंने यूजर्स को Advanced Chat Privacy फीचर ऑन करने की सलाह दी है, ताकि उनकी चैट सुरक्षित रहे। वहीं, व्हाट्सऐप ने आधिकारिक बयान जारी कर प्राइवेसी को पूरी तरह सुरक्षित बताया है।
क्यों दी विजय शेखर शर्मा ने चेतावनी
विजय शेखर शर्मा ने अपने पोस्ट में बताया कि WhatsApp पर AI फीचर्स भले ही यूजर्स की सुविधा के लिए लाए गए हों, लेकिन इनके इस्तेमाल से आपकी प्राइवेसी पर खतरा मंडरा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सही समय पर सावधानी न बरतने पर WhatsApp ग्रुप चैट्स सुरक्षित नहीं रह जाएंगी।
उन्होंने एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए समझाया कि यूजर्स को Advanced Chat Privacy सेटिंग को ऑन करना चाहिए। यह कदम उठाने से AI आपकी चैट्स को पढ़ने या उनकी जानकारी एक्सेस करने से रोक देगा।
WhatsApp का Paytm फाउंडर को क्या जवाब
Paytm फाउंडर की चेतावनी पर WhatsApp की ओर से भी आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने आई है। कंपनी का कहना है कि Meta AI केवल वही जानकारी एक्सेस करता है, जो यूजर खुद साझा करता है। WhatsApp ने यह भी साफ किया कि यह फीचर डिफॉल्ट रूप से ऑन नहीं रहता और तभी सक्रिय होता है जब कोई यूजर इसे चैट में मेंशन करता है।
साथ ही, कंपनी ने दोहराया कि सभी मैसेज एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड हैं। यानी आपके मैसेज केवल भेजने वाले और पाने वाले तक ही सीमित रहते हैं, किसी तीसरे व्यक्ति या AI तक नहीं पहुंचते।
क्यों जरूरी है Advanced Chat Privacy फीचर
WhatsApp का Advanced Chat Privacy फीचर ग्रुप चैट की सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। इस सेटिंग को ऑन करने के बाद ग्रुप का कोई भी सदस्य:
- अपने डिवाइस पर मीडिया फाइल्स सेव नहीं कर सकेगा।
- @Meta AI का इस्तेमाल करके अनरीड मैसेज का समरी नहीं बना पाएगा।
- चैट एक्सपोर्ट करने का विकल्प भी इस्तेमाल नहीं कर पाएगा।
इन बदलावों से WhatsApp ग्रुप चैट की प्राइवेसी और मजबूत हो जाती है, जिससे यूजर्स को बेफिक्र होकर प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने में मदद मिलती है।