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यू-ट्यूब से हटाए गए 'अबीर गुलाल' के गाने, फवाद खान की फिल्म हुई बैन, जानें पूरी कहानी

यू-ट्यूब से हटाए गए 'अबीर गुलाल' के गाने, फवाद खान की फिल्म हुई बैन, जानें पूरी कहानी
अंतिम अपडेट: 6 घंटा पहले

फवाद खान और वाणी कपूर स्टारर फिल्म ‘अबीर गुलाल’ 9 मई को भारत में रिलीज होने वाली थी, लेकिन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान की इस फिल्म के खिलाफ बॉयकॉट की मांग तेज हो गई थी। 

Abir Gulaal Songs Removed: पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान और बॉलीवुड अभिनेत्री वाणी कपूर की फिल्म 'अबीर गुलाल' पर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। यह फिल्म 9 मई को रिलीज होने वाली थी, लेकिन 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद फिल्म पर बायकॉट की मांग उठने लगी। इस हमले के मद्देनजर भारत में पाकिस्तान से जुड़े कलाकारों और उनके काम पर सवाल उठाए गए, जिसके परिणामस्वरूप फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी गई।

इसके साथ ही, फिल्म के गाने भी यूट्यूब से हटा दिए गए हैं। यह घटना एक नए विवाद का कारण बन गई है, जिसने पाकिस्तानी कलाकारों को लेकर बढ़ते विरोध को और भी प्रगाढ़ किया है।

पहलगाम आतंकवादी हमले का संदर्भ

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में एक आतंकवादी हमला हुआ, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। इस हमले ने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को और भी तनावपूर्ण बना दिया। सोशल मीडिया पर इस हमले के बाद पाकिस्तान से जुड़े कलाकारों के काम का विरोध तेज हो गया। इसके बाद, 'अबीर गुलाल' के निर्माता और वितरकों को आलोचना का सामना करना पड़ा और फिल्म की रिलीज पर सवाल उठाए गए।

फिल्म 'अबीर गुलाल' पर बैन का निर्णय

पहलगाम आतंकी हमले के बाद, भारत में फिल्म 'अबीर गुलाल' की रिलीज पर बैन लगाने की मांग तेज हो गई। भारतीय सिनेमा इंडस्ट्री और मनोरंजन क्षेत्र में पाकिस्तान से जुड़े कलाकारों की उपस्थिति पर पहले से ही विरोध हो रहा था, खासकर उरी हमले के बाद जब भारत सरकार ने पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगा दिया था।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 22 अप्रैल को फिल्म के बैन का निर्णय लिया और इसे भारत में रिलीज़ करने से मना कर दिया। मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि कई सिनेमाघरों ने इस फिल्म को रिलीज़ करने से मना कर दिया था, और विभिन्न मनोरंजन संगठनों ने इस फिल्म के बहिष्कार की मांग की थी।

फिल्म के गाने यूट्यूब से हटाए गए

फिल्म के निर्माताओं ने अपनी फिल्म के दो गाने पहले ही रिलीज़ किए थे, 'खुदाया इश्क' और 'अंग्रेजी रंगरसिया'। इन दोनों गानों को यूट्यूब पर खूब पसंद किया गया था, लेकिन अब इन गानों को यूट्यूब से हटा दिया गया है। ए रिचर लेंस एंटरटेनमेंट, जो फिल्म के प्रोडक्शन हाउस के रूप में काम कर रहा है, ने अपने ऑफिशियल यूट्यूब चैनल से इन गानों को हटा दिया है। इसके अलावा, सारेगामा के यूट्यूब हैंडल से भी गाने हटा दिए गए हैं, जो फिल्म के आधिकारिक संगीत अधिकारों का रखवाला था।

यह फैसला सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया का कारण बना है। कई यूजर्स ने इसे पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सहयोग की आलोचना के रूप में देखा है। इस दौरान निर्माताओं और कलाकारों की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, जो एक और सवाल खड़ा करता है कि क्या उन्हें इस फैसले की जानकारी नहीं थी या फिर वे इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं।

फवाद खान और वाणी कपूर का बयान

फवाद खान, जिन्होंने फिल्म 'अबीर गुलाल' में प्रमुख भूमिका निभाई है, ने पहलगाम आतंकी हमले पर गहरा दुख व्यक्त किया था। उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि यह हमला अत्यंत निंदनीय है और वे इस भयावह घटना के पीड़ितों के परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं व्यक्त करते हैं।

वाणी कपूर ने भी इस हमले की निंदा की थी और उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावनात्मक संदेश लिखा था। वाणी ने कहा कि जब उन्होंने पहलगाम में हुए हमले की खबर सुनी, तो वे स्तब्ध थीं और उन्हें शब्दों में अपनी भावनाओं को व्यक्त करना बहुत कठिन हो रहा था। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं साझा की थीं।

FWICE और मनसे का विरोध

फिल्म 'अबीर गुलाल' के बायकॉट की मांग के बीच, फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाने के अपने पुराने निर्देशों को दोहराया। FWICE ने भारतीय फिल्म और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से पाकिस्तानी कलाकारों, गायकों और तकनीशियनों के साथ सहयोग न करने की अपील की। यह संगठन पहले भी पाकिस्तान से जुड़ी फिल्मों और कलाकारों के खिलाफ बयान दे चुका था।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने भी 'अबीर गुलाल' के भारत में रिलीज़ का कड़ा विरोध किया था। पार्टी के नेताओं ने कहा था कि पाकिस्तान लगातार आतंकवाद का समर्थन करता है, और भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में पाकिस्तानी कलाकारों को काम करने की अनुमति देना उनके आर्थिक लाभ को बढ़ावा देने के समान है। मनसे के विरोध के बाद फिल्म के रिलीज़ के खिलाफ गहरी प्रतिक्रिया सामने आई।

'अबीर गुलाल' के निर्माता और कलाकार

'अबीर गुलाल' फिल्म का निर्माण इंडियन स्टोरीज प्रोडक्शन, ए रिचर लेंस और आरजय पिक्चर्स द्वारा किया गया है। फिल्म का निर्देशन आरती एस बागड़ी ने किया है, और इसमें फवाद खान और वाणी कपूर के अलावा लिसा हेडन, रिद्धि डोगरा, फरीदा जलाल, सोनी राजदान और परमीत सेठी भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं।

फिल्म का संगीत विशाल शेखर और श्रेया घोषाल के योगदान से समृद्ध है, लेकिन अब फिल्म के गानों को यूट्यूब से हटाने के कारण इसकी प्रमोशन और दर्शकों तक पहुंचने की संभावनाएं कम हो गई हैं।

पाकिस्तान और भारत के रिश्तों का प्रभाव

यह पूरा विवाद केवल एक फिल्म के बायकॉट तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पाकिस्तान और भारत के रिश्तों में तनाव का परिणाम है। उरी हमले के बाद से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में पाकिस्तानी कलाकारों के प्रवेश पर कड़ा विरोध उठने लगा था। इस घटना ने दिखाया कि कैसे एक आतंकवादी हमला भी सांस्कृतिक और सामाजिक संबंधों पर गहरा असर डालता है।

अबीर गुलाल फिल्म के साथ हुआ यह घटनाक्रम यह सिद्ध करता है कि फिल्म इंडस्ट्री में पाकिस्तान और भारत के बीच सहयोग अब केवल एक कला के रूप में नहीं, बल्कि एक राजनीतिक मुद्दा बन चुका है।

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