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भारत का पाकिस्तान को करारा जवाब: सिंधु जल संधि निलंबित, पांच मोर्चों पर बड़ी कार्रवाई

भारत का पाकिस्तान को करारा जवाब: सिंधु जल संधि निलंबित, पांच मोर्चों पर बड़ी कार्रवाई
अंतिम अपडेट: 3 घंटा पहले

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ा कूटनीतिक कदम उठाते हुए जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। बुधवार देर रात दिल्ली में पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक साद अहमद वराइच को तलब किया गया और उन्हें भारत की कड़ी आपत्ति से अवगत कराया गया।

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत और कई घायल होने के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कूटनीतिक, आर्थिक और प्रशासनिक कदम उठाए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी भले ही किसी आतंकी संगठन ने ली हो, लेकिन भारत सरकार ने इसे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की सीधी कार्यवाही मानते हुए कड़ा एक्शन लिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई, जो लगभग दो घंटे चली। इस बैठक में देश के शीर्ष रक्षा और विदेश नीति से जुड़े मंत्री शामिल रहे और कई अहम फैसले लिए गए, जिनका असर सीधे भारत-पाकिस्तान के संबंधों पर पड़ेगा।

1. ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ नोट के साथ पाकिस्तान को सख्त चेतावनी

भारत ने पाकिस्तान के डिफेंस, नेवल और एयर एडवाइजर्स को ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ घोषित करते हुए एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया है। यह नोट आधी रात को दिल्ली में पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक साद अहमद वराइच को सौंपा गया। ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ का अर्थ होता है कि संबंधित व्यक्ति अब उस देश में अवांछनीय है और उसे तुरंत बाहर निकलना होगा।

इसके साथ ही भारत ने इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग से भी सैन्य सलाहकारों को वापस बुलाने का निर्णय लिया है। इसका सीधा अर्थ यह है कि भारत-पाकिस्तान के कूटनीतिक रिश्ते अब न्यूनतम स्तर पर पहुंचा दिए गए हैं।

2. सिंधु जल संधि का अस्थायी निलंबन: जल ही अब हथियार

भारत ने 1960 में हुई सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। यह संधि विश्व की सबसे अनुकरणीय जल समझौतों में मानी जाती रही है, जिसमें भारत ने सिंधु, झेलम और चिनाब जैसी नदियों के जल का अधिकांश हिस्सा पाकिस्तान को दिया हुआ है। अब भारत ने यह स्पष्ट किया है कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार से आतंकवाद का समर्थन बंद नहीं करता, तब तक उसे एक बूंद पानी नहीं मिलेगा।

विशेषज्ञों के अनुसार, इस फैसले से पाकिस्तान के सिंचाई और पीने के पानी की व्यवस्था पर गंभीर असर पड़ सकता है।

3. अटारी चेक पोस्ट बंद: अब सड़क मार्ग से कोई एंट्री नहीं

भारत ने अटारी स्थित इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद करने का भी ऐलान किया है। इसका मतलब है कि अब भारत और पाकिस्तान के बीच सड़क मार्ग से कोई भी आवागमन नहीं होगा। हालांकि, जिनके पास वैध दस्तावेज हैं और जो पहले ही इस रास्ते से भारत में प्रवेश कर चुके हैं, उन्हें 1 मई 2025 तक इसी मार्ग से वापस जाने की अनुमति दी गई है।

4. सार्क वीजा छूट योजना रद्द, सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश

भारत सरकार ने पाकिस्तान को दी गई सार्क वीजा एक्सेम्प्शन स्कीम (SVES) के तहत दी जाने वाली यात्रा छूट को रद्द कर दिया है। SVES वीजा पर भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है। अब से पाकिस्तान के नागरिकों को इस स्कीम के अंतर्गत भारत में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी।

5. उच्चायोग में स्टाफ घटाकर 30 किया गया

नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में अब स्टाफ की अधिकतम संख्या 30 कर दी गई है, जो वर्तमान में 55 है। यह निर्णय 1 मई 2025 से लागू होगा। इसके साथ ही यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि भारत अब पाकिस्तान के साथ केवल आवश्यक औपचारिक संवाद ही बनाए रखेगा।

भारत का संदेश साफ: आतंक का समर्थन नहीं सहा जाएगा

CCS बैठक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, हमले के दोषियों को हर हाल में सज़ा दिलाई जाएगी और उनके संरक्षकों को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेनकाब किया जाएगा। भारत अब केवल प्रतिक्रिया नहीं देगा, बल्कि रणनीतिक रूप से कार्यवाही करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को आतंकवाद का संरक्षण देने वाले देश के रूप में चिन्हित करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।

पाकिस्तान में मचा हड़कंप, शहबाज सरकार की आपात बैठक

भारत की आक्रामक कूटनीति और निर्णयों से पाकिस्तान की सरकार में खलबली मच गई है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार सुबह राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपात बैठक बुलाई है जिसमें सेना के तीनों अंगों के प्रमुख, खुफिया प्रमुख और वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री शामिल हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान अब भारत के कदमों पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कोशिश करेगा, लेकिन भारत के ठोस प्रमाणों और वैश्विक जनमत के चलते उसका यह प्रयास भी कमजोर माना जा रहा है।

पहलगाम में मारे गए 26 पर्यटकों के शव उनके घरों तक पहुंचाए जा चुके हैं। पूरे देश में शोक और गुस्से का माहौल है। सोशल मीडिया पर 'JusticeForPahalgam' और 'IndiaStrikesBack' जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। देशभर में पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं और लोग सरकार से और भी कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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