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भारत की पांच 'हाईटेक' मिसाइलें: तकनीक और तबाही का परफेक्ट कॉम्बो! जानें इनकी खासियत

भारत की पांच 'हाईटेक' मिसाइलें: तकनीक और तबाही का परफेक्ट कॉम्बो! जानें इनकी खासियत
अंतिम अपडेट: 8 घंटा पहले

भारत ने पिछले कुछ दशकों में अपनी रक्षा क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है, जिससे दुनियाभर में उसकी शक्ति का लोहा माना जाता है। खासकर मिसाइल तकनीक के क्षेत्र में भारत ने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वे न केवल तकनीकी दृष्टि से उत्कृष्ट हैं, बल्कि दुश्मन देशों के लिए एक खौफ भी बन चुकी हैं। 

High Tech Missiles of India: भारत ने रक्षा क्षेत्र में लगातार तरक्की की है और विशेषकर मिसाइल टेक्नोलॉजी में अपनी ताकत साबित की है। देश ने कई सुपर हाईटेक मिसाइलें विकसित की हैं जो दुनिया भर में अपनी तकनीक और मारक क्षमता के लिए जानी जाती हैं। इन मिसाइलों ने न केवल भारत की सुरक्षा को मजबूती दी है, बल्कि दुश्मन देशों के लिए भी एक गंभीर चेतावनी का काम किया है। आइए जानते हैं भारत की उन 5 सुपर हाईटेक मिसाइलों के बारे में, जो ताकत और तकनीक की बेजोड़ मिसाल हैंनई ।

1. अग्नि-V: परमाणु शक्ति से लैस इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल

भारत की सबसे एडवांस और सबसे शक्तिशाली मिसाइलों में अग्नि-V का नाम सबसे पहले आता है। यह एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है, जो 8,000 किलोमीटर तक की मारक क्षमता रखती है। इसका मतलब यह है कि यह अमेरिका, यूरोप और एशिया के लगभग हर कोने तक पहुंच सकती है। अग्नि-V को खास तौर पर परमाणु हथियारों के परिवहन के लिए डिज़ाइन किया गया है, और यह अपनी "कैनीस्टराइज्ड लॉन्च" तकनीक से दुश्मन के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करता है। 

इसकी MIRV (Multiple Independently Targetable Reentry Vehicle) क्षमता यह सुनिश्चित करती है कि एक बार में कई लक्ष्य पर हमला किया जा सकता है, जिससे दुश्मन का बचाव करना अत्यंत कठिन हो जाता है। अग्नि-V की यह तकनीक इसे दुनिया की सबसे घातक मिसाइलों में से एक बनाती है।

2. ब्रह्मोस: सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल

ब्रह्मोस को भारत और रूस की साझेदारी से विकसित किया गया था और यह एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। ब्रह्मोस की गति आवाज की रफ्तार से तीन गुना तेज है, जो इसे बेहद खतरनाक बनाती है। इसकी रेंज 500 किलोमीटर से अधिक है और यह जमीन, समुद्र और आकाश से लॉन्च की जा सकती है। ब्रह्मोस की रडार से बचने की क्षमता और 1 मीटर की सटीकता इसे दुश्मन के लिए एक विकट चुनौती बनाती है। 

इसकी तेज़ गति के कारण, दुश्मन के पास प्रतिक्रिया देने का कोई समय नहीं मिलता। ब्रह्मोस का इस्तेमाल अब भारतीय नौसेना, वायु सेना और सेना सभी तीनों द्वारा किया जाता है, और यह भारतीय रक्षा प्रणाली का अहम हिस्सा बन चुका है।

3. नाग मिसाइल: टैंकों का काल

भारतीय सेना के लिए एक और महत्वपूर्ण और हाइटेक मिसाइल है नाग। यह एक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) है, जो एक बार लॉन्च होने के बाद लक्ष्य को स्वचालित रूप से पहचान कर उसे नष्ट कर देती है। नाग मिसाइल थर्मल इमेजिंग सीकर का उपयोग करती है, जिससे यह दिन, रात, धूल-धुंआ और किसी भी मौसम में लक्ष्य को सटीक रूप से पहचान सकती है। 

इसका टॉप अटैक मोड टैंकों के सबसे मजबूत हिस्से को भी भेदने की क्षमता रखता है। भारतीय रेगिस्तानी क्षेत्रों में यह मिसाइल दुश्मन के टैंकों के लिए काल बन चुकी है, और इसकी ताकत को देखकर दुश्मन के रणनीतिकार भी कई बार सोचने पर मजबूर हो जाते हैं।

4. अस्त्र मिसाइल: हवा में मौत का तीर

अस्त्र मिसाइल भारत की पहली स्वदेशी एयर-टू-एयर मिसाइल है, जो दुश्मन के विमान को 100 किलोमीटर दूर से नष्ट करने की क्षमता रखती है। इस मिसाइल में एडवांस रडार होमिंग तकनीक और इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-मैजर्स (ECCM) तकनीक है, जो इसे दुश्मन के जैमिंग प्रयासों से बचने में सक्षम बनाती है। अस्त्र मिसाइल को भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों जैसे तेजस, सुखोई-30 और मिराज 2000 पर तैनात किया गया है। 

यह मिसाइल दुश्मन के हवाई हमलों से बचाव के लिए भारतीय वायु सेना के लिए बेहद प्रभावी हथियार बन चुकी है, और इसने भारत को हवाई युद्ध में एक मजबूत पैर जमाने में मदद की है।

5. शौर्य मिसाइल: हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल

शौर्य मिसाइल एक हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल है, जो बेहद तेज गति से यात्रा करती है। इसकी रफ्तार Mach 7.5 है, यानी यह ध्वनि की गति से सात गुना तेज चलती है। शौर्य मिसाइल खासतौर पर बहुत कम ऊंचाई पर उड़ने की क्षमता रखती है, जिससे यह दुश्मन के रडार को चकमा दे सकती है। इसका मुख्य उद्देश्य दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमले करना है। 

इसकी रेंज 700 से 800 किलोमीटर तक है और यह पारंपरिक और परमाणु हमलों को अंजाम देने में सक्षम है। शौर्य मिसाइल की हाइपरसोनिक तकनीक भारतीय रक्षा को और भी मजबूती प्रदान करती है, क्योंकि इसका पता लगाना और उसे रोकना दुश्मन के लिए बेहद मुश्किल हो जाता है।

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