प्रधानमंत्री मोदी ने 17वें राष्ट्रीय रोजगार मेले में 51,000 से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए। उन्होंने युवाओं के कौशल विकास, रोजगार सृजन, स्टार्टअप्स और वैश्विक अवसरों पर जोर दिया। भारत-ब्रिटेन निवेश समझौतों से रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
Rojgar Mela: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17वें राष्ट्रीय रोजगार मेले का उद्घाटन वर्चुअल माध्यम से किया और इस अवसर पर 51,000 से अधिक नवनियुक्त सरकारी पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। यह रोजगार मेला युवाओं के लिए रोजगार सृजन और कौशल विकास का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो रहा है। पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि देशभर में अब तक 11 लाख से अधिक भर्ती पत्र विभिन्न रोजगार मेलों के माध्यम से वितरित किए जा चुके हैं। उन्होंने युवाओं के सशक्तिकरण और वैश्विक अवसरों को लेकर भी अहम बातें साझा की।
युवा क्षमता पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया का सबसे युवा देश है। युवा शक्ति देश की सबसे बड़ी ताकत है और सरकार इसी दिशा में लगातार काम कर रही है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की विदेश नीति भी युवाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए तैयार की जाती है। उन्होंने बताया कि सरकार की कूटनीतिक गतिविधियां और वैश्विक समझौते युवा प्रशिक्षण, कौशल विकास और रोजगार सृजन पर केंद्रित हैं।
पीएम मोदी ने युवाओं को आश्वस्त किया कि उनका कौशल और ऊर्जा भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को सिर्फ रोजगार देना ही नहीं, बल्कि उन्हें वैश्विक अवसरों से जोड़ना भी सरकार की प्राथमिकता है। इससे युवा न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं में भी अनुभव और अवसर प्राप्त करेंगे।
भारत और ब्रिटेन के बीच निवेश समझौते
रोजगार मेले के दौरान पीएम मोदी ने भारत और ब्रिटेन के बीच हाल ही में हुए निवेश समझौतों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता, वित्तीय प्रौद्योगिकी और स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। पीएम मोदी ने कहा कि इन समझौतों से हज़ारों नए रोजगार सृजित होंगे और स्टार्टअप्स एवं MSME सेक्टर को बड़ा समर्थन मिलेगा।
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि मुक्त व्यापार समझौतों और निवेश साझेदारियों के माध्यम से भारतीय युवाओं को वैश्विक परियोजनाओं में काम करने के नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि ब्राज़ील, सिंगापुर, कोरिया, कनाडा और कई यूरोपीय देशों के साथ भी निवेश साझेदारियां बनाई गई हैं, जो रोजगार और निर्यात दोनों को बढ़ावा देंगी।
MSME को मिलेगा लाभ
प्रधानमंत्री मोदी ने इस रोजगार मेले में स्पष्ट किया कि सरकार स्टार्टअप्स और MSME (Micro, Small and Medium Enterprises) को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि निवेश और वैश्विक साझेदारियों से छोटे और मध्यम उद्यमों को नई परियोजनाओं में शामिल होने का अवसर मिलेगा। इससे युवाओं के लिए रोजगार के व्यापक अवसर खुलेंगे और देश में उद्यमशीलता को बढ़ावा मिलेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य केवल नौकरी देना नहीं है, बल्कि युवाओं को कौशल सिखाने, उन्हें उद्योगों से जोड़ने और रोजगार के लिए तैयार करना है। उन्होंने यह भी बताया कि निवेश के नए अवसरों से स्टार्टअप्स के लिए वित्तीय सहायता और तकनीकी सहयोग भी उपलब्ध होगा।













