सितंबर 2025 में 9/9/9 का दुर्लभ महासंयोग बन रहा है, जिसे अंक ज्योतिष में बेहद प्रभावशाली माना जा रहा है। 9 सितंबर मंगलवार को मंगल का दिन है, जो साहस, नेतृत्व और परिवर्तन का प्रतीक है। इस दिन विशेष नियम और उपाय अपनाकर सकारात्मक ऊर्जा और लाभ सुनिश्चित किया जा सकता है।
9/9/9 का महासंयोग 2025: 9 सितंबर 2025 को दुर्लभ 9/9/9 संयोग बन रहा है, जिसे अंक ज्योतिष में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह दिन मंगलवार को पड़ रहा है और मंगल ग्रह से जुड़ा है, जो साहस, नेतृत्व और परिवर्तन का प्रतीक है। इस दिन द्वितीया तिथि, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र और मीन राशि में चंद्रमा की स्थिति इसे और भी विशेष बनाती है। ज्योतिषियों का कहना है कि इस दिन यात्रा से बचना, वाहन चलाते समय सतर्क रहना और क्रोध व विवाद से दूर रहना लाभकारी रहेगा।
9 सितंबर 2025 का पंचांग
इस दिन द्वितीया तिथि रहेगी, नक्षत्र उत्तराभाद्रपद होगा, पक्ष कृष्ण और योग गण्ड का रहेगा। चंद्रमा मीन राशि में स्थित रहेगा। इन ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति के कारण यह दिन विशेष और प्रभावशाली माना जा रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार इस दिन किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय या निवेश को करने से पहले पंचांग और मुहूर्त का ध्यान रखना जरूरी है।
अशुभ और शुभ मुहूर्त
इस दिन के अशुभ समय में दुष्ट मुहूर्त सुबह 08:32:59 से 09:23:04 तक, कंटक काल 06:52:49 से 07:42:54 तक, कुलिक काल 13:33:28 से 14:23:33 तक, राहु काल 15:26:09 से 17:00:03 तक, यमघंट 10:13:09 से 11:03:14 तक और यमगण्ड 09:10:33 से 10:44:27 तक शामिल हैं। गुलिक काल 12:18:21 से 13:52:15 तक और कालवेला/अर्द्धयाम 08:32:59 से 09:23:04 तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त 11:53:19 से 12:43:23 तक शुभ माना गया है।
दिनभर की सावधानियां और उपाय
चूंकि 9 सितंबर मंगल का दिन और मंगलवार है, इसलिए इस दिन यात्रा से बचना, वाहन चलाते समय सतर्क रहना और किसी भी काम में जल्दबाजी नहीं करना जरूरी है। क्रोध, विवाद और तर्क-वितर्क से दूर रहें। नुकीली वस्तुओं का उपयोग न करें। ज्योतिषीय दृष्टि से इन सावधानियों का पालन करने से दुर्घटना या नुकसान की संभावना कम होती है और दिन के सकारात्मक ऊर्जा का लाभ लिया जा सकता है।