अडाणी एंटरप्राइजेज को उत्तराखंड में सोनप्रयाग-केदारनाथ 13 किमी लंबे रोपवे प्रोजेक्ट का ठेका मिला है। यह प्रोजेक्ट तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षित, तेज और पर्यावरण-अनुकूल यात्रा प्रदान करेगा। रोपवे से केदारनाथ पहुंचने में केवल 36 मिनट लगेंगे और यह हर घंटे 1,800 यात्रियों को ले जा सकेगा। निर्माण लगभग 6 साल में पूरा होगा और अडाणी इसे 29 साल तक ऑपरेट करेगा।
Ropeway Project: उत्तराखंड में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 13 किलोमीटर लंबा रोपवे प्रोजेक्ट अडाणी एंटरप्राइजेज को दिया गया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मार्च 2025 में इसे मंजूरी दी थी। वर्तमान में केदारनाथ तक पहुंचने में 8-9 घंटे लगते हैं, लेकिन रोपवे के पूरा होने के बाद सिर्फ 36 मिनट में यात्रा संभव होगी। प्रोजेक्ट की लागत लगभग 4,081 करोड़ रुपये है, इसे PPP मॉडल पर 6 साल में तैयार किया जाएगा और अडाणी ग्रुप इसे 29 साल तक संचालित करेगा, जिससे तीर्थयात्रियों की सुविधा, रोजगार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दी थी मंजूरी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट को मार्च 2025 में मंजूरी दी थी। इसकी अनुमानित लागत लगभग 4,081 करोड़ रुपये है। यह परियोजना नेशनल रोपवे डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत पर्वतमाला परियोजना का हिस्सा है और इसे सार्वजनिक-निजी भागीदारी के मॉडल पर विकसित किया जाएगा।
रोपवे से यात्रा सिर्फ 36 मिनट में
अडाणी ग्रुप के इस रोपवे प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद तीर्थयात्रियों को केवल 36 मिनट में केदारनाथ धाम पहुंचने की सुविधा मिलेगी। मौजूदा समय में यह यात्रा 8 से 9 घंटे में पूरी होती है। रोपवे के जरिए एक तरफ हर घंटे 1,800 यात्रियों को केदारनाथ पहुंचाने की क्षमता होगी। इस प्रोजेक्ट से हर साल लाखों तीर्थयात्रियों को आराम और सुविधा मिलेगी।
अडाणी ग्रुप करेगा निर्माण और संचालन
अडाणी एंटरप्राइजेज ने सोमवार को एक बयान में कहा कि उसे नेशनल हाइवेज लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड से कॉन्ट्रैक्ट अलॉटमेंट लेटर मिल गया है। प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन अडाणी के रोड, मेट्रो, रेल एंड वॉटर डिवीजन द्वारा किया जाएगा। इस परियोजना का निर्माण करीब 6 साल में पूरा होगा।
इसके अलावा, प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद अडाणी ग्रुप इसे 29 साल तक ऑपरेट करेगा। इससे न केवल तीर्थयात्रियों की यात्रा आसान होगी, बल्कि उत्तराखंड के स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे और पर्यटन क्षेत्र में वृद्धि होगी।
पर्यावरण और भक्ति का मिश्रण
अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा कि केदारनाथ रोपवे सिर्फ एक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नहीं है। यह भक्ति और आधुनिक तकनीक का एक संगम है। रोपवे निर्माण से तीर्थयात्रियों की यात्रा सुरक्षित, तेज और आरामदायक होगी। इसके साथ ही यह परियोजना स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी बढ़ावा देगी।
पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
रोपवे परियोजना के चलते न केवल तीर्थयात्रियों की सुविधा बढ़ेगी बल्कि स्थानीय पर्यटन और रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी। तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने से होटल, ढाबे, ट्रैवल एजेंसियां और स्थानीय व्यापारिक गतिविधियां भी फलेंगी।
इस रोपवे की लंबाई 13 किलोमीटर है। इसमें आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा और यह पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल होगी। इससे आसपास के जंगल और प्राकृतिक संसाधनों पर न्यूनतम प्रभाव पड़ेगा। परियोजना के निर्माण में नवीनतम इंजीनियरिंग तकनीकों का उपयोग होगा।