Columbus

बीजेपी और आरएसएस में कोई मतभेद नहीं: पीएम मोदी के भाषण पर राम माधव की प्रतिक्रिया

बीजेपी और आरएसएस में कोई मतभेद नहीं: पीएम मोदी के भाषण पर राम माधव की प्रतिक्रिया

आरएसएस और बीजेपी के बीच मतभेद को लेकर चल रही चर्चाओं पर आरएसएस के वरिष्ठ नेता राम माधव ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बीजेपी और आरएसएस दोनों एक ही विचारधारा वाले परिवार के सदस्य हैं और इस तरह की अटकलें निराधार हैं।

नई दिल्ली: आरएसएस के वरिष्ठ नेता राम माधव ने हाल ही में स्पष्ट किया है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बीच कोई मतभेद नहीं है। यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से आरएसएस की जमकर प्रशंसा की थी।

पिछले कुछ समय से यह चर्चा जोरों पर थी कि बीजेपी और आरएसएस के बीच कामकाज और नीतियों को लेकर मतभेद हैं। ऐसे कयासों पर राम माधव ने कहा कि यह पूरी तरह भ्रामक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों संगठन एक वैचारिक परिवार का हिस्सा हैं, जहां बीजेपी राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय है और आरएसएस सामाजिक और सेवा कार्यों के माध्यम से देशहित में काम करता है।

पीएम मोदी के भाषण पर राम माधव की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से अपने संबोधन में आरएसएस की 100 साल की सेवा और योगदान की सराहना की। कांग्रेस समेत कुछ राजनीतिक दलों ने इस प्रशंसा पर सवाल उठाए थे। राम माधव ने पीएम मोदी के भाषण की सराहना करते हुए कहा:

'प्रधानमंत्री ने आरएसएस की 100 साल की सेवा को मान्यता दी और स्वयंसेवकों को प्रेरित किया। कुछ राजनीतिक कारणों से लोग हमेशा संघ का विरोध करते हैं, लेकिन यह संगठन हिंदू धर्म और देश के लिए काम करता है।'

उन्होंने यह भी बताया कि राजनीतिक लाभ के लिए अक्सर आरएसएस और बीजेपी के बीच मतभेद की अफवाहें फैलाई जाती हैं। वास्तव में, दोनों संगठन विचारधारा और उद्देश्य में एक समान हैं, केवल कार्यक्षेत्र अलग है।

बीजेपी-आरएसएस संबंध पर राम माधव का बयान

राम माधव ने जोर देकर कहा कि बीजेपी और आरएसएस के बीच कोई तनाव या मतभेद नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि संघ और भाजपा दोनों स्वतंत्र रूप से काम करते हैं, लेकिन विचारधारा में एक-दूसरे से जुड़े हैं। हमारे संगठन के निचले स्तर तक सभी पृष्ठभूमि के लोगों को काम करने का मौका मिलता है। चाहे वह कांग्रेस से हो या किसी अन्य राजनीतिक दल से, सभी का स्वागत है।

राम माधव ने कहा कि आरएसएस राजनीतिक उद्देश्यों के लिए नहीं, बल्कि समाज और देश की सेवा के लिए कार्यरत है। उन्होंने यह भी बताया कि संगठन अच्छे नागरिक और समाजसेवी तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करता है।

कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों पर टिप्पणी

राम माधव ने यह भी संकेत दिया कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए आरएसएस का विरोध करते हैं। उन्होंने कहा: जब मैं कहता हूं कि सभी राजनीतिक पृष्ठभूमि के लोगों को मौका मिलता है, तो इसका मतलब कांग्रेस भी शामिल है। लेकिन कुछ लोग ऐसा विरोध राजनीतिक लाभ के लिए करते हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि संगठन का उद्देश्य राजनीतिक द्वंद्व नहीं, बल्कि सामाजिक सेवा और राष्ट्रहित में योगदान है।

Leave a comment