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हमास-इजरायल सीजफायर: ट्रंप के अल्टीमेटम बाद हमास ने कई शर्तों पर भरी हामी

हमास-इजरायल सीजफायर: ट्रंप के अल्टीमेटम बाद हमास ने कई शर्तों पर भरी हामी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के कड़े अल्टीमेटम के बाद हमास और इजरायल के बीच गाजा संघर्ष को समाप्त करने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। ट्रंप के चेतावनी भरे संदेश के बाद हमास ने कई शर्तों पर हामी भर दी है, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण शर्त गाजा से सभी इजरायली बंधकों को रिहा करना शामिल है।

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी के बाद हमास की काल कोठरी में बंद इजरायली बंधकों के रिहा होने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। ट्रंप के अल्टीमेटम के बाद हमास अब कई बड़ी शर्तें मानने को तैयार है, जिनमें गाजा से सभी इजरायली बंधकों को छोड़ना भी शामिल है। दुनियाभर की निगाहें इस बात पर टिकी हुई हैं कि क्या ट्रंप के इस प्रयास से इजरायल-हमास संघर्ष अब समाप्त हो जाएगा।

दरअसल, ट्रंप ने हमास को गाजा के लिए शांति प्रस्ताव स्वीकार करने की चेतावनी दी थी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा कि रविवार शाम 6 बजे तक समझौता होना चाहिए, अन्यथा हमास के साथ ऐसा किया जाएगा, जैसा पहले कभी नहीं देखा गया। ट्रंप की इस चेतावनी के बाद हमास अब कई अहम शर्तें मानने को तैयार है।

ट्रंप का अल्टीमेटम और गाजा शांति योजना

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर स्पष्ट किया था कि रविवार शाम 6 बजे तक हमास के साथ शांति समझौता होना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर अंतिम समझौता नहीं हुआ, तो हमास के लिए परिणाम पहले कभी नहीं देखे गए होंगे। इस अल्टीमेटम के बाद हमास ने कई लंबित शर्तों को स्वीकार करने के संकेत दिए हैं, जिससे गाजा में लंबे समय से जारी संघर्ष के खत्म होने की उम्मीद जगी है।

ट्रंप की योजना के अनुसार, हमास-इजरायल शांति समझौते के 72 घंटे के भीतर सभी जीवित और मृत इजरायली बंधकों को रिहा करना होगा। बदले में, इजरायल को भी अपने जेलों से सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करना होगा। इसमें 7 अक्टूबर 2023 से गिरफ्तार किए गए लगभग 1,700 गाजावासियों के साथ-साथ महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।

हमास की प्रमुख शर्तें

हमास ने अमेरिकी शांति योजना के तहत निम्नलिखित शर्तों को मानने की तैयारी कर ली है:

  • बंदूकें और हमले रोकना: गाजा में सीजफायर लागू होने पर हमास और अन्य उग्रवादी संगठनों को इजरायल पर रॉकेट और अन्य हमले रोकने होंगे। इजरायल भी अपनी सेनाओं को गाजा से चरणबद्ध तरीके से हटाएगा।
  • बहुराष्ट्रीय सुरक्षा बल की तैनाती: गाजा में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका, नाटो देशों और अरब देशों की भागीदारी वाली बहुराष्ट्रीय फोर्स तैनात की जाएगी।
  • गाजा प्रशासन का नियंत्रण: हमास गाजा के प्रशासन को फिलिस्तीनी टेक्नोक्रेटों के एक स्वतंत्र निकाय को सौंप देगा, जिससे शासन और नागरिक सेवाओं का निष्पक्ष संचालन सुनिश्चित होगा।
  • निहत्थे उग्रवादी संगठन: हमास और अन्य उग्रवादी संगठनों से सभी हथियार हटाए जाएंगे। शांतिपूर्ण तरीके से हथियार निष्क्रिय करने वाले सदस्यों को माफ किया जाएगा और जो गाजा छोड़ना चाहते हैं, उन्हें सुरक्षित मार्ग प्रदान किया जाएगा।

इजरायल भी इस योजना के तहत 250 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इसके अलावा, 7 अक्टूबर, 2023 से गिरफ्तार किए गए लगभग 1,700 गाजावासियों को छोड़ने का प्रस्ताव है। इस पहल का उद्देश्य लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को समाप्त करना और स्थायी शांति की दिशा में कदम बढ़ाना है।गाजा में हमास-इजरायल संघर्ष पर वैश्विक निगरानी बनी हुई है। ट्रंप की शांति योजना में बहुपक्षीय सहयोग को शामिल किया गया है, जो न केवल मध्य पूर्व में तनाव कम करने में सहायक है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी इस संकट के समाधान में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर देता है।

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