बेंगलुरु में खराब सड़क और गड्डे भरने की धीमी प्रगति से नाराज नागरिकों ने संपत्ति कर न देने की चेतावनी दी। उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने 13,000 गड्ढे भरने और 1,100 करोड़ रुपये की सड़क योजना का जिक्र किया।
Karnataka: बेंगलुरु के बुनियादी ढांचे की स्थिति को लेकर सोशल मीडिया पर हाल ही में बहस छिड़ गई है। नागरिकों ने ट्रैफिक जाम और सड़क पर गड्डों की बढ़ती समस्या के चलते नाराजगी जताई है। कुछ नागरिकों ने यह चेतावनी भी दी कि अगर सरकार ने शहर में बुनियादी ढांचे को सुधारने के ठोस कदम नहीं उठाए, तो वे संपत्ति कर (property tax) का भुगतान रोक देंगे।
बेंगलुरु के शहरवासियों की नाराजगी तब बढ़ी जब बायोकॉन की प्रमुख किरण मजूमदार-शॉ ने सोशल मीडिया पर शहर की सड़कों और कचरे की खराब स्थिति को लेकर टिप्पणियां की। इस पर नागरिकों ने व्यापक प्रतिक्रिया दी और सरकार से बेहतर और सुरक्षित सड़कें उपलब्ध कराने की मांग की।
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार का बयान
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि बेंगलुरु शहर में गड्डे भरने और सड़क मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे शहर की सामूहिक जिम्मेदारी को समझें और निरंतर आलोचना करने के बजाय सुधार प्रयासों में सहयोग दें।
शिवकुमार ने बताया कि अब तक लगभग 13,000 गड्ढे भरे जा चुके हैं और सरकार की योजना शहर की सड़क समस्याओं का स्थायी समाधान ढूंढने की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बेंगलुरु की 550 किलोमीटर मुख्य सड़कों के विकास के लिए 1,100 करोड़ रुपये की कार्ययोजना बनाई जाए।
नागरिकों की प्रतिक्रिया
इसी बीच बेंगलुरु के नागरिकों के एक समूह ने सरकार को चेतावनी दी है। संपत्ति करदाता मंच ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा कि अगर ग्रेटर बेंगलुरु प्राधिकरण (GBA) बेहतर बुनियादी ढांचा उपलब्ध नहीं कराता है, तो वे कर भुगतान से इनकार करेंगे।
पत्र में उन्होंने विशेष रूप से वरथुर-बलगेरे-पनाथुर क्षेत्र के अधूरे, अवैज्ञानिक और खराब समन्वय वाले सड़क और वर्षा जल निकासी कार्यों का उल्लेख किया। मंच का कहना है कि खराब नागरिक बुनियादी ढांचे की वजह से परिवार और बच्चों को भारी पीड़ा हो रही है।
सड़क समस्याओं का स्थायी समाधान
उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने कहा कि शहर की सड़कों की खराब स्थिति केवल एक समय की समस्या नहीं है, बल्कि इसके लिए स्थायी समाधान निकाला जा रहा है। सरकार की योजना में सड़क नेटवर्क का व्यापक विकास, डामरीकरण और गड्ढों की मरम्मत शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकों की सुरक्षा और यातायात की सुगमता को प्राथमिकता दी जा रही है।
राज्य के अन्य मंत्री प्रियांक खरगे और एम. बी. पाटिल ने भी स्वीकार किया कि शहर में बुनियादी ढांचे की स्थिति सुधार की मांग करती है। उन्होंने कहा कि इसे ठीक करने में समय लगेगा, लेकिन सरकार लगातार प्रयास कर रही है।
शहर की सड़कें
बेंगलुरु में ट्रैफिक जाम और खराब सड़कें नागरिकों के लिए एक बड़ी परेशानी बन चुकी हैं। बारिश के मौसम में गड्डे और जलभराव की समस्या और बढ़ जाती है, जिससे वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को मुश्किल होती है। नागरिकों का कहना है कि गड्डे भरने और सड़क मरम्मत का काम केवल अस्थायी समाधान नहीं होना चाहिए, बल्कि दीर्घकालिक योजना बनाई जाए।