पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर इलाके में गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता रज्जाक खान की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के समय रज्जाक खान चलत बेरिया से अपने घर लौट रहे थे, तभी कुछ अज्ञात हमलावरों ने रास्ते में उन्हें घेरकर फायरिंग कर दी। गोली लगने से रज्जाक की मौके पर ही मौत हो गई। वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है। टीएमसी कार्यकर्ताओं में हत्या को लेकर गुस्सा साफ देखा जा रहा है। रज्जाक खान स्थानीय विधायक शौकत मोल्लाह के करीबी माने जाते थे और पार्टी के सक्रिय चेहरे थे।
राजनीतिक साजिश के तहत की गई हत्या
इस हत्या को लेकर कैनिंग पूर्व से तृणमूल कांग्रेस विधायक शौकत मोल्लाह ने सीधे तौर पर इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) और उसके नेता नौशाद सिद्दीकी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि रज्जाक खान की हत्या सिर्फ गोली मारकर नहीं, बल्कि पहले बेरहमी से पीटने और फिर धारदार हथियारों से हमला करने के बाद की गई है।
शौकत मोल्लाह के अनुसार, रज्जाक टीएमसी की दो बैठकों में शामिल होकर लौट रहे थे, उसी दौरान उन्हें घेरकर मौत के घाट उतार दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि भांगर में लगातार कमजोर होती ISF की पकड़ अब हिंसा के रास्ते पर उतर आई है। साथ ही, इलाके में सक्रिय असामाजिक तत्वों को राजनीतिक संरक्षण मिलने की बात भी विधायक ने उठाई।
जांच में जुटी पुलिस
इस सनसनीखेज हत्या के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल मामले को राजनीतिक हिंसा और व्यक्तिगत रंजिश दोनों एंगल से देखा जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जांच तेजी से जारी है और दोषियों की पहचान कर जल्द ही उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, विधायक शौकत मोल्लाह ने प्रशासन से मांग की है कि इस जघन्य अपराध में शामिल सभी दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए और कड़ी सजा दी जाए, ताकि भांगर और आसपास के इलाकों में दोबारा भय का माहौल न बन पाए।